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हनुमान बेनीवाल ने लगाई भाजपा में सेंध, बागी उदयलाल डांगी को प्रत्याशी बना उतारा मैदान में

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Published : Oct 8, 2021, 3:31 PM IST

Updated : Oct 8, 2021, 5:21 PM IST

प्रदेश में वल्लभनगर सीट पर होने वाला उपचुनाव अब बेहद रोचक होता नजर आ रहा है. इस सीट पर राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) ने भाजपा का खेल बिगाड़ते हुए भाजपा के बागी उदयलाल डांगी को अपना प्रत्याशी बना लिया है. एकाएक हुए इस घटनाक्रम के बाद अब वल्लभनगर में भाजपा के समक्ष कांग्रेस और जनता सेना के साथ ही एक बड़ी चुनौती आरएलपी भी बन गई है.

Vallabhnagar by election
वल्लभनगर उपचुनाव

जयपुर. आरएलपी ने अंतिम समय तक इस सीट पर अपने पत्ते नहीं खोले थे, क्योंकि आरएलपी सुप्रीमो (Hanuman Beniwal) को इंतजार था भाजपा व कांग्रेस की ओर से प्रत्याशी के एलान किए जाने का. जब एलान हुआ तो उन दोनों ही पार्टियों के प्रमुख बागी भी सामने आ गए.

आरएलपी ने भाजपा के प्रमुख बागी और पूर्व प्रत्याशी रहे उदयलाल डांगी से संपर्क साधा और डांगी ने भी हाथों-हाथ इसे स्वीकार कर लिया. क्योंकि उदयलाल डांगी को भी भाजपा से टिकट न मिलने के बाद एक पार्टी की जरूरत थी और आरएलपी को भी इस क्षेत्र से उपचुनाव में अपनी जोरदार मौजूदगी दिखाना है. मतलब दोनों को एक दूसरे की जरूरत थी और इसी जरूरत ने वल्लभनगर उपचुनाव सीट के समीकरण को भी बदल डाला.

पढ़ें : इशारों में पायलट ने गहलोत को दिया जवाब, कहा- मैं 50 साल तक यहीं हूं, सारे अधूरे काम पूरा करूंगा

अब यहां आरएलपी भी उदयलाल डांगी को प्रत्याशी बनाए जाने के बाद कुछ हद तक दौड़ में आ गई है. वहीं, इस सीट पर कांग्रेस, भाजपा, जनता सेना और आरएलपी के प्रत्याशियों के बीच प्रमुख मुकाबला होगा.

भाजपा के पुराने साथी ने ही बिगाड़ा खेल, क्योंकि निशाने पर थे कटारिया...

यूं तो राजनीति में कोई किसी का स्थाई शत्रु या मित्र नहीं होता, लेकिन वल्लभनगर क्षेत्र में उपचुनाव के दौरान जो खेल राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी ने खेला वह सबको अचंभित करने वाला था. वो इसलिए, क्योंकि आरएलपी कुछ माह पहले तक एनडीए और भाजपा के साथ गठबंधन में थी, लेकिन नए कृषि कानून के बाद यह गठबंधन टूटा और भाजपा का ही पुराना साथी आरएलपी सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल भाजपा का ही घोर विरोधी हो गया.

बेनीवाल के अदावत नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया से भी हैं और संभवता इसी कारण मेवाड़ के इस उपचुनाव के रण में आरएलपी अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज करना चाहती है, ताकि क्षेत्र में बीजेपी कमजोर हो तो उसकी सीधी जिम्मेदारी नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया पर आए.

कौन हैं उदयलाल डांगी...

साल 2018 में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान नगर सीट पर भाजपा ने उदयलाल डांगी को अपना प्रत्याशी बनाया था, लेकिन वे चुनाव हार गए. बताया जा रहा है कि उदयलाल डांगी के समर्थन में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया भी थे. इस बार भी चाहते थे भाजपा इस उपचुनाव में प्रत्याशी बनाए, लेकिन धरियावद में गुलाबचंद कटारिया की सहमति पर खेत सिंह मीणा को टिकट मिल गया.

पढ़ें : Rajasthan By Election 2021: वल्लभनगर सीट से प्रीति शक्तावत दिखाएंगी दम खम, मंच पर गहलोत-पायलट एक साथ

लेकिन वल्लभनगर सीट पर प्रत्याशी के नाम पर कटारिया को समझौता करना पड़ा और यहां हिम्मत सिंह झाला को बीजेपी ने प्रत्याशी बनाया, जिससे उदयलाल डांगी और उनके समर्थक बेहद नाराज थे. डांगी ने इसी नाराजगी के चलते पहले निर्दलीय नामांकन दाखिल किया और अब आरएलपी के बैनर तले पर्चा भरा.

क्या कहा बेनीवाल ने...

क्या कहा बेनीवाल ने...

हनुमान बेनीवाल ने कहा कि भाजपा-कांग्रेस से जनता त्रस्त आ चुकी है. ऐसे में जनता मेवाड़ की दोनों सीटें आरएलपी को जीताएगी. बेनीवाल ने कहा कि उदयलाल डांगी नेता है, इन्हें विधानसभा में बैठना है. इसलिए मैं चाहता हूं कि आने वाले समय में मेवाड़ के बड़े नेता बनें. कांग्रेस की चाल और सरकार पर जुबानी हमला बोलते हुए बेनीवाल ने कहा कि गहलोत सरकार का समय निकल रहा है. खुद भी टाइम पास कर रहे हैं. यही हालत भाजपा की है, जहां दर्जनभर दावेदार हैं जो हरदम लड़ते रहते हैं. ऐसे में लोग दिन-रात एक कर के हमारे प्रत्याशी को जिताने के लिए काम करेंगे.

जयपुर. आरएलपी ने अंतिम समय तक इस सीट पर अपने पत्ते नहीं खोले थे, क्योंकि आरएलपी सुप्रीमो (Hanuman Beniwal) को इंतजार था भाजपा व कांग्रेस की ओर से प्रत्याशी के एलान किए जाने का. जब एलान हुआ तो उन दोनों ही पार्टियों के प्रमुख बागी भी सामने आ गए.

आरएलपी ने भाजपा के प्रमुख बागी और पूर्व प्रत्याशी रहे उदयलाल डांगी से संपर्क साधा और डांगी ने भी हाथों-हाथ इसे स्वीकार कर लिया. क्योंकि उदयलाल डांगी को भी भाजपा से टिकट न मिलने के बाद एक पार्टी की जरूरत थी और आरएलपी को भी इस क्षेत्र से उपचुनाव में अपनी जोरदार मौजूदगी दिखाना है. मतलब दोनों को एक दूसरे की जरूरत थी और इसी जरूरत ने वल्लभनगर उपचुनाव सीट के समीकरण को भी बदल डाला.

पढ़ें : इशारों में पायलट ने गहलोत को दिया जवाब, कहा- मैं 50 साल तक यहीं हूं, सारे अधूरे काम पूरा करूंगा

अब यहां आरएलपी भी उदयलाल डांगी को प्रत्याशी बनाए जाने के बाद कुछ हद तक दौड़ में आ गई है. वहीं, इस सीट पर कांग्रेस, भाजपा, जनता सेना और आरएलपी के प्रत्याशियों के बीच प्रमुख मुकाबला होगा.

भाजपा के पुराने साथी ने ही बिगाड़ा खेल, क्योंकि निशाने पर थे कटारिया...

यूं तो राजनीति में कोई किसी का स्थाई शत्रु या मित्र नहीं होता, लेकिन वल्लभनगर क्षेत्र में उपचुनाव के दौरान जो खेल राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी ने खेला वह सबको अचंभित करने वाला था. वो इसलिए, क्योंकि आरएलपी कुछ माह पहले तक एनडीए और भाजपा के साथ गठबंधन में थी, लेकिन नए कृषि कानून के बाद यह गठबंधन टूटा और भाजपा का ही पुराना साथी आरएलपी सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल भाजपा का ही घोर विरोधी हो गया.

बेनीवाल के अदावत नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया से भी हैं और संभवता इसी कारण मेवाड़ के इस उपचुनाव के रण में आरएलपी अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज करना चाहती है, ताकि क्षेत्र में बीजेपी कमजोर हो तो उसकी सीधी जिम्मेदारी नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया पर आए.

कौन हैं उदयलाल डांगी...

साल 2018 में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान नगर सीट पर भाजपा ने उदयलाल डांगी को अपना प्रत्याशी बनाया था, लेकिन वे चुनाव हार गए. बताया जा रहा है कि उदयलाल डांगी के समर्थन में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया भी थे. इस बार भी चाहते थे भाजपा इस उपचुनाव में प्रत्याशी बनाए, लेकिन धरियावद में गुलाबचंद कटारिया की सहमति पर खेत सिंह मीणा को टिकट मिल गया.

पढ़ें : Rajasthan By Election 2021: वल्लभनगर सीट से प्रीति शक्तावत दिखाएंगी दम खम, मंच पर गहलोत-पायलट एक साथ

लेकिन वल्लभनगर सीट पर प्रत्याशी के नाम पर कटारिया को समझौता करना पड़ा और यहां हिम्मत सिंह झाला को बीजेपी ने प्रत्याशी बनाया, जिससे उदयलाल डांगी और उनके समर्थक बेहद नाराज थे. डांगी ने इसी नाराजगी के चलते पहले निर्दलीय नामांकन दाखिल किया और अब आरएलपी के बैनर तले पर्चा भरा.

क्या कहा बेनीवाल ने...

क्या कहा बेनीवाल ने...

हनुमान बेनीवाल ने कहा कि भाजपा-कांग्रेस से जनता त्रस्त आ चुकी है. ऐसे में जनता मेवाड़ की दोनों सीटें आरएलपी को जीताएगी. बेनीवाल ने कहा कि उदयलाल डांगी नेता है, इन्हें विधानसभा में बैठना है. इसलिए मैं चाहता हूं कि आने वाले समय में मेवाड़ के बड़े नेता बनें. कांग्रेस की चाल और सरकार पर जुबानी हमला बोलते हुए बेनीवाल ने कहा कि गहलोत सरकार का समय निकल रहा है. खुद भी टाइम पास कर रहे हैं. यही हालत भाजपा की है, जहां दर्जनभर दावेदार हैं जो हरदम लड़ते रहते हैं. ऐसे में लोग दिन-रात एक कर के हमारे प्रत्याशी को जिताने के लिए काम करेंगे.

Last Updated : Oct 8, 2021, 5:21 PM IST
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