जयपुर. राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कांग्रेस और गहलोत सरकार पर तीखा हमला बोला है. सीएम गहलोत के ध्रुवीकरण के आरोप पर पलटवार करते हुए भाजपा सांसद ने कहा कि मुख्यमंत्री कहते हैं कि उन्हें हिंदू होने पर गर्व है, लेकिन उनके ही विधायक खुद को एक परिवार का गुलाम होने पर फक्र करते हैं. सोमवार को जयपुर में पत्रकारों से मुखातिब हुए राज्यवर्धन सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार और उसके मुखिया (Rajyavardhan Singh Rathore Targeted CM Gehlot) केवल बयानबाजी कर अपनी जिम्मेदारी दूसरे के सिर पर डालने में जुटे हैं.
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता राठौड़ ने कहा कि करौली कि हिंसा पहली घटना नहीं है. इसके पहले भी प्रदेश सरकार ने कोटा और बीकानेर में धारा 144 लगाकर अपनी मंशा जाहिर कर दी थी. राठौड़ ने कहा कि मुख्यमंत्री गृहमंत्री अमित शाह को राजस्थान की कानून-व्यवस्था दिखाने के लिए चार्टर्ड प्लेन भेजने की बात करते हैं, लेकिन जब चार्टर्ड प्लेन भेजने की प्लानिंग हो रही थी, तभी करौली में यह घटना हो गई थी. इसलिए, मुख्यमंत्री जी बयानबाजी न करके बिगड़ती कानून-व्यवस्था में सुधार करने पर ध्यान दें.
विधायक कर रहे मारपीट, अपने लोगों को मुख्यमंत्री ने दे रखी है खुली छूट : कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कहा कि प्रदेश में रोजाना 11 लोगों की हत्या हो रही है. 21 महिलाओं और बच्चों का अपहरण हो रहा है, साथ ही 18 बच्चों के साथ रोजाना दरिंदगी हो रही है. राठौड़ ने कहा कि पूरे देश से कांग्रेस सिमटती जा रही है, लेकिन यह भाजपा के कांग्रेस मुक्त भारत के नारे से नहीं, बल्कि कांग्रेस की नीतियों के कारण हो रहा है.
राठौड़ ने इस दौरान बाड़ी उपखंड में डिस्कॉम इंजीनियर के साथ मारपीट का मामला भी उठाया और कहा कि मुख्यमंत्री ने सत्ता में रहने के लिए अपने लोगों को खुली छूट दे रखी है. इंजीनियर से मारपीट के मामले में अब तक विधायक गिरफ्तार क्यों नहीं हुआ, यही बड़ा सवाल है. वहीं, लालसोट में महिला चिकित्सक के आत्महत्या करने के प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच की मांग कर दोषियों पर सख्त कार्रवाई करने की मांग भी कर्नल राज्यवर्धन सिंह ने की.
महंगाई के नाम पर कांग्रेस कर रही नौटंकी, VAT कम क्यों नहीं करते मुख्यमंत्री : कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने इस दौरान कांग्रेस के पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी के खिलाफ लगातार किए जा रहे विरोध-प्रदर्शन पर भी सवाल उठाया. भाजपा राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि आज पूरे देश में सर्वाधिक पेट्रोल-डीजल पर वैट केवल राजस्थान में ही है. मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता सड़कों पर धरने-प्रदर्शन की नौटंकी ना करें, केवल अपने कमरे में बैठकर कलम का इस्तेमाल करें और वैट की दर कम करके जनता को राहत दें.
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राठौड़ ने इस दौरान कांग्रेस की सदस्यता अभियान पर भी चुटकी ली और कहा कि कांग्रेस को पहले अपने मौजूदा कार्यकर्ता और नेताओं को ही (MP Rajyavardhan Singh Alleged Rajasthan Government for Polarization) दूसरी पार्टियों में जाने से रोक लेना चाहिए नए सदस्य तो शायद ही बन पाए. राठौड़ ने कहा कि हम भी चाहते हैं कि एक मजबूत विपक्ष देश में हो, लेकिन राजस्थान में तो कांग्रेस सत्ता में है और देश में विपक्ष लायक स्थिति भी कांग्रेस की नहीं बच रही.
पूनिया ने भी दी मुख्यमंत्री को यह नसीहत : उधर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने एक बयान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को नसीहत दी है कि वह राजस्थान की कानून-व्यवस्था पुख्ता करने में ध्यान दें ना की मामले को गुमराह करने की कोशिश करें. पूनिया ने कहा कि करौली की घटना पूर्व नियोजित थी, जिसको कांग्रेस का राजनीतिक संरक्षण था. उधर सोमवार को भाजयुमो के प्रदेश महामंत्री राजकुमार दीवाल ने राज्यपाल कलराज मिश्र और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर डिस्कॉम इंजीनियर से मारपीट के मामले में विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा को गिरफ्तार करने की मांग की है. साथ यह भी चेतावनी दी है कि यदि विधायक को जल्द गिरफ्तार नहीं किया गया तो बाल्मीकि समाज का युवा सड़कों पर उतर कर समाज के इस कार्मिक को न्याय दिलाएगा.