ETV Bharat / city

'खोदा पहाड़ निकली चुहिया' के समान है बजट, जमीन पर नहीं उतार सकेंगे घोषित किया Budget : कटारिया

राजस्थान विधानसभा में आगामी वित्तीय वर्ष का राज्य बजट पारित होने से पहले नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया बजट में कई खामियां गिनाई और कहा कि घोषित हुआ बजट प्रदेश सरकार जमीन पर नहीं उतार सकेगी. कटारिया ने कहा कि यह बजट 'खोदा पहाड़ निकली चुहिया' के समान है. कटारिया सदन में राजस्थान विनियोग संख्या दो और राजस्थान वित्त विधेयक 2022 पर चर्चा के दौरान बोल थे.

Gulab Chand Kataria
नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया
author img

By

Published : Mar 21, 2022, 10:17 PM IST

जयपुर. इस दौरान गुलाबचंद कटारिया ने साल 2019 से लेकर अब तक पेश किए गए राज्य बजट के आंकड़े (Kataria Alleged Gehlot Government) सदन में रखें और यह भी कहा कि जो बजट घोषित किया गया था, उनमें से अधिकतर बजट घोषणा है. आज तक पूरी नहीं हुई कटारिया ने कहा कि बजट में जो खर्चा बताया गया है वह साल 2021-22 में 4 लाख 57 हजार करोड़ का बताया गया था. लेकिन आरई में इसे बढ़ाकर 4 लाख 72 हजार करोड़ कर दिया गया.

लेकिन मैं यह दावा करता हूं कि राजस्थान पर वर्तमान में 5 लाख करोड़ से भी अधिक का कर्जा हो गया है और अगले साल यह कर्जा बढ़कर छह लाख करोड़ का हो जाएगा. कटारिया ने कहा कि यदि इसमें बिजली के घाटे को जोड़ लिया जाए तो यह आठ लाख करोड़ का घाटा होगा. कटारिया ने कहा कि सरकार यह बजट किसी कीमत पर पूरा नहीं कर सकती, क्योंकि जो घोषणाएं की गई हैं उसमें से 75 फीसदी बजट तो हेवी कर्जा लेकर ही पूरा किया जाता है, इसे चुकाएगी जनता ही.

पढ़ें : गहलोत सरकार को नेता प्रतिपक्ष की नसीहत, मंदिर है तब तक ठीक है, वरना तो...

सदन में सीएम आए तो अधिकारी आ गए, खत्म हो रहा है सदन का महत्व : सदन में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया अधिकारियों की अनुपस्थिति को लेकर भी बोले. कटारिया ने कहा आज जब मुख्यमंत्री यहां मौजूद हैं तो अधिकारी लॉबी में सभी अधिकारी मौजूद हैं, लेकिन सत्र में अधिकतर बार अधिकारी गायब रहे. कटारिया ने कहा कि इस प्रकार की सदन की दुर्गति मैंने नहीं देखी.

केंद्र ने कोरोना कालखंड में इतना सहयोग किया, दो शब्द प्रधानमंत्री के लिए भी कह दो : कटारिया ने कहा कि मुख्यमंत्री अपने भाषण में बस केंद्र सरकार को कोसते रहते हैं, जबकि मौजूदा बजट में जो भी घोषणा की गई है, उसमें केंद्र से मिलने वाले फंड का भी योगदान रहेगा. कटारिया ने कहा कि कोरोना कालखंड में केंद्रीय ने राजस्थान सरकार की खूब मदद की. चाहे लोगों को अनाज देने का मामला हो या अन्य सहायता, लेकिन मुख्यमंत्री की जुबान पर कभी धन्यवाद का एक शब्द नहीं आया.

जयपुर. इस दौरान गुलाबचंद कटारिया ने साल 2019 से लेकर अब तक पेश किए गए राज्य बजट के आंकड़े (Kataria Alleged Gehlot Government) सदन में रखें और यह भी कहा कि जो बजट घोषित किया गया था, उनमें से अधिकतर बजट घोषणा है. आज तक पूरी नहीं हुई कटारिया ने कहा कि बजट में जो खर्चा बताया गया है वह साल 2021-22 में 4 लाख 57 हजार करोड़ का बताया गया था. लेकिन आरई में इसे बढ़ाकर 4 लाख 72 हजार करोड़ कर दिया गया.

लेकिन मैं यह दावा करता हूं कि राजस्थान पर वर्तमान में 5 लाख करोड़ से भी अधिक का कर्जा हो गया है और अगले साल यह कर्जा बढ़कर छह लाख करोड़ का हो जाएगा. कटारिया ने कहा कि यदि इसमें बिजली के घाटे को जोड़ लिया जाए तो यह आठ लाख करोड़ का घाटा होगा. कटारिया ने कहा कि सरकार यह बजट किसी कीमत पर पूरा नहीं कर सकती, क्योंकि जो घोषणाएं की गई हैं उसमें से 75 फीसदी बजट तो हेवी कर्जा लेकर ही पूरा किया जाता है, इसे चुकाएगी जनता ही.

पढ़ें : गहलोत सरकार को नेता प्रतिपक्ष की नसीहत, मंदिर है तब तक ठीक है, वरना तो...

सदन में सीएम आए तो अधिकारी आ गए, खत्म हो रहा है सदन का महत्व : सदन में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया अधिकारियों की अनुपस्थिति को लेकर भी बोले. कटारिया ने कहा आज जब मुख्यमंत्री यहां मौजूद हैं तो अधिकारी लॉबी में सभी अधिकारी मौजूद हैं, लेकिन सत्र में अधिकतर बार अधिकारी गायब रहे. कटारिया ने कहा कि इस प्रकार की सदन की दुर्गति मैंने नहीं देखी.

केंद्र ने कोरोना कालखंड में इतना सहयोग किया, दो शब्द प्रधानमंत्री के लिए भी कह दो : कटारिया ने कहा कि मुख्यमंत्री अपने भाषण में बस केंद्र सरकार को कोसते रहते हैं, जबकि मौजूदा बजट में जो भी घोषणा की गई है, उसमें केंद्र से मिलने वाले फंड का भी योगदान रहेगा. कटारिया ने कहा कि कोरोना कालखंड में केंद्रीय ने राजस्थान सरकार की खूब मदद की. चाहे लोगों को अनाज देने का मामला हो या अन्य सहायता, लेकिन मुख्यमंत्री की जुबान पर कभी धन्यवाद का एक शब्द नहीं आया.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.