जयपुर. राजस्थान में कांग्रेस सभी 25 लोकसभा सीटों पर हार चुकी है और भाजपा ने दोबारा 25 सीटें जीतकर अपना वर्चस्व साबित कर दिया है. खास बात यह है कि राजस्थान में कांग्रेस की सरकार होने के बावजूद वो एक भी सीट पर अपने प्रत्याशी को जिताने में कामयाब नहीं हो पाई.
राजस्थान के उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने ईटीवी भारत के साथ खास बातचीत में कहा कि कांग्रेस के महामंत्री अविनाश पांडे ने कहा था कि जो मंत्री अपने क्षेत्र में जीत नहीं दिला पाया उसे अपना पद छोड़ना पड़ेगा. अब मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री दोनों ही अपनी सीटों से जीत नहीं दिला पाए हैं ऐसे में नैतिकता के आधार पर दोनों को इस्तीफा दे देना चाहिए.
राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि यह राजस्थान की सरकार का 4 महीने का कुशासन था. जिसके चलते कांग्रेस 200 में से महज 15 विधानसभाओं में जीत दर्ज कर सकी है. ऐसे में अब कांग्रेस अपना जनाधार खो चुकी है नैतिकता के हिसाब से कांग्रेस को नया जनाधार लेने के लिए जनता के बीच जाना चाहिए. मतलब साफ है कि अब भाजपा की ओर से मध्यावधि चुनाव की बात की जाने लगी है.
मध्य प्रदेश में जिस तरीके से कयास लगाए जा रहे हैं कि वहां सरकार में परिवर्तन हो सकता है. उसी तरीके से राजस्थान में भी ऐसा होने की चर्चाओं का बाजार गर्म है. इस बारे में जब उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि जब भी किसी जहाज में छेद हो जाता है तो लोग उसे छोड़ कर चले जाते हैं और कांग्रेस के जहाज में तो बहुत बड़ा सुराख हो गया है. अब इस बात का जवाब समय ही बताएगा कि कितने लोग कांग्रेस के जहाज को छोड़कर भागते हैं.