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किसान आंदोलन का नेतृत्व करने के चलते पीएम मोदी जाट समाज से नाराज, एक भी जाट मंत्री कैबिनेट दर्जे का नहींः राम सिंह कास्वां

पीएम मोदी के मंत्रिमंडल पर निशाना साधते हुए प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव राम सिंह कास्वां ने कहा कि जाट समुदाय का एक भी काबिल सांसद पीएम मोदी को नहीं मिला, जो कैबिनेट दर्जे का मंत्री बन सकता था.

राम सिंह कस्वां, Rajasthan News
राम सिंह कस्वां
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Published : Jul 9, 2021, 5:04 PM IST

Updated : Jul 9, 2021, 5:29 PM IST

जयपुर. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अपनी कैबिनेट का विस्तार कर चुके हैं. अब मोदी के मंत्रिमंडल और मंत्रिपरिषद में कुल मिलाकर 77 मंत्री हैं, लेकिन मोदी कैबिनेट का विस्तार राजस्थान के जाट नेताओं को रास नहीं आया है. यही कारण है कि राजस्थान कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा की टीम के सिपहसालार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव रामसिंह कस्वां ने मोदी कैबिनेट में जाट समाज से एक भी कैबिनेट दर्जे का मंत्री नहीं होने पर सवाल खड़े किए हैं.

रामसिंह कस्वां ने कहा कि किसान आंदोलन का नेतृत्व जाट जाति के लोग ही ज्यादा कर रहे हैं, जो पंजाब, हरियाणा और पश्चिम उत्तर प्रदेश में चल रहे किसान आंदोलन का नेतृत्व कर रहे हैं.

किसान आंदोलन का नेतृत्व जाट समाज की ओर से करने के कारण ही देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जाटों से नाराज हैं. क्योंकि जाट इस आंदोलन का नेतृत्व कर रहे हैं. यही कारण है कि मोदी ने अपनी कैबिनेट में जाट समाज को अवॉइड किया है, नहीं तो ऐसा कोई कारण नहीं था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पूरी कैबिनेट में एक भी कैबिनेट दर्जे का मंत्री जाट कम्युनिटी से ना हो.

राम सिंह कास्वां, प्रदेश सचिव

यह भी पढ़ेंः राजस्थान: बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर सड़कों पर उतरा BJYM, पुलिस ने भांजी लाठियां

कास्वां ने कहा कि भाजपा किसान विरोधी पार्टी है, यही कारण है कि इतने लंबे समय से किसान आंदोलन चल रहा है, लेकिन केंद्र सरकार इस आंदोलन को सही से ट्रीट नहीं कर रही है. उन्होंने कहा कि मोदी कैबिनेट में अब 77 मंत्री हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक भी काबिल जाट समुदाय का सांसद नहीं मिला, जो कैबिनेट दर्जे का मंत्री बन सकता हो.

उन्होंने कहा कि जिस जाति को प्रतिनिधि नहीं मिलता, उसमें मायूसी आती है. लेकिन, अब जनता को भाजपा का असली चेहरा दिखाई दे रहा है. बता दें, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 77 मंत्रियों में से केवल दो मंत्री कैलाश चौधरी और संजीव बालियान जाट समाज से आते हैं, लेकिन यह दोनों भी कैबिनेट मंत्री नहीं हैं.

जयपुर. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अपनी कैबिनेट का विस्तार कर चुके हैं. अब मोदी के मंत्रिमंडल और मंत्रिपरिषद में कुल मिलाकर 77 मंत्री हैं, लेकिन मोदी कैबिनेट का विस्तार राजस्थान के जाट नेताओं को रास नहीं आया है. यही कारण है कि राजस्थान कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा की टीम के सिपहसालार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव रामसिंह कस्वां ने मोदी कैबिनेट में जाट समाज से एक भी कैबिनेट दर्जे का मंत्री नहीं होने पर सवाल खड़े किए हैं.

रामसिंह कस्वां ने कहा कि किसान आंदोलन का नेतृत्व जाट जाति के लोग ही ज्यादा कर रहे हैं, जो पंजाब, हरियाणा और पश्चिम उत्तर प्रदेश में चल रहे किसान आंदोलन का नेतृत्व कर रहे हैं.

किसान आंदोलन का नेतृत्व जाट समाज की ओर से करने के कारण ही देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जाटों से नाराज हैं. क्योंकि जाट इस आंदोलन का नेतृत्व कर रहे हैं. यही कारण है कि मोदी ने अपनी कैबिनेट में जाट समाज को अवॉइड किया है, नहीं तो ऐसा कोई कारण नहीं था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पूरी कैबिनेट में एक भी कैबिनेट दर्जे का मंत्री जाट कम्युनिटी से ना हो.

राम सिंह कास्वां, प्रदेश सचिव

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कास्वां ने कहा कि भाजपा किसान विरोधी पार्टी है, यही कारण है कि इतने लंबे समय से किसान आंदोलन चल रहा है, लेकिन केंद्र सरकार इस आंदोलन को सही से ट्रीट नहीं कर रही है. उन्होंने कहा कि मोदी कैबिनेट में अब 77 मंत्री हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक भी काबिल जाट समुदाय का सांसद नहीं मिला, जो कैबिनेट दर्जे का मंत्री बन सकता हो.

उन्होंने कहा कि जिस जाति को प्रतिनिधि नहीं मिलता, उसमें मायूसी आती है. लेकिन, अब जनता को भाजपा का असली चेहरा दिखाई दे रहा है. बता दें, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 77 मंत्रियों में से केवल दो मंत्री कैलाश चौधरी और संजीव बालियान जाट समाज से आते हैं, लेकिन यह दोनों भी कैबिनेट मंत्री नहीं हैं.

Last Updated : Jul 9, 2021, 5:29 PM IST
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