जयपुर. राजधानी में स्थित शहीद स्मारक पर उदयपुर और जयपुर संभाग के पटवारी धरना प्रदर्शन में शामिल हुए. इन दोनों संभाग की महिला पटवारियों ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस (International Women Day) के अवसर पर उपवास रखा. महिला पटवारियों ने अपने हाथों पर मेहंदी से ग्रेड पे 3600 लिखा और सरकार से ग्रेड पे 3600 की मांग की.
प्रदेश संगठन मंत्री विमला मीणा ने कहा, वेतन विसंगति को लेकर हम लगातार संघर्ष कर रहे हैं. सरकार महिलाओं को समान अधिकार देने की बात करती है. लेकिन ऐसा नहीं है. सरकार महिलाओं को पूरा मान-सम्मान देने की बात कर पूरी तरह से ढोंग करती है. आज अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर निशुल्क रोडवेज बस की सुविधाएं महिलाओं को निशुल्क उपलब्ध कराई जा रही हैं. वास्तव में यदि सरकार महिलाओं को पूरा मान सम्मान देना चाहती है तो यहां शहीद स्मारक पर आए और पटवारियों की ग्रेड पे 3600 सहित अन्य मांगों को पूरा करे. आज महिला पटवारी शहीद स्मारक पर बैठकर उपवास कर रही हैं और सरकार के खिलाफ आक्रोश जता रही हैं. सरकार से कई दौर की वार्ता होने के बाद भी बात बनती हुई नजर नहीं आ रही.
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मंत्री मीणा ने कहा, सरकार हमें मौखिक आश्वासन देना चाहती है और मौखिक आश्वासन तो सरकार बीते कई साल से दे रही है. लेकिन अब पटवारी आर-पार की लड़ाई के मूड में हैं और बिना लिखित आश्वासन के वे अपना आंदोलन समाप्त नहीं करेंगे. अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर महिला पटवारियों ने सरकार को साफ चेतावनी दी और कहा, हमारी एक ही मांग है कि हमें ग्रेड पे 3600 दी जाए. बिना ग्रेड पे 3600 के हम अपना धरना समाप्त नहीं करेंगे. ग्रेड पे 3600 हमारा हक है और हम इसे लेकर ही रहेंगे.
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बता दें कि प्रदेश के पटवारी ग्रेड पे 3600 के अलावा 9,18,27 के स्थान पर 7,14,21,28 और 32 साल की सेवा अवधि पूरी होने के बाद पदोन्नति व वेतन मान और पूर्व में हुए लिखित समझौतों को लागू करने की मांग कर रहे हैं. पटवारी अपनी मांगों को लेकर विशाल पैदल मार्च निकाल चुके हैं और पेन डाउन हड़ताल भी कर चुके हैं. इसके बावजूद भी सरकार उनकी कोई सुनवाई नहीं कर रही. इसे लेकर पटवारियों में सरकार और राजस्व मंत्री के खिलाफ आक्रोश है.