जयपुर. देश में दिनों दिन बढ़ रही दुष्कर्म की घटनाओं को लेकर लोगों में गुस्सा व्याप्त है. शहर ही नहीं, अब तो गांवों में ऐसी घटनाओं को लेकर ग्रामीणों का गुस्सा उबाल पर है. देश के कोने-कोने में लोग अपना विरोध जता रहे है.
शाहपुरा क्षेत्र में भी विभिन्न सामाजिक संगठनों की ओर से विरोध-प्रदर्शन किए जा रहे है और आरोपियों को फांसी देने की मांग की जा रही है. यहां रणवीर सेवा समिति के तत्वावधान में शहर के पिपली तिराहे पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया.
वहीं, श्रद्धांजलि सभा में बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं और युवाओं ने हिस्सा लिया. कार्यकर्ताओं ने कैंडल जलाकर और दो मिनट का मौन रखकर हादसे की शिकार पीड़िता को श्रद्धांजलि दी. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने ऐसी घटनाओं पर रोष जाहिर करते हुए कहा कि आए दिन दुष्कर्म की घटनाओं में बढ़ोतरी हो रही है. इसके चलते बालिकाओं और महिलाओं का अकेले घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है. देश मे भय का माहौल बनता जा रहा है. दुष्कर्म और छेड़छाड़ की घटनाओं पर रोक लगाने और पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए कठोर कानून बनाकर आरोपियों को फांसी दी जाए.
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रणवीर सेवा समिति के अध्यक्ष विजय चौहान ने कहा कि कुत्सित सोच और मानसिक विकृति के चलते वहशी लोग ऐसी घटनाओं को अंजाम देकर समाज को कलंकित कर रहे है. समाज मे पनप रही ऐसी बीमारी को नासूर बनने से रोकने के लिए इनका उपचार जरूरी है और दोषियों को फांसी की सजा ही एकमात्र उपचार है. इस दौरान भानुप्रकाश पलसानिया, मुकेश देवंदा, तरुण टांक, अनिल शर्मा, विक्रम कसाणा, अमरचंद चांवला समेत कई कार्यकर्ता मौजूद रहे.
सीकर में छात्र- छात्राओं ने अपने खून से हस्ताक्षर अभियान चलाया
सीकर देशभर में होने वाले रेप के मामलों के खिलाफ राजकीय विधि महाविद्यालय में छात्र-छात्राओं द्वारा विरोध प्रदर्शन किया गया और अपने खून से हस्ताक्षर अभियान चलाकर राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन दिया गया. छात्र छात्राओं की मांग है कि जो देश में बलात्कार हो रहे हैं उन बलात्कारियों को फांसी की सजा हो ऐसा कानून बने और बच्ची और महिलाओं की सुरक्षा के लिए विशेष कानून बने जब तक बलात्कारियों को फांसी की सजा का कानून बनाना चाहिए और जो पुलिस अधिकारी ओर पुलिस कर्मचारी अगर ऐसे मामलो में लापरवाही करते हैं तो उनके खिलाफ भी सख्त से सख्त सजा का कानून बने. इन्हीं मांगों को लेकर आज छात्र-छात्राओं ने अपने खून से हस्ताक्षर कर राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा.