जयपुर. होली पर्व को देखते हुए रोडवेज प्रशासन ने यात्रियों की सुविधा के लिए अतिरिक्त बसों की व्यवस्था की है. सबसे ज्यादा यात्री भार यूपी, एमपी सहित अन्य राज्यों का रहता है. ऐसे में कोविड के नए स्ट्रेन के बढते प्रभाव को देखते हुए भी रोडवेज बसों को सेनेटाइज करने के बाद ही प्रस्थान करने के निर्देश दिए गए है.
रोडवेज सीएमडी राजेश्वर सिंह ने बताया कि कोविड-19 के प्रकरणों में अप्रत्याशित वृद्धि एवं कोरोना संक्रमण के वर्तमान परिदृश्य को देखते हुए राज्य सरकार द्वारा कोविड-19 से सावधानी, सतर्कता एवं नियन्त्रण के लिए जारी एसओपी की पालना के निर्देश दिए हैं. रोडवेज की बसों को आगमन एवं प्रस्थान के समय निगम के चालक-परिचालकों द्वारा कोविड प्रोटोकॉल,सोश्यल डिस्टेन्सिंग, नो मास्क-नो एंट्री की पूर्ण पालना करवाने के निर्देश सभी मुख्य प्रबन्धकों को दिए गए हैं.
राजेश्वर सिंह ने बताया कि राज्य सरकार की ओर से जारी आदेशों के अनुसार 8 शहरों की नगरीय सीमा में रात्रि 11 बजे से प्रातः 5 बजे तक रात्रिकालीन कर्फ्यू लागू है, लेकिन राजस्थान रोडवेज की बसों के लिए बस स्टैंड जाने और आने के लिए छूट प्रदान की हुई है, इसके लिए किसी भी पास की आवश्यकता नहीं हैं. अधिकारियों को रोडवेज बसों को सुचारू रूप से संचालन करने का निर्देश प्रदान किये गये हैं. जिससे आमजन को आवागमन के लिये सुगमता से परिवहन साधन उपलब्ध हो सकें.
रोडवेज सीएमडी राजेश्वर सिंह ने यह भी बताया कि यात्री समस्या से बचने के लिए राजस्थान रोडवेज की बेवसाईट पर सभी रूटों की ऑनलाईन टिकिट उपलब्ध है. ऑनलाइन बुकिंग पर 5 प्रतिशत कैश बैक का लाभ ले सकते हैं. बस में सवारियां केवल अनुमत बैठक क्षमता तक ही बैठाई जाएगी. यात्रियों को समय पर पहुंच कर यात्रा करने की सलाह दी जाती है. यात्रा के समय मास्क अनिवार्य रूप से तथा साथ में सेनेटाईजर ले जाने की सलाह दी जाती है. राजस्थान रोडवेज द्वारा कोविड-19 से सावधानी,सतर्कता के कारण यात्रियों में रोडवेज़ के प्रति विश्वास बढ़ा हैं जिससे 13.00 लाख से ज्यादा किलोमीटर प्रतिदिन बसें संचालित कर 6.65 लाख से ज्यादा यात्रियों को सुविधा उपलब्ध करवाई जा रही हैं.
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किसान आंदोलन के चलते भारत बंद का असर राजस्थान रोडवेज पर भी देखा जा रहा है. वहीं रेलखंड के मध्य किसान आंदोलन के कारण रेल यातायात भी प्रभावित हुई. इस दौरान प्रदेश में यात्रियों को भी काफी परेशानी का सामना करना पड रहा है. ऐसे में रोडवेज बसों को यात्रियों को उनके गतंव्य तक पहुंचाने के लिए लंबी दूरी तय कर बसों को जाना पड रहा है. ऐसे में रोडवेज प्रशासन को बसों की लंबी दूरी तय के कारण डीजल की खपत भी ज्यादा करनी पड़ रही है. ऐसें में यात्रियों को उसी किराया राशी में अन्य मार्गो से लंबी दूरी तय कर पहुंचाया जा रहा है. रोडवेज ने अपने यात्रियों की आदत बनी रहे रोडवेज बसों की यात्रा से कहीं अन्य बसों से यात्रा नहीं करें, उसी को ध्यान में रखते हुए रोडवेज प्रशासन ने यात्रियों की बसों में क्रमिकता बनी रहे. सरकार की ओर से संचालित रोडवेज बसों की उपयोगिता यात्रियों को संकट के समय पर भी मिलती रहे.
8 डिपो ‘जोनल डिपो ऑफ द मंथ' घोषित
राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम प्रबन्धन की ओर से फरवरी 2021 में प्रतिबस प्रतिदिन जोन में सर्वाधिक राजस्व अर्जित करने वाले 8 डिपो को ‘जोनल डिपो ऑफ द मंथ ‘घोषित किया गया है. राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम के अध्यक्ष एवं प्रबन्ध निदेशक राजेश्वर सिंह ने बताया कि रोडवेज के राजस्व में वृद्धि करने के लिये प्रेरित करने के उद्देश्य से माह फरवरी, 2021 में प्रतिबस प्रतिदिन जोन में सर्वाधिक राजस्व अर्जित करने वाले आठ डिपो भीलवाडा, मत्स्यनगर, बीकानेर, जयपुर, बाडमेर, कोटा, झुन्झूनू एवं उदयपुर को जोनल डिपो ऑफ द मंथ घोषित किया गया है. राजेश्वर सिंह ने बताया कि फरवरी 2021 में अजमेर जोन में ब्यावर डिपो 14798 रुपये., भरतपुर जोन में मत्स्यनगर डिपो 15678 रुपये., बीकानेर जोन में बीकानेर डिपो 15348 रुपये, जयपुर जोन मे जयपुर डिपो 17714 रुपये, जोधपुर जोन में बाडमेर डिपो 15574रुपये, कोटा जोन मे कोटा डिपो 13419 रुपये, सीकर जोन में झुन्झूनू डिपो 14607 रुपये और उदयपुर जोन में उदयपुर डिपो ने 15865 रुपये प्रतिबस प्रतिदिन सर्वाधिक राजस्व अर्जित किया है. अधिकतम आय अर्जित करने के उद्देश्य से प्रतिबस प्रतिदिन अधिकतम आय प्राप्त करने पर प्रत्येक जोन में एक-एक आगार का चयन कर जोनल डिपो ऑफ द मंथ तथा आगार का सबसे अधिक बार जोनल ऑफ द मंथ चयन होने पर जोनल ऑफ द ईयर घोषित किया जाएगा. इस योजना में डिपो ऑफ द ईयर के मुख्य प्रबन्धक एवं अन्य प्रबन्धको तथा मुख्य प्रबन्धक की ओर से नामित 12 कर्मचारियों को रोडवेज स्थापना दिवस 01 अक्टूबर के अवसर पर प्रशस्ति-पत्र प्रदान कर सम्मानित किए जाएंगे.