जयपुर. राजस्थान में युवा नीति (Rajasthan New Youth Policy) के प्रारूप को अंतिम रूप देने के लिए संयुक्त राष्ट्र संघ की संस्था यूएनएफपीए के सहयोग से प्रत्येक संभाग में युवा संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया. युवाओं से मिले सुझावों को मुख्यमंत्री के सामने रखा गया है. राजधानी जयपुर के एसएमएस स्टेडियम में बुधवार को खेल मंत्री अशोक चांदना और राजस्थान युवा बोर्ड के अध्यक्ष सीताराम लांबा ने युवाओं के लिए सरकार की योजनाओं के बारे में जानकारी दी.
राजस्थान युवा बोर्ड के अध्यक्ष सीताराम लांबा ने बताया कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने युवाओं के लिए बहुत बड़ी घोषणा की है. आने वाला बजट युवाओं की आशाओं का केंद्र होगा. युवा नीति को लेकर अलग-अलग जिलों में जाकर हजारों युवाओं से संवाद किया गया है. युवाओं के सुझावों को मुख्यमंत्री के सामने रखा गया है. मुख्यमंत्री ने कहा है कि युवाओं की आशाओं के अनुरूप बजट बनाया जाएगा. उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान में 27 फ़ीसदी युवा 29 साल से कम हैं.
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केंद्र सरकार युवाओं को अलग दिशा में धकेल रही: उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार युवाओं को अलग दिशा में धकेल रही है. दो करोड़ नौकरियां का वादा करके सरकार में आए थे. नए रोजगार देना तो दूर बल्कि कोरोना और नोटबंदी के बाद करोड़ों नौजवानों ने नौकरियां खोई है. लांबा ने कहा कि युवाओं के लिए बहुत सारी योजनाएं बन रही हैं. हम प्रदेश में हर जगह जाकर युवाओं के सपनों और आवाजों को कैप्चर करके मुख्यमंत्री के सामने रखेंगे. उसी के आधार पर नई युवा नीति बनाएंगे. आने वाला बजट युवाओं को समर्पित होगा.
तहसील स्तर पर युवाओं से होगा संवाद: खेल मंत्री अशोक चांदना ने बताया कि युवा नीति को लेकर अभी तक संभाग स्तर पर संवाद हुआ है. अब तहसील स्तर पर युवाओं से संवाद किया जाएगा. प्रभावी तरीके से स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम को किस तरह लागू कर सकते हैं, इसके ऊपर काम किया जाएगा. राजस्थान में सरकारी नौकरियों में करीब सवा लाख युवाओं को जॉइनिंग दी जा चुकी है. एक लाख युवाओं की नौकरी की प्रोसेस चालू है और एक लाख नौकरियों की घोषणा हो गई है. खेलों के माध्यम से युवाओं के जीवन में क्या बदलाव आ सकता है, इस पर अगला बजट केंद्रित होगा. राजस्थान की छुपी हुई आर्ट एंड कल्चर को लेकर भी कार्य किया जा रहा है. स्पोर्ट्स और आर्ट एंड कल्चर पर केंद्रित होकर युवाओं से संवाद किया जा रहा है. प्रभावी नीति बनाई जाएगी, ताकि आने वाले समय में सरकार के बजट का सीधा फायदा प्रदेश के युवाओं को मिले.
नशा मुक्ति को लेकर कैंपेन चलाया जाएगा: अशोक चांदना ने कहा कि नशा मुक्ति को लेकर भी स्पेशल कैंपेन चलाया जाएगा. पंजाब के युवाओं को नशे ने बर्बाद किया. कुछ हद तक हरियाणा के युवाओं को भी नशे ने बर्बाद किया. राजस्थान में भी युवा पीढ़ी नशे की टच में आ गई है. शराबबंदी को लेकर अशोक चांदना ने कहा कि जहां पर शराबबंदी की, वहां पर शराब का अवैध कारोबार चलता है. अवैध कारोबार की वजह से क्राइम भी बढ़ता है, क्राइम में सबसे ज्यादा युवा घुसता है. शराबबंदी जैसा कदम उठाने से नहीं लगता कि कोई सुधार हो सकता है. उन्होंने कहा उद्योगों में राजस्थान के युवाओं की भागीदारी किस तरह बढ़ सके, इसको लेकर भी मुख्यमंत्री से चर्चा की जाएगी.
खेलों को गांव-गांव तक पहुंचाने का प्रयास: मंत्री अशोक चांदना ने कहा कि मुख्यमंत्री ने खेलों को गांव-गांव तक पहुंचाने की घोषणा की थी. मेजर ध्यानचंद स्टेडियम प्रोजेक्ट तैयार किया गया है. सवा साल के अंदर 30 से अधिक स्टेडियम की प्रक्रिया टेंडर में जाने को है. इसके बाद 30 से 40 स्टेडियम और बनेंगे. करीब सौ-पचास स्टेडियम बन जाएंगे. लगभग हर विधानसभा में स्टेडियम हो जाएंगे. प्रदेश के स्कूलों में भी खेलों का स्तर बढ़ गया है. खेल नीति को करीब 2 से 3 महीने में फाइनल स्टेज पर पहुंचा दिया जाएगा. ग्रामीण ओलंपिक्स में एज का कोई क्राइटेरिया नहीं है. खेलों के वातावरण को बनाने के लिए ग्रामीण ओलंपिक में कोई उम्र निर्धारित नहीं की गई है.
राज्य युवा नीति: खेल मंत्री अशोक चांदना ने बताया कि राज्य युवा नीति के तहत युवा वर्ग को सशक्त और सक्षम करके उनका सर्वांगीण विकास किया जाएगा. युवा पीढ़ी को सक्षम मंच प्रदान करने के लिए प्रत्येक जिले में युवा महोत्सव करवाया जाना प्रस्तावित है. प्रदेश के युवाओं में विभिन्न कलात्मक क्षेत्रों में अपनी प्रतिभा को विकसित करने के लिए कई प्रयास किए जाएंगे. युवा प्रतिभाशाली कलाकारों को प्रोत्साहित करने और संबंधित कला में उनकी योग्यताओं में वृद्धि करने के लिए सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएगी. इसके साथ ही पारंपरिक और ग्रामीण कलाओं को प्रचारित किया जाएगा. राज्य के प्रतिभाशाली युवा कलाकारों की खोज करके उन्हें प्रशिक्षण की सुविधा देकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए तैयार करके स्वावलंबन बनाने का प्रयास किया जाएगा.