28 साल बाद हत्या का खुलासा...बेवफा पत्नी ने बनाया था कातिल, जानिए पूरा मामला
उदयपुर जिले की जावर माइंस थाना पुलिस ने शनिवार को 28 साल पुराने हत्या के मामले (Murder case in Udaipur) का खुलासा करते हुए मुख्य आरोपी को नोएडा से गिरफ्तार किया है. आरोपी 28 सालों से फरार चल रहा था. उसने अपनी पत्नी के अवैध संबंध के मामले में अपने साले के साथ मिलकर एक मजदूर की निर्मम हत्या कर उसके शव को जला दिया था. थानाधिकारी बाबूलाल मुरारिया ने बताया कि वारदात को उदयपुर के जावर माइंस क्षेत्र में अंजाम दिया गया था.
उदयपुर संभाग के सबसे बड़े अस्पताल महाराणा भूपाल चिकित्सालय पर एक बार फिर सवाल खड़े हुए हैं (Udaipur MB Hospital). चिकित्सालय प्रशासन पर पीड़ित परिवार ने गंभीर आरोप लगाए हैं. उनका कहना है कि डॉक्टर की संवेदनहीनता से मरीज की जान चली गई. शनिवार को करीब 2 घंटे तक परिजन गंभीर अवस्था में मरीज को इधर से उधर लेकर भागते रहे. लेकिन अस्पताल प्रशासन ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया (Negligence in Udaipur MB Hospital). आखिरकार मरीज ने दम तोड़ दिया. जब अस्पताल के अधीक्षक डॉ आर एल सुमन से पूछा गया तो उन्होंने टका सा जवाब दिया कि- मामला संज्ञान में नहीं आया है.
इंदिरा गांधी पंचायती राज संस्थान के महानिदेशक के दफ्तर और रेस्ट रूम में लगी आग, कई दस्तावेज जलकर राख
इंदिरा गांधी पंचायती राज संस्थान के महानिदेशक के दफ्तर और रेस्ट रूम में रविवार को आग लग गई. आग लगने से कई दस्तावेज जलकर राख हो गए. हालांकि, किस तरह के दस्तावेज जले हैं अभी इसकी जानकारी नहीं मिल सकी है.
जयपुर के काला महादेव : असाध्य बीमारियों से मुक्ति दिलाते हैं भोलेनाथ
सावन के महीने में भगवान भोलेनाथ की कृपा पाने के लिए भक्त मंदिरों में विशेष-पूजा अर्चना कर रहे हैं. हर शिव मंदिर में बोल बम के साथ ही हर-हर महादेव के जयकारे की गूंज सुनाई देती है. भक्ति भाव की पावन छटा के बीच ईटीवी भारत आपको जयपुर के उस शिवालय (Kala Mahadev of Jaipur) के बारे में बता रहा है जो खुद महाकाल का स्वरूप कहलाता है. जहां महामृत्युंजय का पाठ करने से असाध्य बीमारियों से निजात मिल जाती है.
नागौर स्थित वैदिक गुरुकुल के शिक्षार्थी का एक रूह कंपा देने वाला वीडियो सामने आया है (Child Brutally Beaten up In Nagaur ). सोशल मीडिया पर वायरल हो रही क्लिप में मासूम अपने साथ हुई दरिंदगी की दास्तां सुना रहा है. कूल्हों पर पड़ी नील और जख्म देख बर्बरता का अंदाजा लगाया जा सकता है. इस वायरल वीडियो की सत्यता की पुष्टि ईटीवी भारत नहीं करता है. इस मामले की रपट तो नहीं लिखवाई गई लेकिन गुरुकुल ट्रस्टीज ने अपनी साख को दागदार न करने के लिए 'अपने बटुक' के दोषी की छुट्टी कर दी है.
प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा पूरी तरह चुनावी मोड में है लेकिन पार्टी प्रदेश अध्यक्ष से लेकर राजस्थान के कुछ प्रमुख नेता असमंजस की स्थिति में भी हैं. असमंजस प्रदेश भाजपा नेतृत्व को लेकर है. सतीश पूनिया का बतौर पार्टी प्रदेश अध्यक्ष 3 साल का कार्यकाल इस साल पूरा हो जाएगा. पूनिया यथावत रहेंगे या उनका स्थान कोई दूसरा नेता लेगा इसे लेकर सुगबुगाहट हो रही है.
राजनीति में रिटायरमेंट का फार्मूला बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने अपने निजी विचारों के जरिए (Satish Poonia Retirement Formula in politics) बताया है. अगर पूनिया के फार्मूले को देखें तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही नहीं बल्कि पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सहित प्रदेश के 17 नेता इसके दायरे में आते हैं. मतलब यह है कि अगर ये फार्मूला लागू हो जाए तो ये नेता 2023 से 2024 के चुनाव तक राजनीति से आउट हो जाएंगे.
उदयपुर में तीन दिन तक कांग्रेस का चिंतन शिविर चला था. इसमें पार्टी को नए रूप रंग में ढालने का खाका खींचा गया. 1 परिवार 1 टिकट फॉर्मूला बाहर निकल कर आया. इस पर हाय तौबा भी मची फिर सहमति भी बन गई. लेकिन अपने तो फिर अपने होते हैं माननीयों ने अपनी Absence में अपनी अगली पीढ़ी यानी Gen Y (जो भी 25 से 40 साल के बीच हैं) को तैयार कर लिया है (GenY of Rajasthan Congress).
9 साल बाद सरकार का निर्णयः उत्तराखण्ड त्रासदी में मृतकों के आश्रितों को मिलेगी सरकारी नौकरी
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 2013 में उत्तराखण्ड में आई बाढ़ त्रासदी में जान गंवाने वाले और स्थाई रूप से (Rajasthan people dead in Uttarakhand tragedy of 2013) लापता हुए राजस्थान के मूल निवासियों के आश्रितों को अनुकंपात्मक नौकरी देने का निर्णय लिया है. मुख्यमंत्री के इस निर्णय से मृतक श्रद्धालुओं के आश्रितों को शैक्षणिक योग्यता के आधार पर पे-मेट्रिक्स लेवल-1 से लेवल-9 तक की राजस्थान अधीनस्थ सेवाओं, मंत्रालयिक एवं चतुर्थ श्रेणी सेवाओं के अंतर्गत आने वाले सीधी भर्ती के पदों पर नियुक्ति दी जा सकेगी. उक्त निर्णय से मृतक श्रद्धालुओं के आश्रितों को सम्बल तथा वित्तीय सुरक्षा मिल सकेगी.
टोंक जिले के मालपुरा में नए रास्ते से कावड़यात्रा निकालने की शर्तों के बीच कांवड़ यात्रा समिति ने (Kanwar Yatra canceled by the Committee in tonk) यात्रा निरस्त कर दी है. वहीं मौजूदा स्थिति को देखते हुए जिला प्रशासन ने मालपुरा और टोडारायसिंह में अगले 48 घंटे के लिए इंटरनेट बंद करने के आदेश दिए हैं.