जयपुर. मंत्री परसादी लाल मीणा के राजस्थान कांग्रेस मुख्यालय में जाकर शिकायत करने का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है. राजस्थान कांग्रेस मुख्यालय में जाकर अपनी फरियाद रखने वाले मंत्री परसादी लाल मीणा की सुनवाई भले ही हो गई हो और उन्होंने जिस व्यक्ति की एफ.आई.आर दर्ज करवाने की बात कही थी वह भी दर्ज हो गई लेकिन हकीकत तो कुछ और ही है.
अब परसादी लाल मीणा को लेकर उनकी पार्टी के भीतर से ही सवाल खड़े किए जा रहे हैं. इस मामले पर बोलते हुए विधानसभा के पूर्व उपाध्यक्ष और वर्तमान विधायक रामनारायण मीणा ने कहा कि, ऐसा मंत्री जो पुलिस से अपनी बात नहीं मनवा सके वह एक कमजोर मंत्री है.
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अब चाहे वह कितना भी सफाई दे लेकिन ऐसे कमजोर नेताओं को मंत्री बनाने वाले नेताओं को अब सोचना होगा. उन्होंने कहा कि प्रदेश कांग्रेस सर्वोच्च संस्था है. ऐसे में वहां अगर कैबिनेट मंत्री यह मामला लेकर पहुंचता हैं तो या तो वह मंत्री इतना कमजोर है या फिर उस मंत्री ने कोई खामी है. ऐसे कमजोर और दागी व्यक्ति को पार्टी को प्रोत्साहन नहीं देना चाहिए. हालांकि इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार को पुलिस व्यवस्था को भी टाइट करने की आवश्यकता है.