जयपुर. लॉकडाउन में राजस्थान पुलिस के निशाने पर राज्य के मोस्ट वांटेड क्रिमिनल रहे. राजस्थान पुलिस ने लॉकडाउन में राज्य के 25 मोस्ट वांटेड अपराधियों में 9 को पकड़ लिया है. लॉकडाउन में इनामी बदमाशों के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई लगातार जारी रही.
राजस्थान पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए शातिर बदमाश शराब माफिया, हथियार तस्करी और ड्रग्स तस्करी जैसी कई संगीन वारदातों में लिप्त हैं, जिन्होंने पूरे प्रदेश में अपना एक बड़ा नेटवर्क फैला रखा है. जिन शातिर बदमाशों को गिरफ्तार किया गया है उन पर 25 हजार रुपए से लेकर 50 हजार रुपए तक का इनाम पुलिस ने घोषित कर रखा था.
डीजी क्राइम बीएल सोनी ने बताया कि लॉकडाउन पीरियड के दौरान टॉप 25 मोस्ट वांटेड क्रिमिनल लिस्ट में शामिल बदमाशों को दबोचने के साथ ही प्रदेश में पांव पसार रहे विभिन्न माफियाओं और बदमाशों की गैंग के विरुद्ध भी कार्रवाई की गई.
इस दौरान शराब माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई करते हुए लाखों रुपए की शराब जब्त की गई तो लाखों लीटर हथकढ़ शराब भी नष्ट करवाई गई. इसके साथ ही हथियार तस्करी में लिप्त कई बदमाशों को गिरफ्तार कर उनसे हथियार बरामद किए गए.
वहीं मादक पदार्थों के खिलाफ भी सीआईडी क्राइम ब्रांच ने पूरे प्रदेश में जिला पुलिस के साथ मिलकर कार्रवाई को अंजाम दिया और करोड़ों रुपए के मादक पदार्थ जब्त कर तस्करों को दबोचा गया. लॉकडाउन के दौरान सामान्य अनुसंधान के प्रकरणों में काफी कमी देखने को मिली क्योंकि न्यायालय बंद होने के चलते ऐसे प्रकरणों में चालान पेश करना संभव नहीं हो पाया.
SOG ने हत्या के मामले में हरियाणा से पकड़ा था इनामी बदमाश
चूरू के राजगढ़ में अवैध शराब के कारोबार को लेकर हुई हत्या के मामले में एसओजी ने 25 हजार के इनामी बदमाश को गिरफ्तार किया था. 22 मई को चूरू के राजगढ़ थाना क्षेत्र में अवैध रूप से शराब बेचने को लेकर उपजे विवाद में की गई राजेंद्र गढ़वाल की हत्या के मुख्य अभियुक्त अनिल शर्मा को हरियाणा के भिवानी जिले के गांव पहाड़ी से गिरफ्तार किया था.
जिसके खिलाफ अनेक संगीन प्रकरण दर्ज हैं और काफी लंबे समय से प्रकरणों में वांछित चल रहा है. हत्यारे अनिल शर्मा ने अपने भाई कपिल शर्मा और अन्य साथियों के साथ मिलकर अंधाधुंध गोलियां चलाकर राजेंद्र गढ़वाल की हत्या की थी.