जयपुर. सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ सुधीर भंडारी ने बताया कि कोविड-19 संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए ऑक्सीजन सबसे जरूरी है. ऐसे में RUHS अस्पताल में ऑक्सीजन की खपत एकाएक बढ़ गई है.
डॉ भंडारी का कहना है कि 10 दिन पहले तक 100 से 150 ऑक्सीजन सिलेंडर RUHS में उपयोग में आ रहे थे. अब ये संख्या बढ़कर 800 से अधिक पहुंच चुकी है. इसके अलावा बढ़ते मरीजों और ऑक्सीजन की बढ़ती मांग को देखते हुए राज्य सरकार ने भी ऑक्सीजन की उपलब्धता को लेकर आदेश जारी किए हैं.
RUHS में फिलहाल 896 कोरोना संक्रमित भर्ती हैं. यहां बीते 24 घंटों में 230 नए मरीज भर्ती हुए हैं. अस्पताल में 442 पॉइंट्स पर ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था की गई है. डॉ भंडारी का कहना है कि हम कोरोना संक्रमण से लड़ने के लिए तैयार हैं.
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राजस्थान में ऑक्सीजन की आपूर्ति
राजस्थान में 305 मेट्रिक टन प्रतिदिन ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा रही है. 69.73 मेट्रिक टन प्रतिदिन ऑक्सीजन की खपत हो रही है. राजस्थान में 40 ऑक्सीजन प्लांट ने सभी मेडिकल कॉलेज जिला अस्पतालों पर कार्य करना शुरू कर दिया है. इसके अलावा मेडिकल कॉलेज स्तर के चिकित्सालय पर लिक्विड ऑक्सीजन स्टोरेज टैंक बनाने का काम भी किया जा रहा है. ऑक्सीजन उत्पादन करने वाली एजेंसियां मौजूदा समय में एयर सेपरेशन प्रोसीजर के माध्यम से प्रदेश में 14500 सिलेंडर प्रतिदिन उत्पादन कर रही हैं. इसके अलावा लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन की ओर से 8750 सिलेंडर का उत्पादन किया जा रहा है.
राज्य सरकार ने निर्देश किए जारी
राज्य सरकार ने सभी संभागों को ऑक्सीजन का बफर स्टॉक रखने के निर्देश जारी किए हैं. 300 डी- टाइप ऑक्सीजन से भरे सिलेंडर का स्टॉक रखने के भी निर्देश दिए हैं. सभी जिला कलेक्टर को निर्देश दिए गए हैं कि वे लगातार ऑक्सीजन की आपूर्ति पर निगरानी रखें. वेंडर के लिए भी जरूरत पड़ने पर ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था करने के निर्देश राज्य सरकार ने दिए हैं.
इसके अलावा परिवहन आयुक्त को ऑक्सीजन परिवहन के लिए टैंकर की सूची देने के भी निर्देश दिए गए हैं. उद्योग सचिव को ऑक्सीजन उत्पादन करने वाली उपक्रमों की सूची राज्य सरकार को उपलब्ध कराने के निर्देश जारी किए हैं. कुल मिलाकर सरकार ऑक्सीजन की समुचित व्यवस्था करने का प्रयास कर रही है. फिर भी कोरोना के प्रति लापरवाही बरतना आम जन को भारी पड़ सकता है.