जयपुर. राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती पर इस बार कांग्रेस पार्टी कृषि कानून और हाथरस की घटना के खिलाफ सड़कों पर है. इस दौरान कांग्रेस पार्टी के सभी कार्यक्रमों मे सोशल डिस्टेंसिंग की जमकर धज्जियां उड़ी. ये कार्यक्रम चाहे मास्क वितरित करने का हो या फिर संगठन का कृषि कानूनों का विरोध करने का हो.
वहीं, कांग्रेस पार्टी के अग्रिम संगठन सेवा दल की ओर से रात को 8:00 बजे हुआ विरोध प्रदर्शन ना तो किसी कानून को तोड़ रहा था और ना ही कोरोना के संकट से जूझ रहे लोगों में गलत मैसेज दे रहा था. दरअसल, हाथरस में दलित युवती के साथ हुई घटना और राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के साथ यूपी सरकार की बदसलूकी के विरोध में कांग्रेस सेवा दल की ओर से शहीद स्मारक पर कैंडल मार्च निकाला गया.
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इस दौरान सेवादल कार्यकर्ताओं ने 'रघुपति राघव राजा राम' भजन गाया और हाथरस की दलित युवती के लिए इंसाफ की मांग की. इसके साथ ही सेवादल कार्यकर्ताओं ने साफ तौर पर कहा कि वह अपने नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के साथ खड़े हैं. उन्होंने कहा कि उनके नेता हमेशा गरीबों पर होने वाले अत्याचार के खिलाफ खड़े होते हैं.
राजस्थान सेवा दल कांग्रेस के अध्यक्ष हेम सिंह ने कहा कि जिस तरीके से यूपी की सरकार ने राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के साथ दुर्व्यवहार करने की कोशिश की है, यह साफ तौर पर बताता है कि भाजपा राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से डर रही है. लेकिन चाहे कितने भी अत्याचार केंद्र सरकार क्यों ना कर ले राहुल गांधी और प्रियंका गांधी इसी तरीके से गरीब पिछड़े और ऐसा हायों की आवाज उठाते रहेंगे.
क्या है पूरा मामला
हाथरस में बीते 14 सितंबर को पीड़िता अपनी मां के साथ पशुओं का चारा लेने गई थी. आरोप है कि उस समय गांव का ही युवक खेत पर आया और युवती को घसीट कर ले गया, जहां उसने तीन अन्य साथियों के साथ मिलकर युवती के साथ दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया. इतना ही नहीं, आरोपियों ने पीड़िता का गला दबाकर मारने का प्रयास किया. इस दौरान आरोपियों ने उसकी इतनी पिटाई की, कि वह बेहोश हो गई.
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बेहोशी के बाद आरोपी पीड़िता को मरा समझकर खेत में ही छोड़ गए. आनन-फानन में पीड़िता को जिला अस्पताल लाया गया, जहां से उसे अलीगढ़ रेफर कर दिया गया. अलीगढ़ के बाद उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल रेफर कर दिया गया, जहां इलाज के दौरान पीड़िता की मौत हो गई. इसके बाद दिल्ली से शव गांव लाकर आधी रात में ही पुलिस वालों ने पीड़िता का अंतिम संस्कार कर दिया.
इसके बाद गुरुवार को पीड़िता के परिवार से मिलने राहुल गांधी और प्रियंका गांधी दिल्ली से यमुना एक्सप्रेस वे के माध्यम से हाथरस जा रहे थे, जिन्हें यमुना एक्सप्रेस वे पर रोक लिया गया. कार्यकर्ताओं के नारे लगाने और उत्तेजित होने के बाद पुलिस ने मौके पर लाठियां भी भांजी. इसके बाद राहुल-प्रियंका पैदल ही निकल गए. इस दौरान राहुल गांधी के साथ धक्का-मुक्की भी की गई. इसके बाद से भी पूरे देश में मामले को लेकर धरना-प्रदर्शन जारी है.