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Police in Action : 'स्पेशल ऑपरेशन' चला दबोचे 303 हथियार तस्कर और 1200 मादक पदार्थ तस्कर

जयपुर में मादक पदार्थ और हथियार तस्करों के खिलाफ पुलिस की ताबड़तोड़ कार्रवाई जारी है. पुलिस ना केवल तस्करों पर नकेल कसने का काम कर रही है, बल्कि भारी मात्रा में अवैध मादक पदार्थ और हथियार भी सीज कर रही है. इसके लिए जयपुर पुलिस अवैध मादक पदार्थों की तस्करी में लिप्त तस्करों के खिलाफ 'ऑपरेशन क्लीन स्वीप' चलाकर कार्रवाई कर रही है तो वहीं हथियार तस्करों के खिलाफ 'ऑपरेशन एक्शन अगेंस्ट गन' चलाकर ताबड़तोड़ कार्रवाई की जा रही है. दोनों ही ऑपरेशन को कमिश्नरेट स्पेशल टीम और चारों जिलों की डिस्ट्रिक्ट स्पेशल टीम द्वारा अंजाम दिया जा रहा है. वहीं, मुख्य रूप से इन दोनों ही ऑपरेशन को एडिशनल पुलिस कमिश्नर क्राइम अजय पाल लांबा और डीसीपी क्राइम दिगंत आनंद के सुपरविजन में अंजाम दिया जा रहा है.

Police action continues
जयपुर पुलिस की ताबड़तोड़ कार्रवाई जारी...
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Published : Sep 26, 2021, 10:44 PM IST

जयपुर. राजधानी जयपुर को ड्रग्स फ्री और आर्म्स फ्री बनाने के लिए चलाए जा रहे विशेष ऑपरेशन के तहत अब तक पुलिस ऑपरेशन क्लीन स्वीप के तहत एनडीपीएस एक्ट में 809 प्रकरण दर्ज कर चुकी है. इसके साथ ही तकरीबन 1200 मादक पदार्थ तस्करों को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है.

इसी प्रकार से पुलिस ऑपरेशन एक्शन अगेंस्ट गन के तहत आर्म्स एक्ट में कुल 208 प्रकरण दर्ज कर चुकी है. जिसके तहत अब तक कुल 303 हथियार तस्करों को गिरफ्तार किया जा चुका है. गिरफ्त में आए तस्करों से भारी मात्रा में अवैध मादक पदार्थ और अवैध हथियार पुलिस ने बरामद किए हैं. वहीं, तस्करों का जिन दूसरे राज्यों और जिलों से कनेक्शन पाया गया है, वहां भी जयपुर पुलिस ने जाकर कार्रवाई को अंजाम दिया है.

जयपुर पुलिस की ताबड़तोड़ कार्रवाई जारी...

इस रूट से की जा रही मादक पदार्थों की तस्करी...

डीसीपी क्राइम दिगंत आनंद ने बताया कि मादक पदार्थों की तस्करी के रूट को पुलिस ने गहन अनुसंधान के बाद आइडेंटीफाई किया है. जिसके तहत पुलिस ने गांजे की तस्करी का जो रूट चिन्हित किया है, उसके तहत आंध्र प्रदेश और ओडिशा के सीमावर्ती इलाकों से तस्कर भारी मात्रा में गांजा तस्करी कर जयपुर के ग्रामीण क्षेत्र में लाते हैं. उसके बाद छोटी-छोटी गाड़ियों में तस्करी कर गांजे को जयपुर शहर और अलग-अलग जिलों में सप्लाई किया जाता है. जिसे रोकने के लिए जयपुर पुलिस टेक्निकल इंटरसेक्शन और अन्य तरीकों से लगातार तस्करों पर नजर बनाए हुए हैं.

पढ़ें : REET परीक्षा का पेपर 18 लाख रुपए में देने के नाम पर ठगी, कोचिंग इंस्टिट्यूट का ट्यूटर साथी सहित गिरफ्तार

इसी प्रकार से तस्कर भारी मात्रा में स्मैक झालावाड़, कोटा और अकलेरा से तस्करी कर लाते हैं. स्मैक की तस्करी में तस्कर पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल करते हैं, जिसे देखते हुए अब जयपुर पुलिस इन क्षेत्रों से आने वाली रोडवेज और प्राइवेट बसों में डॉग स्क्वायड के जरिए रेंडम सर्च करने की कार्य योजना बना रही है.

अवैध हथियारों के सप्लायर को नामजद कर रही जयपुर पुलिस...

इसी प्रकार से जयपुर पुलिस अवैध हथियारों की तस्करी में लिप्त तस्करों पर नकेल कसने के साथ ही मुख्य सप्लायर को नामजद करने का भी काम कर रही है. डीसीपी क्राइम दिगंत आनंद ने बताया कि राजधानी जयपुर में राजस्थान के सीमावर्ती राज्य उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के विभिन्न जिलों से तस्करी कर हथियार लाए जा रहे हैं. ऐसे में जांच अधिकारी को यह निर्देशित किया गया है कि कार्रवाई करते हुए पुलिस जो भी हथियार सीज करे उसके मुख्य सप्लायर को प्रकरण में नामजद किया जाए. साथ ही उस सप्लायर तक पहुंच कर उसके खिलाफ कार्रवाई करते हुए चालान पेश किया जाए. उस सप्लायर के जरिए शहर में और किन-किन लोगों को हथियार सप्लाई किए गए हैं, उसकी जानकारी जुटाकर उन लोगों पर भी कड़ी कारवाई की जाए.

पढ़ें : Special : जवाबदेही कानून पर आधा कार्यकाल बीतने के बाद भी जवाब देने की स्थिति में नहीं गहलोत सरकार...मंशा पर उठने लगे सवाल

पुलिस द्वारा कार्रवाई करते हुए सीज किए गए हथियारों का विवरण...

देसी कट्टा169
पिस्टल81
रिवॉल्वर8
टोपीदार बंदूक2
राइफल3
एयरगन2
मैगजीन19
धारदार हथियार9
जिंदा कारतूस828
खाली कारतूस113

जयपुर. राजधानी जयपुर को ड्रग्स फ्री और आर्म्स फ्री बनाने के लिए चलाए जा रहे विशेष ऑपरेशन के तहत अब तक पुलिस ऑपरेशन क्लीन स्वीप के तहत एनडीपीएस एक्ट में 809 प्रकरण दर्ज कर चुकी है. इसके साथ ही तकरीबन 1200 मादक पदार्थ तस्करों को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है.

इसी प्रकार से पुलिस ऑपरेशन एक्शन अगेंस्ट गन के तहत आर्म्स एक्ट में कुल 208 प्रकरण दर्ज कर चुकी है. जिसके तहत अब तक कुल 303 हथियार तस्करों को गिरफ्तार किया जा चुका है. गिरफ्त में आए तस्करों से भारी मात्रा में अवैध मादक पदार्थ और अवैध हथियार पुलिस ने बरामद किए हैं. वहीं, तस्करों का जिन दूसरे राज्यों और जिलों से कनेक्शन पाया गया है, वहां भी जयपुर पुलिस ने जाकर कार्रवाई को अंजाम दिया है.

जयपुर पुलिस की ताबड़तोड़ कार्रवाई जारी...

इस रूट से की जा रही मादक पदार्थों की तस्करी...

डीसीपी क्राइम दिगंत आनंद ने बताया कि मादक पदार्थों की तस्करी के रूट को पुलिस ने गहन अनुसंधान के बाद आइडेंटीफाई किया है. जिसके तहत पुलिस ने गांजे की तस्करी का जो रूट चिन्हित किया है, उसके तहत आंध्र प्रदेश और ओडिशा के सीमावर्ती इलाकों से तस्कर भारी मात्रा में गांजा तस्करी कर जयपुर के ग्रामीण क्षेत्र में लाते हैं. उसके बाद छोटी-छोटी गाड़ियों में तस्करी कर गांजे को जयपुर शहर और अलग-अलग जिलों में सप्लाई किया जाता है. जिसे रोकने के लिए जयपुर पुलिस टेक्निकल इंटरसेक्शन और अन्य तरीकों से लगातार तस्करों पर नजर बनाए हुए हैं.

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इसी प्रकार से तस्कर भारी मात्रा में स्मैक झालावाड़, कोटा और अकलेरा से तस्करी कर लाते हैं. स्मैक की तस्करी में तस्कर पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल करते हैं, जिसे देखते हुए अब जयपुर पुलिस इन क्षेत्रों से आने वाली रोडवेज और प्राइवेट बसों में डॉग स्क्वायड के जरिए रेंडम सर्च करने की कार्य योजना बना रही है.

अवैध हथियारों के सप्लायर को नामजद कर रही जयपुर पुलिस...

इसी प्रकार से जयपुर पुलिस अवैध हथियारों की तस्करी में लिप्त तस्करों पर नकेल कसने के साथ ही मुख्य सप्लायर को नामजद करने का भी काम कर रही है. डीसीपी क्राइम दिगंत आनंद ने बताया कि राजधानी जयपुर में राजस्थान के सीमावर्ती राज्य उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के विभिन्न जिलों से तस्करी कर हथियार लाए जा रहे हैं. ऐसे में जांच अधिकारी को यह निर्देशित किया गया है कि कार्रवाई करते हुए पुलिस जो भी हथियार सीज करे उसके मुख्य सप्लायर को प्रकरण में नामजद किया जाए. साथ ही उस सप्लायर तक पहुंच कर उसके खिलाफ कार्रवाई करते हुए चालान पेश किया जाए. उस सप्लायर के जरिए शहर में और किन-किन लोगों को हथियार सप्लाई किए गए हैं, उसकी जानकारी जुटाकर उन लोगों पर भी कड़ी कारवाई की जाए.

पढ़ें : Special : जवाबदेही कानून पर आधा कार्यकाल बीतने के बाद भी जवाब देने की स्थिति में नहीं गहलोत सरकार...मंशा पर उठने लगे सवाल

पुलिस द्वारा कार्रवाई करते हुए सीज किए गए हथियारों का विवरण...

देसी कट्टा169
पिस्टल81
रिवॉल्वर8
टोपीदार बंदूक2
राइफल3
एयरगन2
मैगजीन19
धारदार हथियार9
जिंदा कारतूस828
खाली कारतूस113
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