जयपुर. चेतना कच्ची बस्ती के अतिक्रमण को हटाने की कार्रवाई 13 अक्टूबर से दोबारा शुरू की जाएगी. लॉकडाउन के कारण पुनर्वास से बचे रह गए 101 परिवारों का पुनर्वास कर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जाएगी.
शहर से कच्ची बस्तियां दूर नहीं हो पा रही. हाईकोर्ट के आदेश के बाद भी नगर निगम प्रशासन कच्ची बस्तियों को बाहर शिफ्ट नहीं कर पा रहा है. आदर्श नगर सेठी कॉलोनी के पास स्थित चेतना कच्ची बस्ती को जयसिंह पुरा खोर में शिफ्ट करना है. लेकिन नगर निगम की ओर से आवंटन पत्र जारी करने के लिए बार-बार शिविर लगाने के बाद भी अब तक सभी परिवारों को पुनर्वासित नहीं किया जा सका.
चेतना कच्ची बस्ती के पुनर्वास के लिए अब तक करीब 6 शिविर लगाए जा चुके हैं. जिनमें 265 परिवारों को आवंटन पत्र देकर पुनर्वास किया गया है. जबकि नगर निगम को 366 परिवारों का पुनर्वास करना है. अभी भी 101 परिवारों को शिफ्ट करना है. ऐसे में लॉकडाउन के कारण पुनर्वास से बचे रह गए चेतना कच्ची बस्ती के परिवारों को अब 13 अक्टूबर से शिफ्ट करने का कार्य दोबारा किया जाएगा और उसके बाद अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जाएगी.
नगर निगम एडिशनल कमिश्नर अरुण गर्ग की अध्यक्षता में आयोजित हुई बैठक में यह फैसला लिया गया. हाईकोर्ट के आदेश पर पूर्व में चेतना कच्ची बस्ती से 265 परिवारों को जयपुर विकास प्राधिकरण के बीएसयूपी परियोजना जयसिंहपुरा खोर में निर्मित आवासों में पुनर्वास किया जा चुका है. लॉकडाउन के कारण जो परिवार पुनर्वास होने से रह गए थे, उन्हें इस चरण में पुनर्वास कराया जाएगा और चेतना कच्ची बस्ती से शेष अतिक्रमण को हटाया जाएगा.