जयपुर. रिसर्च एक्शन फॉर टोबैको कंट्रोल द्वारा हाल ही में एक शोध तंबाकू उत्पादों को लेकर किया गया है. जिसमें सामने आया है कि भारत में हर वर्ष 13 लाख से अधिक लोगों की मौत तंबाकू सेवन से होती है. तंबाकू व्यापार पर कमजोर नीतियों और नियमों के कारण भारत में चबाने और धूम्रपान करने वाले तंबाकू उत्पाद बेहद सस्ते हैं.
हाल ही में पूर्व आईएएस राजेंद्र भानावत ने इसे लेकर एक रिसर्च भी किया है, जहां उन्होंने बताया कि उनकी संस्थान रिसर्च एक्शन फॉर टोबैको कंट्रोल एक नेटवर्क है, जो तंबाकू नियंत्रण के मुद्दों को उजागर करने की दिशा में काम कर रही है. जहां यह सामने आया है कि भारत में अवैध तंबाकू व्यापार के कारण हर दिन करीब 3,000 से अधिक मौत हो रही है. यही नहीं पूरे देश में तंबाकू का एक बड़ा अवैध और बेहिसाब व्यापार चलाया जा रहा है. जिसके कारण सरकार को भी करीब 390 करोड़ का घाटा हो रहा है.
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इसके अलावा रिसर्च में कैग की एक रिपोर्ट को भी शामिल किया गया है. इस में वर्ष 2009 से वर्ष 2018 के बीच भारत के नियंत्रक और महालेखा परीक्षक की कम से कम 108 प्रकार की रिपोर्ट्स से जानकारी प्राप्त हुई है कि तंबाकू उद्योग टैक्स का भुगतान ना करने और अपने उत्पादों को अवैध रूप से बेचने के लिए अलग-अलग उपाय निकालता रहा है.
मूल्य में वृद्धि
राजेंद्र भानावत का कहना है कि यदि देश को वर्ष 2030 तक तंबाकू मुक्त भारत बनाना है, तो तंबाकू उत्पादों के खुदरा मूल्यों में वृद्धि जरूरी है. इसके अलावा वृद्धि के साथ-साथ ऐसी व्यवस्था की जाए कि युवाओं और अन्य वर्ग के लोगों को तंबाकू उत्पाद आसानी से उपलब्ध नहीं हों. ऐसी व्यवस्था यदि लागू हो जाए तो देश में हर साल लाखों जान बचाई जा सकती है. बताया यह भी जाता है कि दुनिया में हर वर्ष 90 लाख से अधिक लोगों की मौत सिर्फ तंबाकू खाने से होती है.