जयपुर. राजस्थान पटवार संघ की ओर से शुक्रवार को शहीद स्मारक पर सविनय अवज्ञा आंदोलन शुरू किया गया. इस आंदोलन के तहत राजस्थान पटवार संघ के प्रदेश अध्यक्ष के नेतृत्व में पटवारियों ने 15 जनवरी के बाद आंदोलन को कुचलने के लिए जारी किए गए सरकारी आदेशों की होली की जलाई और सरकार के खिलाफ रोष जताया. पटवारियों ने घोषणा की कि सविनय अवज्ञा आंदोलन के तहत पटवारी सरकार के किसी भी आंदोलन को नहीं मानेगा.
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शहीद स्मारक पर पिछली 15 फरवरी से पटवारियों का धरना प्रदर्शन लगातार जारी है. शुक्रवार को भीलवाड़ा और अजमेर जिले के पटवारी धरने में शामिल हुए. 12 मार्च को महात्मा गांधी ने दांडी मार्च यात्रा शुरू की थी. उसी के अनुरूप राजस्थान पटवार संघ ने सविनय अवज्ञा आंदोलन शुरू किया और सरकार की ओर से 15 जनवरी के बाद आँदोलन को कुचलने के लिए जारी किए गए आदेशों की होली भी जलाई. इस दौरान पटवारियों ने मुख्यमंत्री और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की.
राजेंद्र कुमार निमिवाल ने कहा कि सरकार हर मंच पर कहती है कि वह गांधीवादी विचारधारा को मानती है, हमें भी लगा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत गांधीवादी विचारधारा को मानते हैं. 15 महीने पहले हमने गांधीवादी तरीके से पटवारियों के इस आंदोलन को शुरू किया था. राजस्व मंडल अजमेर स पैदल मार्च निकाला गया, लेकिन जयपुर पहुंचने पर हम पर लाठीचार्ज किया गया. पिछले कई दिनों से हम लोग लगातार अपनी मांगों को लेकर शहीद स्मारक पर धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन सरकार हमारी सुनवाई नहीं कर रही.
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आज सरकार ने महात्मा गांधी की दांडी मार्च की तर्ज पर 15 अगस्त तक शांति मार्च का ऐलान किया है, हमने भी उसी तर्ज पर दांडी मार्च कार्यक्रम आयोजित करने का निर्णय किया है और कार्यक्रम के तहत 15 जनवरी के बाद हमारे आंदोलन को कुचलने वाले जो भी आदेश सरकार ने जारी किए हैं, उसकी आज होली जलाई गई है. आज से राजस्थान पटवार संघ ने सविनय अवज्ञा आंदोलन की शुरुआत कर दी है और सरकार के किसी भी आदेश को नहीं माना जाएगा.
राजस्थान पटवार संघ ने विधानसभा में राजस्व मंत्री के बयान की भी निंदा की. राजस्व मंत्री ने कहा कि पटवारियों की ग्रेड पे बढ़ाने का फिलहाल कोई इरादा नहीं है, यह फाइल वित्त विभाग को भेजी हुई है. पटवार संघ ने आरोप लगाया कि राज्य मंत्री सदन को गुमराह करने का काम कर रहे हैं. यह लोकतंत्र और गांधीवादी विचारधारा का अपमान है. उन्होंने कहा कि आज तक राजस्व मंत्री ने धरना स्थल पर आकर हमसे कोई बातचीत नहीं की.
राजेंद्र निमिवाल ने सरकार के उस आदेश के खिलाफ भी आक्रोश जताया, जिसमें कहा गया था कि पटवारियों के आंदोलन के कारण जनता परेशान हो रही है और पटवारियों के काम उनके समकक्ष या उच्चत्तर कर्मचारी करेंगे. उन्होंने कहा कि सरकार का कोई कर्मचारी पटवारियों का कोई काम नहीं करेगा. हम सरकार से आर-पार की लड़ाई करने के लिए पूरी तरह से तैयार है.
सरकारी राजकोष में जमा कराया पैसा
राजस्थान पटवार संघ के बैनर तले 10 मार्च को पटवारियों ने शहीद स्मारक पर लोगों से भीख मांग कर सरकार के खिलाफ विरोध भी जताया था. शुक्रवार को पटवारियों ने भीख में मिले पैसों को सरकार के राजकोष में जमा करा दिया है. राजस्थान पटवार संघ ने सरकार के राजकोष में 1236 रुपए जमा कराए हैं.
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राजस्थानी गीत गाकर बिताया समय
शहीद स्मारक पर शुक्रवार को एक अलग ही नजारा देखने को मिला. यहां भीलवाड़ा और अजमेर जिले के पटवारी सरकार के खिलाफ विरोध जताने के लिए आए थे. इस दौरान पटवारियों ने राजस्थानी गीत गाकर ग्रेड पे 3600 की मांग की और सरकार के खिलाफ विरोध जताया. कुछ पटवारी नाचते हुए भी नजर आए.