जयपुर. चिलचिलाती गर्मी के बाद प्रदेश में मौसम का मिजाज बदल रहा है. राजधानी जयपुर समेत प्रदेश (Rajasthan Weather Update) भर में प्री मानसून की बारिश का दौर जारी है. जयपुर समेत अन्य कई जगहों पर झमाझम बारिश से मौसम खुशनुमा बन गया है. बारिश होने से तापमान में भी 3 से 7 डिग्री तक गिरावट दर्ज की गई है. प्रदेश के 1 दर्जन से ज्यादा जिलों में शनिवार को प्री मानसून बारिश हुई. वज्रपात और बारिश को लेकर 17 जिलों में आज येलो अलर्ट जारी किया गया है.
मौसम विभाग की चेतावनी: जयपुर मौसम केंद्र ने अगले 4 दिन के लिए बारिश की चेतावनी जारी की है. वहीं कोटा और भरतपुर संभाग के कुछ हिस्सों में अगले 48 घंटों में तेज बारिश होने की संभावना जताई गई है. श्रीगंगानगर समेत अन्य जगहों पर तापमान में तीन से 7 डिग्री तक की गिरावट दर्ज की गई है. मौसम विभाग ने जयपुर, टोंक, करौली, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, सवाई माधोपुर, सीकर, झुंझुनू, चूरू, नागौर, अजमेर, दोसा, अलवर, जैसलमेर, बीकानेर, जोधपुर, झालावाड़ समेत अन्य जगह पर मेघ गर्जन के साथ बारिश होने की संभावना जताई है. इसके साथ ही 30 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की भी संभावना है.
जयपुर में मौसम सुहाना: राजधानी जयपुर में टोंक रोड, मालवीय नगर समेत (Rajasthan Weather Update) अन्य जगह पर जलभराव की स्थिति भी देखने को मिली है. रविवार सुबह से ही ठंडी हवाओं के साथ बारिश का दौर जारी है. ठंडी हवाओं के चलने से आमेर जल महल, हवा महल, नाहरगढ़, चूलगिरी समेत अन्य पर्यटक स्थलों पर सैलानियों की आवाजाही भी नजर आ रही है. जयपुर के अलावा टोंक, अलवर, श्रीगंगानगर, बीकानेर, हनुमानगढ़, चूरु, भरतपुर, दौसा समेत अन्य जगह पर तेज बारिश हुई है.
अधिकतम तापमान: प्रदेश में अधिकतम तापमान की बात की जाए तो अजमेर में 38.2 डिग्री सेल्सियस, भीलवाड़ा में 36 डिग्री सेल्सियस, वनस्थली में 37.2 डिग्री सेल्सियस, अलवर में 32.5 डिग्री सेल्सियस, जयपुर में 37.2 डिग्री सेल्सियस, पिलानी में 38.4 डिग्री सेल्सियस, सीकर में 36 डिग्री सेल्सियस, कोटा में 37.2 डिग्री सेल्सियस, बूंदी में 40.2 डिग्री सेल्सियस, चित्तौड़गढ़ में 38.1 डिग्री सेल्सियस, डबोक में 36.4 डिग्री सेल्सियस, बाड़मेर में 38.9 डिग्री सेल्सियस, पाली में 38.4 डिग्री सेल्सियस रहा.
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जैसलमेर में 38.4 डिग्री सेल्सियस, जोधपुर में 38.2 डिग्री सेल्सियस, फलौदी में 40 डिग्री सेल्सियस, बीकानेर में 38.4 डिग्री सेल्सियस, चूरू में 32.6 डिग्री सेल्सियस, श्रीगंगानगर में 29.6 डिग्री सेल्सियस, धौलपुर में 32.9 डिग्री सेल्सियस, नागौर में 38.7 डिग्री सेल्सियस, टोंक में 38 डिग्री सेल्सियस, बारां में 39.1 डिग्री सेल्सियस, डूंगरपुर में 37 डिग्री सेल्सियस, हनुमानगढ़ में 29.5 डिग्री सेल्सियस, जालौर में 39.2 डिग्री सेल्सियस, सिरोही में 37.7 डिग्री सेल्सियस, सवाई माधोपुर में 37.6 डिग्री सेल्सियस, करौली में 36 डिग्री सेल्सियस, बांसवाड़ा में 36.3 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान दर्ज किया गया है.
गर्मी से मिली राहत: जयपुर मौसम केंद्र के निदेशक राधेश्याम शर्मा के मुताबिक अगले 3 दिन तक पश्चिमी राजस्थान के इलाकों में मानसून पूर्व की बारिश जारी रहेगी. इस दौरान हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश होगी. तापमान में गिरावट के कारण लोगों को गर्मी से थोड़ी राहत मिली है. जयपुर में रविवार को तेज हवा चलने के साथ बारिश की संभावना जताई गई है.
मौसम विभाग के मुताबिक इस बार मानसून सामान्य रहेगा. बारिश के बीच अगर बड़ा अंतर नहीं आता है, तो जुलाई-अगस्त में अच्छी बारिश होगी. देश में पूर्वी महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ ऐसे प्रदेश हैं, जहां बंगाल की खाड़ी और अरब सागर दोनों मानसून सक्रिय होते हैं. मौसम विभाग के मुताबिक दौसा में 85 एमएम, भीलवाड़ा में 28 एमएम, करौली में 27 एमएम, टोंक में 25 एमएम, अलवर में 17 एमएम, सीकर में 16 एमएम, जयपुर में 13 एमएम, पिलानी में 8 एमएम, चूरू में 9.2 एमएम और बीकानेर में 2.8 एमएम बारिश दर्ज की गई है.
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नागौर जिले में भी बरसे मेघ: नागौर शहर में भी तड़के बारिश का दौर कुछ देर थमा लेकिन सुबह फिर से झमाझम बारिश (Pre Monsoon in Rajasthan) शुरू हो गई. इधर डिडवाना में तेज बारिश की वजह से बस स्टेंड और फाउंटेन सर्किल पर पानी भर गया. जिसकी वजह से लोगों को आवागमन में मामूली परेशानी का सामना करना पड़ा. बादलों ने पूरे जिले को कमोबेश भिगोया है.
जिसमें डेगाना में 9 एमएम, डीडवाना में 24 एमएम, जायल में 20 एमएम, कुचामन में 40 एमएम, लाडनूं में 7 एमएम, मकराना में 26 एमएम, मेड़ता और मुंडवा में 3-3 एमएम और परबतसर में 5 एमएम बारिश दर्ज की गई. जबकि जिला मुख्यालय नागौर में 8 एमएम बारिश दर्ज की गई, वहीं नावां उपखंड मुख्यालय पर सर्वाधिक 47 एमएम बारिश दर्ज की गई है. सीजन की पहली बारिश के साथ ही किसानों में हर्ष है कृषक वर्ग काफी दिनों से बारिश के इंतजार में था. अब बारिश होने से खरीफ की फसल की बुवाई हो पाएगी.
अलवर में आया पर्यटकों का सैलाब: अलवर में बीते दो दिनों से रुक-रुक कर बारिश हो रही है. ऐसे में वहां का मौसम सुहाना हो चुका है. मौसम का आनंद लेने के लिए बड़ी संख्या में पर्यटक पर्यटन स्थलों पर पहुंच रहे हैं. पहाड़ों से झरने गिर रहे हैं, तो सूखी नदियों में पानी आ चुका है. दिनभर बादल छाए रहते हैं और बारिश की हल्की बूंदों से मौसम में ठंडक आ गई है. रविवार सुबह से ही अलवर के सभी पर्यटन स्थलों पर लोगों की भारी भीड़ नजर आई. सरिस्का में आने वाले पर्यटकों को बाघ की भी साइटिंग हुई.
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अरावली की वादियों की गोद में बसा अलवर जंगल पहाड़ के लिए देश-विदेश में अपनी खास पहचान रखता है. बारिश के मौसम में अलवर का नजारा हिल स्टेशन जैसा रहता है. इसलिए हजारों की संख्या में पर्यटक घूमने के लिए अलवर आते हैं. बारिश के समय में जंगल हरे-भरे नजर आते हैं, बरसाती नदियों में पानी रहता है और पहाड़ों से जगह-जगह झरने गिरते हुए दिखाई देते हैं. अलवर में छोटे-बड़े 27 पर्यटन स्थल हैं. सरिस्का में देश विदेश से घूमने के लिए आने वाले पर्यटकों को बाघों की साइटिंग हुई.
बारां में भी दुकानों में भरा पानी : प्री-मानसून की पहली बारिश में ही बारां के प्रताप चौक पर दुकानों मे पानी भर गया. रविवार को हुई लगभग 2 घंटे की जोरदार बारिश से शहर की सभी सड़कें लबालब हो गईं. श्रीराम स्टेडियम से नगर परिषद तक कई दुकानों मे पानी भर गया, जिससे लोगों को परेशान उठानी पड़ी. हालांकि, लोगों का ज्यादा नुकसान नहीं हुआ.