जयपुर. राजस्थान में सियासी हलचल अभी खत्म नहीं हुई है. ये सियासी संकट गुरुवार को उस समय और गहरा गया जब सचिन पायलट सहित कांग्रेस के 19 बागी विधायक स्पीकर सीपी जोशी की ओर से मिले नोटिस के खिलाफ राजस्थान हाईकोर्ट में शरण ली. हाईकोर्ट में सचिन पायलट की ओर से वकील हरीश साल्वे और मुकुल रोहतगी पैरवी कर रहे हैं. हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस ने मामला डबल बेंच को सुपुर्द कर दिया है, जिसकी अगली सुनवाई शुक्रवार को होगी. आइए आपको बताते हैं दिनभर का पूरा घटनाक्रम..
पायलट की याचिका पर कल होगी सुनवाई
सचिन पायलट कैंप के विधायक गुरुवार को राजस्थान हाईकोर्ट पहुंचे. कोर्ट में स्पीकर के नोटिस के खिलाफ ऑनलाइन माध्यम से याचिका पेश की गई. जिसके बाद सामने आया कि सचिन पायलट मामले में राजस्थान हाईकोर्ट की नई बेंच सुनवाई करेगी. विधायक अयोग्यता मामले में गुरुवार को सुनवाई नहीं हुई, इसके लिए शुक्रवार 1 बजे का समय तय किया गया है.
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नोटिस का विधायकों ने नहीं दिया है जवाब
प्रदेश के सियासी संग्राम के बीच विधायकों ने अभी तक उस नोटिस का जवाब नहीं दिया है जो उन्हें विधानसभा अध्यक्ष की ओर से दिया गया था. जानकारी के अनुसार अगर स्पीकर सीपी जोशी को 17 जुलाई तक जवाब नहीं दिया तो विधायकों की मुश्किलें बढ़ सकती है. यहां तक की विधायकों की सदस्यता भी जा सकती है.
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भाजपा को कोरोना बचाव की कोई चिंता नहीं हैः रघु शर्मा
राजस्थान में सियासी उठापटक के बीच गुरुवार को चिकित्सा मंत्री मीडिया से मुखातिब हुए. इस दौरान उन्होंने भाजपा पर खरीद-फरोख्त का आरोप लगाते हुए कहा कि राजस्थान की कांग्रेस सरकार कोरोना से बचाव में लगी हुई है तो भाजपा प्रदेश में खरीद-फरोख्त कर सरकार गिराने का प्रयास कर रही है. भाजपा को कोरोना से बचाव की कोई चिंता नहीं है. रघु शर्मा ने कहा कि यह लोकतंत्र के लिए दुर्भाग्य की बात है.
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जा सकती है विधानसभा की सदस्यताः खाचरियावास
विधायकों की ओर से दायर याचिका के मामले पर मंत्री परिवहन खाचरियावास ने कहा कि यह नोटिस विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी ने दिए हैं, जो पूरे नियम कायदे से काम करते हैं. मंत्री ने कहा कि जिस तरीके से भाजपा के हाथ में तमाम कांग्रेस के विधायक खेल रहे हैं और जो साजिश की जा रही है, उन साजिशों को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने नेस्तनाबूद कर दिया है. उन्होंने कहा कि यह इन विधायकों का षड्यंत्र ही था तभी तो आयकर विभाग ने छापे डालने शुरू किए.
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नोटिस को लेकर राठौड़ का पलटवार
राजस्थान में विधायकों को नोटिस भेजे जाने के मुद्दे पर मीडिया से बातचीत के दौरान उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने गहलोत सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि विधायकों के घरों के बाहर नोटिस चस्पा करना लोकतंत्र का चीरहरण है. उन्होंने कहा कि संसदीय इतिहास में ऐसा पहला मौका है, जब संसदीय परंपराओं को धता बताया गया है. राठौड़ ने यह भी कहा कि गहलोत सरकार CPM के साथ हॉर्स ट्रेडिंग कर रही है, तो कभी बहुजन समाज पार्टी के विधायकों को खुद में मिलाकर सरकार बनाती है.
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राजस्थान की राजनीतिक उथल-पुथल पर विशेष चर्चा
राजस्थान में अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच भले ही कुर्सी की लड़ाई अभी सामने आई है, लेकिन जानकारों की मानें तो लड़ाई की शुरुआत आज से तीन साल पहले ही हो चुकी थी. कई राष्ट्रीय अख़बारों में संपादक रहे यतीश राजावत और राजनीतिक मामलों के जानकार अभिरंजन कुमार से ईटीवी भारत ने कांग्रेस पार्टी के अंदर मचे घमासान और गांधी परिवार की भूमिका पर चर्चा की.
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