नई दिल्ली/जयपुर: साहित्य अकादमी पुरस्कार 2019 के राजस्थानी भाषा के पुरस्कार से राजस्थान के लेखक रामस्वरूप किसान को नवाजा गया है. रामस्वरूप किसान एक किसान परिवार से हैं और इस सम्मान को लेने के लिए उनका पूरा परिवार साहित्य अकादमी पहुंचा था. जिसमें उनकी पत्नी आनंदी, 2 बेटियां, नाती-पोते उनके साथ आए हुए थे.
हाउसवाइफ हैं रामस्वरूप किसान की पत्नी
रामस्वरूप किसान की पत्नी आनंदी ने बताया कि वह एक गृहणी हैं और किसानी में अपने पति का हाथ बंटाती हैं. उनके पति खेती-बाड़ी के दौरान ही कविता लिखते हैं. लेखक की बेटी सुभद्रा का कहना था कि वह आज बहुत अच्छा खुश है क्योंकि उनके पिता को राजस्थान की लेखनी को लेकर पुरस्कार दिया जा रहा है. ये उनके लिए गर्व की बात है.
'दादा जी की तरह बड़े होकर बनना चाहता हूं लेखक'
रामस्वरूप किसान के पोते सुमित जो कि 7वीं क्लास में पढ़ते हैं, उनका कहना था कि वो अपने दादा जी की लिखी हुई किताबें पढ़ते हैं, उन्हें बहुत अच्छा लगता है. वे दादाजी की लिखी हुई कविता और कहानियां पढ़ते हैं. वह भी बड़े होकर बिल्कुल अपने दादाजी की तरह एक लेखक बनना चाहते हैं.
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किसानों के जीवन पर लिखते हैं कहानियां
राजस्थानी लेखक रामस्वरुप किसान देश के अन्नदाता के जीवन पर आधारित किताबें लिख चुके हैं. वे अपनी कविता-कहानियों के जरिए अन्नदाता की परेशानियों और समस्याओं पर प्रकाश डालते हैं.