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रमेश मीणा का छलका दर्द, कहा- ईमानदारी से काम करने के बावजूद हमें मंत्री पद से बर्खास्त किया गया

राजस्थान में सियासी उठा पटक के बीच मंत्री पद से बर्खास्त होने के बाद रमेश मीणा ने अपना बयान जारी किया है. रमेश मीणा ने कहा कि काम करने के बावजूद भी हमें मंत्री पद से बर्खास्त किया गया है.

Ramesh Meena, etv bharat hindi news
हमें मंत्री पद से बर्खास्त किया गया
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Published : Jul 14, 2020, 8:16 PM IST

जयपुर. राजस्थान में सियासी उठा पटक के बीच मंत्री पद से बर्खास्त होने के बाद रमेश मीणा ने अपना बयान जारी किया है. रमेश मीणा ने कहा कि हमने ऐसा क्या किया कि काम करने के बावजूद भी हमें मंत्री पद से बर्खास्त किया गया है. जो भी हमारी नाराजगी थी हमने पार्टी के प्लेटफार्म पर रखी थी.

हमें मंत्री पद से बर्खास्त किया गया

मीणा ने कहा कि सचिन पायलट, विश्वेंद्र सिंह और मुझे मंत्री पद से बर्खास्त किया गया है. साथ ही सचिन पायलट को प्रदेश अध्यक्ष पद से भी हटा दिया गया है. रमेश मीणा ने कहा कि राजस्थान की जनता को कहना चाहता हूं कि मेरा विभाग खाद्य आपूर्ति विभाग था. खाद्य आपूर्ति विभाग में जो काम किये गए उनको देखते हुए सबसे आगे हमारा विभाग रहा है. हमने जो कार्य किया वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक सराहा गया.

पढ़ेंः केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत का तंज, कहा- अपनी कमियों को दूसरों पर थोपना 'वाह री गहलोत सरकार'

उन्होंने कहा कि मैंने राजस्थान में ईमानदारी से काम किया है. ईमानदारी से काम करने का नतीजा यह मिला कि मुझे बर्खास्त कर दिया गया. कौन सा हम पार्टी के खिलाफ गए या अनियमितताएं की. हमारी नाराजगी थी तो हमने पार्टी के मंच पर अपनी बात रखी कही और पार्टी के मंच पर जो बिंदु थे उनके लिए कहा कि हमारी समस्याओं का समाधान करें.

पढ़ेंः रमेश मीणा के बाद अब विश्वेंद्र सिंह का बयान, कहा- मुझे नहीं है मंत्री पद की चिंता

जनता से जुड़ी हुई समस्याएं और गरीबों से जुड़ी हुई समस्याएं थी. एसटी-एससी से जुड़ी हुई समस्याएं इन सभी पर मंच के माध्यम से अपनी बात रखी थी. एसटी-एससी के विधायकों ने कहा भारत बंद के दौरान जो घटना हुई. जिसमें एसटी-एससी के लोगों पर केस दर्ज हुए उनको वापस लिया जाए. लेकिन आज तक केस वापस नहीं लिए गए. कहते हैं कि केस वापस ले रहे हैं और कभी अफवाह फैलाई जाती है कि केस वापस ले लिए गए है. बावजूद इसके प्रदेश भर में 2300 के लगभग केस हैं जिन्हें वापस नहीं लिया गया है.

जयपुर. राजस्थान में सियासी उठा पटक के बीच मंत्री पद से बर्खास्त होने के बाद रमेश मीणा ने अपना बयान जारी किया है. रमेश मीणा ने कहा कि हमने ऐसा क्या किया कि काम करने के बावजूद भी हमें मंत्री पद से बर्खास्त किया गया है. जो भी हमारी नाराजगी थी हमने पार्टी के प्लेटफार्म पर रखी थी.

हमें मंत्री पद से बर्खास्त किया गया

मीणा ने कहा कि सचिन पायलट, विश्वेंद्र सिंह और मुझे मंत्री पद से बर्खास्त किया गया है. साथ ही सचिन पायलट को प्रदेश अध्यक्ष पद से भी हटा दिया गया है. रमेश मीणा ने कहा कि राजस्थान की जनता को कहना चाहता हूं कि मेरा विभाग खाद्य आपूर्ति विभाग था. खाद्य आपूर्ति विभाग में जो काम किये गए उनको देखते हुए सबसे आगे हमारा विभाग रहा है. हमने जो कार्य किया वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक सराहा गया.

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उन्होंने कहा कि मैंने राजस्थान में ईमानदारी से काम किया है. ईमानदारी से काम करने का नतीजा यह मिला कि मुझे बर्खास्त कर दिया गया. कौन सा हम पार्टी के खिलाफ गए या अनियमितताएं की. हमारी नाराजगी थी तो हमने पार्टी के मंच पर अपनी बात रखी कही और पार्टी के मंच पर जो बिंदु थे उनके लिए कहा कि हमारी समस्याओं का समाधान करें.

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जनता से जुड़ी हुई समस्याएं और गरीबों से जुड़ी हुई समस्याएं थी. एसटी-एससी से जुड़ी हुई समस्याएं इन सभी पर मंच के माध्यम से अपनी बात रखी थी. एसटी-एससी के विधायकों ने कहा भारत बंद के दौरान जो घटना हुई. जिसमें एसटी-एससी के लोगों पर केस दर्ज हुए उनको वापस लिया जाए. लेकिन आज तक केस वापस नहीं लिए गए. कहते हैं कि केस वापस ले रहे हैं और कभी अफवाह फैलाई जाती है कि केस वापस ले लिए गए है. बावजूद इसके प्रदेश भर में 2300 के लगभग केस हैं जिन्हें वापस नहीं लिया गया है.

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