जयपुर. पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा के महाराणा प्रताप को लेकर दिए गए बयान पर राजपूत समाज में आक्रोश बढ़ता जा रहा है. सोमवार को राजपूत करणी सेना ने प्रदेश भर में डोटासरा के खिलाफ प्रदर्शन किया. जयपुर कलेक्ट्रेट पर भी पीसीसी अध्यक्ष के खिलाफ नारेबाजी की गई.
पीसीसी अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कुछ दिनों पहले महाराणा प्रताप को लेकर विवादित बयान दिया था. इस बयान को लेकर राजपूत समाज में आक्रोश व्याप्त है. महाराणा प्रताप पर की गई विवादित टिप्पणी के खिलाफ श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के आह्वान पर सोमवार को जयपुर जिला कलेक्ट्रेट पर पीसीसी अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया गया.
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इस दौरान राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी सहित अन्य कार्यकर्ताओं ने गोविंद सिंह डोटासरा के विरोध में नारे लगाए. कार्यकर्ताओं ने डोटासरा की तस्वीर पर कालिख पोतकर विरोध जताया. सुखदेव सिंह गोगामेड़ी ने कहा कि प्रदेश भर में डोटासरा के खिलाफ प्रदर्शन किया जा रहा है. हमारी मांग है कि सोनिया गांधी इन्हें बर्खास्त करें. मुख्यमंत्री इन्हें पीसीसी अध्यक्ष पद से हटाए. जो शख्स महापुरुषों का सम्मान नहीं कर सकता वह शासन कैसे चलाएगा. कैसे जनता की सेवा करेंगे.
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गोगामेड़ी ने कहा कि कांग्रेस और भाजपा दोनों ही पार्टियां एक ही सिक्के के दो पहलू हैं. इससे पहले गुलाबचंद कटारिया ने भी महाराणा प्रताप को लेकर टिप्पणी की थी और प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने महाराणा प्रताप का अपमान किया था. महाराणा प्रताप स्वतंत्रता सेनानी थे जो अपने देश के लिए लड़े. उन्होंने कभी सत्ता के लिए संघर्ष नहीं किया और न ही कभी राजनीति की. महाराणा प्रताप का अपमान राजपूत समाज सहन नहीं करेगा. राजपूत करणी सेना ने चेतावनी दी कि यदि गोविंद सिंह डोटासरा को बर्खास्त नहीं किया जाता है और वे सार्वजनिक रूप से माफी नहीं मांगते हैं तो आने वाले दिनों में उनके खिलाफ पूरे देश में आंदोलन किया.