जयपुर. उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने आंधी और तूफान से हताहत किसानों को राहत देने की मांग की है. राठौड़ ने ट्वीट कर कहा कि जैसलमेर सहित राजस्थान के कई जिलों में तेज आंधी के कारण जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है. 3 हजार से अधिक पेड़ धराशायी हो गए हैं और बिजली आपूर्ति भी बाधित हुई है. सबसे ज्यादा किसानों को नुकसान हुआ है. उनकी पकी पकाई फसल चौपट हो गई.
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राठौड़ ने कहा कि आंधी के कहर से खड़ी व काटकर रखी गई फसलें चौपट होने से किसानों के मुंह आया निवाला छीन गया है. उन्होंने गहलोत सरकार से किसानों की जल्द से जल्द मदद करने की मांग की. उन्हों कहा मेरी राज्य सरकार से मांग है कि तूफान, आंधी की वजह नष्ट हुई फसलों के भारी नुकसान का तत्काल रूप से सर्वे करवाकर प्रभावित किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान की जाए.
राजस्थान में होगी विशेष गिरदावरी
राजस्थान में आंधी और ओलावृष्टि से कई जिलों में फसलों को भारी नुकसान हुआ है. इसे देखते हुए सरकार ने विशेष गिरदावरी कराने का फैसला लिया है. राजस्व मंत्री हरीश चौधरी ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी. फसलों के नुकसान का आकलन करने के लिए सभी जिला कलेक्टरों को विशेष गिरदावरी करने के निर्देश दिए गए हैं. रविवार को आंधी से जैसलमेर, फतेहगढ़ इलाके में जीरा, ईसबगोल और चने की फसल को भारी नुकसान हुआ था.
सतीश पूनिया ने की जल्द गिरदावरी की मांग
उधर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर सतीश पूनिया आंधी तूफान से हताहत किसानों को जल्द राहत देने की मांग की है. पूनिया ने अपने बयान में कहा कि ...जैसलमेर सहित पश्चिम राजस्थान के कुछ जिलों में आए विनाशकारी रेतीले तूफान से किसान भाइयों की फसलों और वहां के रहवासियों को नुकसान हुआ है, इसके अलावा जयपुर, दौसा, भरतपुर, अलवर, सीकर, भीलवाड़ा, टोंक, अजमेर सहित प्रदेश के विभिन्न जिलों में तेज बारिश और आंधी से फसलों को नुकसान हुआ है, मेरा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जी से आग्रह है कि शीघ्रातिशीघ्र गिरदावरी करवाकर किसानों को मुआवजा दिया जाए.