जयपुर. प्रदेश चल रहे सियासी संग्राम के बीच प्रतिपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौड़ का एक बड़ा बयान सामने आया है. खास तौर पर सोशल मीडिया पर वायरल हुई कांग्रेस के 19 सीटों पर प्रत्याशियों की सूची को लेकर राठौड़ ने कटाक्ष किया है कि संसदीय इतिहास में ऐसा पहला मौका है, जब संसदीय परंपराओं को धता बताया गया है.
उम्मीदवारों के पैनल के नाम हवा में उछाल दिए गए नोटिस को लेकर भी राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष के पास अर्ध न्यायिक शक्तियां है और वह यह मानकर चल रहे हैं, जैसे संबंधित 19 विधायकों की योग्यता खत्म ही हो जाएगी. लेकिन अभी देश में कानून जिंदा है, हाई कोर्ट भी है और सुप्रीम कोर्ट भी. जयपुर में पत्रकारों से बातचीत के दौरान राजेंद्र राठौड़ ने यह बात कही.
इस दौरान राजेंद्र राठौड़ ने यह भी कहा कि गहलोत सरकार CPM के साथ हॉर्स ट्रेडिंग कर रही है, तो कभी बहुजन समाज पार्टी के विधायकों को खुद में मिलाकर सरकार बनाती हैं.
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वहीं पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को लेकर सचिन पायलट के मीडिया में छपे बयानों से जुड़े सवाल पर राजेंद्र राठौड़ ने चुप्पी साधे रखी और कहा कि ये पायलट का व्यक्तिगत बयान हो सकता है, वे इस बारे में वह खुद कुछ नहीं कहेंगे.
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बता दें कि विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी की ओर से पार्टी व्हिप के उल्लंघन को लेकर दिए गए नोटिस के खिलाफ पायलट कैंप ने राजस्थान हाईकोर्ट का रुख किया है. गुरुवार को ऑनलाइन माध्यम से पायलट कैंप के विधायक पृथ्वीराज मीणा की ओर से हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की गई है. याचिका में स्पीकर की ओर से दिए गए नोटिस को चुनौती दी गई है. इस मामले में दोपहर बाद आज सुनवाई हो सकती है.