जयपुरः कांग्रेस के मंत्री हो या जनप्रतिनिधि मंगलवार को सभी ने होली से दूरी बनाए रखी. इसका कारण मध्य प्रदेश में हो रही सियासी उठापटक नहीं, बल्कि देश में चल रहा कोरोना वायरस का कहर है. प्रदेश के सभी मंत्रियों ने होली पर रंग, गुलाल से दूरी बनाए रखी और लोगों को साफ तौर पर संदेश दिया कि वह भीड़ में इकट्ठे ना हो और लोगों को रंग और गुलाल से भी दूरी बनाए रखना चाहिए.
प्रदेश के मुख्य सचेतक महेश जोशी ने कहा कि अगर कोई जनप्रतिनिधि या जिम्मेदार पदों पर बैठे व्यक्ति कोई भी काम करता है, तो उसका बड़ा संदेश जाता है. कोरोना वायरस से लड़ने का जो अभियान पूरे देश में चल रहा है, उस अभियान को बनाए रखने के लिए जनप्रतिनिधि और दूसरे लोग अगर होली नहीं खेलने का संदेश देते हैं तो उससे बड़ा असर जन चेतना के रूप में होता है.
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जोशी ने कहा कि होली में मिलना मिलाना और रंगों के माध्यम से एक दूसरे से मिलना भी होता है. ऐसी परिस्थितियों में कोरोना वायरस के फैलने का डर भी रहता है. ऐसे में जब हम लोग एक संदेश देने का प्रयास करते हैं, तो उससे लोग भी सचेत होते हैं और इन्फेक्शन फैलने का डर भी कम होता है.
साथ ही बताया कि कोरोना वायरस को लेकर केंद्र सरकार एक मैसेज चला रही है. उस मैसेज से इलाज नहीं हो रहा है लेकिन यह एक प्रयास है कि लोगों में वायरस को लेकर जन चेतना फैले. जोशी ने कहा कि मंगलवार को व्यवहारिक रूप से उन्होंने होली नहीं खेली, लेकिन वह भावनात्मक रूप से लोगों के उत्साह और उल्लास में शामिल है.