जयपुर. जयपुर के शहीद स्मारक पर विभिन्न मांगों को लेकर धरने पर बैठे बेरोजगार युवाओं को पुलिस प्रशासन के बल प्रयोग से हटाने के मामले ने सियासी तूल पकड़ लिया है. भाजपा ने इस घटना की निंदा करते हुए प्रदेश सरकार से पूछा है कि महात्मा गांधी के सिद्धांतों पर चलने का हवाला देने वाली सरकार बताए कि इस प्रकार का अलोकतांत्रिक व्यवहार युवाओं के साथ क्यों किया गया. भाजपा ने रीट परीक्षा में 30 हजार अतिरिक्त पद बढ़ाए जाने की मांग भी की है.
बेरोजगार युवाओं पर बल प्रयोग करना अनुचित : भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता और विधायक रामलाल शर्मा ने एक बयान जारी कर कहा कि प्रदेश की गहलोत सरकार (Ramlal Sharma targets Congress) खुद को महात्मा गांधी के सिद्धांतों और मूल्यों पर चलने वाली संवेदनशील सरकार करार देती है. लेकिन बेरोजगार युवाओं को जिस प्रकार हटाने (REET aspirants clash with police in Jaipur) के लिए पुलिस ने बल का प्रयोग किया वो पूरी तरह अनुचित था. शर्मा ने कहा ऐसे पुलिस अधिकारियों के खिलाफ प्रदेश सरकार को कार्रवाई करनी चाहिए.
पद बढ़ाकर 50,000 करने की मांग
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि बेरोजगार युवा हाल ही में निकाली गई रीट परीक्षा में पद बढ़ाकर 50,000 करने की मांग कर रहे हैं, जिसका भाजपा भी समर्थन करती है. शर्मा के अनुसार राजस्थान सरकार के पास पद बढ़ाने को लेकर गुंजाइश भी है और सरकार चाहे तो पद बढ़ाकर (demand to increase posts in REET 2021) युवा बेरोजगारों को संबल दे सकती है.
हनुमान बेनीवाल और किरोड़ी लाल मीणा ने भी किया विरोध
गौरतलब है कि गुरुवार को पुलिस प्रशासन ने शहीद स्मारक पर धरने पर बैठे बेरोजगारों को बलपूर्वक खदेड़ दिया था. जिसका राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी संयोजक हनुमान बेनीवाल और बीजेपी के राज्यसभा सांसद डॉ किरोड़ी लाल मीणा ने भी विरोध किया था. अब प्रदेश भाजपा प्रवक्ता ने भी सरकार की इस कार्रवाई का विरोध करते हुए दोषी पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की है.