जयपुर. रोडवेज कर्मचारी अपने विभिन्न मांगों को लेकर लंबे समय से आंदोलन कर रहे हैं. राजधानी जयपुर में रोडवेज मुख्यालय के पास जयपुर डिपो पर बुधवार को रोडवेज कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन किया. कर्मचारियों की प्रमुख मांगों के समर्थन में रोडवेज वर्कर्स यूनियन सीटू संगठन के आह्वान पर प्रदेश के विभिन्न आगारों पर विरोध प्रदर्शन किया गया.
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वेतन और पेंशन का समय पर भुगतान देने, सेवानिवृत्त कर्मचारियों को सेवानिवृत्ति परिलाभों का अविलंब भुगतान करने, रोडवेज कर्मचारियों को सातवें वेतनमान का लाभ राज्य कर्मचारियों के अनुरूप देने और पेंशन समय पर भुगतान समेत प्रमुख मांगों को लेकर रोडवेज कर्मचारियों ने विरोध प्रदर्शन किया. साथ ही कर्मचारियों ने रोडवेज सीएमडी को ज्ञापन सौंपा. रोडवेज कर्मचारियों ने सरकार और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए आक्रोश जताया.
राजस्थान रोडवेज वर्कर्स यूनियन सीटू के महासचिव किशन सिंह राठौड़ के मुताबिक रोडवेज कर्मचारियों को समय पर वेतन और पेंशन समेत सेवानिवृत्त कर्मचारियों को परिलाभों का भुगतान और सातवें वेतनमान लागू नहीं होने के कारण कर्मचारियों को आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. सेवानिवृत्त कर्मचारियों का भी करीब 500 करोड़ रुपए बकाया चल रहा है. ऐसे में कर्मचारियों के परिवार का पालन पोषण भी मुश्किल हो गया है.
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राठौड़ ने कहा कि समय-समय पर कर्मचारी विरोध प्रदर्शन कर अपनी मांगे पूरी करने के लिए सरकार को अवगत करा रहे हैं, लेकिन सरकार और प्रशासन की ओर से अभी तक कर्मचारियों की मांगों पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है. ऐसे में कर्मचारियों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है. अगर समय रहते सरकार ने कर्मचारियों की मांगों पर ध्यान नहीं दिया तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा.
रोडवेज के कई कर्मचारी कोरोना संक्रमण के चलते मौत के आगोश में आ चुके हैं. राजस्थान रोडवेज वर्कर्स यूनियन सीटू के प्रांतीय कोषाध्यक्ष गणेश चौधरी और प्रांतीय कार्यकारिणी अध्यक्ष सतवीर सिंह के अनुसार सरकार के नेताओं ने चुनाव से पहले रोडवेज कर्मचारियों के सामने बड़े-बड़े वादे किए थे, लेकिन अभी तक कर्मचारियों की मांगों को पूरा नहीं किया गया. कई बार विरोध प्रदर्शन कर सरकार को ज्ञापन भी दिया गया है, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला. उन्होंने कहा कि बढ़ती हुई महंगाई पर रोक लगानी चाहिए. पेट्रोल-डीजल और गैस के दाम घटाने चाहिए ताकि महंगाई कम हो. महंगाई से आमजन की कमर टूट गई है.