जयपुर. कोविड-19 महामारी के दौरान भी राजस्थान में पिछले वर्षों की तुलना में 20 दिन की अवधि में ही समर्थन मूल्य पर चना और सरसों की अधिक खरीद कर राजफैड ने रिकॉर्ड कायम किया है. साल 2019 में खरीद प्रारंभ होने से 20 दिन में 261 करोड़ रुपए, जबकि साल 2020 में 1,370 करोड़ रुपए की ऐतिहासिक खरीद कर किसानों को राहत दी गई है. यह जानकारी सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना ने दी.
सहकारिता मंत्री ने बताया कि अन्य राज्य गुजरात, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र द्वारा की जा रही सरसों और चने की खरीद की तुलना देखी जाए तो सभी राज्यों की खरीद का योग भी मात्र 1,008 करोड़ रुपए है. आंजना के अनुसार 20 मई तक सरसों और चना की 2.85 लाख मीट्रिक टन सरसों व चना की खरीद हो चुकी है, जिसकी राशि 1370.18 करोड़ रुपए है. जबकि साल 2019 में उक्त 20 दिन की अवधि में 61 हजार 190 मीट्रिक टन खरीद हुई थी. जिसकी राशि 261.22 करोड़ रुपए थी और 3,025 किसानों से उपज खरीदी गई थी. जबकि इस वर्ष 1 लाख 16 हजार 683 किसानों से उपज खरीदी गई.
सहकारिता मंत्री ने बताया कि पिछले डेढ़ माह में 1370 करोड़ रुपए की उपज खरीदी गई थी. जबकि इस वर्ष मात्र 20 दिन में यह ऐतिहासिक उपलब्धि प्राप्त की गई है. उन्होंने बताया कि इस वर्ष किसानों को भी तीन से चार दिन में ऑनलाइन भुगतान किया जा रहा है. जबकि पिछले वर्ष 19.64 करोड़ का भुगतान किसानों को किया गया था. इस वर्ष 1082 करोड़ रुपए का भुगतान किसानों को किया जा चुका है.
सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना ने राजफैड की प्रबंध निदेशक सुषमा अरोड़ा और खरीद कार्य में लगे सभी अधिकारियों और कर्मचारियों के कार्यों के लिए उनकी सराहना की. उन्होंने बताया कि कार्मिकों के समर्पण के बिना कोविड-19 के दौर में भी कठिनाइयों का सामना करते हुए यह उपलब्धि हासिल करना बहुत बड़ी बात है.