जयपुर. राजस्थान में राज्यसभा की 4 सीटों पर होने वाले चुनाव में पांचवें प्रत्याशी के खड़ा होने के बाद मुकाबला रोचक हो गया है. भाजपा समर्थित निर्दलीय प्रत्याशी डॉ सुभाष चंद्रा के लिए (BJP asks independent MLA to vote for Subhash Chandra) भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने निर्दलीय व अन्य छोटे दलों के विधायकों से समर्थन की अपील की है. गहलोत सरकार में कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने इस चुनाव में भी भाजपा पर खरीद-फरोख्त की राजनीति करने के आरोप लगाए हैं.
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ सतीश पूनिया ने कहा कि हमारे प्रथम वरीयता के 41 वोट अधिकृत प्रत्याशी घनश्याम तिवाड़ी को जाएंगे, जबकि बचे हुए 30 सरप्लस वोट निर्दलीय बीजेपी समर्थित प्रत्याशी डॉ सुभाष चंद्रा (Satish Poonia on Rajya Sabha Election) को जाएंगे. उन्होंने कहा कि जिस तरह राजस्थान सरकार और कांग्रेस के हालात हैं और मंत्री-विधायकों के पत्र और बयान आ रहे हैं, इस बीच निश्चित रूप से इस राज्य सरकार से परेशान विधायक इस चुनाव में कांग्रेस सरकार को सबक सिखाएंगे. पूनिया ने कहा कि हमने व्यक्तिगत रूप से भी इन विधायकों से अपील की है और अब सार्वजनिक रूप से भी अपील करते हैं कि वो भाजपा समर्थित प्रत्याशियों को अपना समर्थन देकर देकर विजय बनाएं, क्योंकि यही इस सरकार को सबक सिखाने का सही समय है.
भाजपा कर रही खरीद-फरोख्त की राजनीति- गहलोत सरकार में खाद्य मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने इस राज्यसभा चुनाव (Pratap Singh Khachariyawas on Rajya Sabha Election) में भी भाजपा पर खरीद-फरोख्त की राजनीति करने का आरोप लगाया. पत्रकारों से बातचीत में खाचरियावास ने कहा कि विधायकों की संख्या बल के आधार पर कांग्रेस तीन और भाजपा एक सीट पर जीत हासिल कर सकती है. इसके बाद भी भाजपा ने अपने समर्थन से निर्दलीय डॉ सुभाष चंद्रा को चुनाव मैदान में उतारा. खाचरियावास ने कहा अब यह लोग सरकार को समर्थन दे रहे निर्दलीय और अन्य छोटे दलों के विधायकों पर डोरे डालेंगे, लेकिन यह राजस्थान की धरती है यहां पर बीजेपी की यह चालबाजी नहीं चलेगी. खाचरियावास ने कहा कि देशभर में भाजपा इसी तरह खरीद-फरोख्त की राजनीति (Congress accused of horse trading in Rajasthan) करके काम चला रही है, लेकिन राजस्थान में भाजपा को इस बार भी मुंह की खानी पड़ेगी और कांग्रेस के तीनों प्रत्याशी राज्यसभा चुनाव में जीत हासिल करेंगे.
गौरतलब है कि 200 सीट वाली राजस्थान विधानसभा में राज्यसभा की 4 सीटों पर नामांकन के अंतिम दिन कुल 5 प्रत्याशियों ने पर्चा दाखिल किया है. संख्या बल और जीत के लिए हर प्रत्याशी को प्रथम वरीयता के 41 वोट चाहिए. कांग्रेस खुद के विधायकों के साथ ही अन्य निर्दलीय व छोटे दलों के समर्थन प्राप्त विधायकों की संख्या 126 बताकर अपने तीनों प्रत्याशियों की जीत का दावा कर रही है. वहीं भाजपा ने इन चुनाव में घनश्याम तिवाड़ी के रूप में अपना प्रत्याशी उतारा. डॉ सुभाष चंद्रा के रूप में निर्दलीय प्रत्याशी को उतारकर अपना समर्थन दिया है, जबकि प्रदेश में बीजेपी के 71 ही विधायक हैं. भाजपा समर्थित निर्दलीय प्रत्याशी चंद्रा की जीत के लिए बीजेपी को 11 अतिरिक्त वोट और जुटाने होंगे. यही कारण है कि अब राजस्थान राज्यसभा चुनाव काफी रोचक स्थिति में पहुंच गया है.