जयपुर. राजस्थान में राज्यसभा चुनाव का रण (Rajasthan Rajyasabha Election 2022) जारी है. चुनाव से ठीक पहले ईडी, चुनाव आयोग के साथ ही अब सुप्रीम कोर्ट का भी रोल शुरू हो गया है. इसके पीछे कारण है बसपा के वे 6 विधायक जो कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए. अब इस विलय को चुनौती देने के लिए हाईकोर्ट में सुनवाई के बाद मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया है. इस मामले में आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होनी है, लेकिन कांग्रेस पार्टी ने आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई से पहले ही बसपा से कांग्रेस में शामिल हुए सभी 6 विधायकों से मतदान करवा लिया है.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पहला वोट दिया, जिसके बाद मंत्री राजेंद्र गुडा ने दूसरा वोट देकर इसकी शुरुआत की. इसके बाद संदीप यादव और वाजिब अली ने भी अपना वोट डाल दिया है. वहीं, जोगिंदर अवाना और दीपचंद खेरिया भी मतदान करने विधानसभा पहुंच चुके हैं. मतलब साफ है कि सुनवाई शुरू होने से पहले कांग्रेस पार्टी ने उन छह विधायकों से मतदान करवाया है जिन्हें लेकर सुनवाई होनी है. हालांकि, यह तय नहीं है कि सुप्रीम कोर्ट में आज इस मामले की सुनवाई होगी ही, लेकिन किसी भी तरीके की आशंका को डालते हुए कांग्रेस पार्टी ने पहले मतदान उन विधायकों का कराया है जिन पर अगर कोर्ट का कोई निर्णय आ जाए तो समस्या हो सकती है.
कांग्रेस में नहीं दिलवाए किसी को दूसरी वरीयता के वोट- कांग्रेस पार्टी ने आज मतदान के समय उस लड़ाई को पूरी तरह से समाप्त कर दिया, जिसमें यह कहा जा रहा था कि तीनों में से किसी एक नेता को तीसरी वरीयता में रखा जाएगा. लेकिन कांग्रेस पार्टी ने आज तीनों प्रत्याशियों को 42-42 वोट प्रथम वरीयता के दिलवाए हैं. कांग्रेस पार्टी ने किसी भी विधायक से दूसरी वरीयता का वोट ही नहीं दिलवाया, मतलब साफ है कि कांग्रेस पार्टी चाहती है कि दिल्ली से आए तीनों नेताओं को यह न लगे कि उनमें से किसी को तीसरी वरीयता दी गई है तो वहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पहले वोट देने के साथ ही बसपा से कांग्रेस में आए विधायकों को वोट डलवाया है ताकि किसी तरह की कोई विवाद की स्थिति बाद में न बने.
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