जयपुर. प्रदेश में बिजली की बढ़ी हुई दरों पर सियासत शुरू हो गई है. प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सतीश पूनिया ने राजस्थान विद्युत विनियामक आयोग द्वारा नई टैरिफ जारी करने के बाद प्रदेश की गहलोत सरकार पर जुबानी हमला बोल दिया. पूनिया ने कहा कि प्रदेश सरकार अपने जन घोषणा पत्र से मुकर गई है जिसमें कांग्रेस ने 5 साल तक बिजली की दरें नहीं बढ़ाने और गुणवत्तापूर्ण बिजली देने का वादा किया था.
पढ़ेंः बिजली की दरों में प्रति यूनिट 10 से 11 फीसदी बढ़ोतरी, उपभोक्ताओं को झटका और उद्योगों को राहत
उन्होंने ट्विटर के जरिए और अपना बयान जारी कर प्रदेश सरकार पर आरोप लगाया कि राजस्थान में किसान कड़ाके की ठंड में बिजली मिलने पर उपभोग कर रहे थे. जिसके चलते कई किसानों की मौत तक हो गई लेकिन सरकार ने अपना वादा नहीं निभाया. उन्होंने कहा कि सरकार ना किसानों के हितेषी रही ना ही अन्य उपभोक्ताओं की. उन्होंने कहा प्रदेश सरकार संवेदनहीन हो चुकी है और अब उसे जल्द ही एक जनाक्रोश का सामना भी करना पड़ेगा.
-
"क्या हुआ कांग्रेस तेरा वादा-वो कसम वो ईरादा
— Satish Poonia (@SatishPooniaBJP) February 6, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
फिर जन घोषणा पत्र के वायदों से मुकरी राजस्थान सरकार; बिजली टैरिफ में 11% की वृद्धि;60 लाख उपभोक्ताओं पर बिजली की कीमत बढोतरी का "करंट"~
">"क्या हुआ कांग्रेस तेरा वादा-वो कसम वो ईरादा
— Satish Poonia (@SatishPooniaBJP) February 6, 2020
फिर जन घोषणा पत्र के वायदों से मुकरी राजस्थान सरकार; बिजली टैरिफ में 11% की वृद्धि;60 लाख उपभोक्ताओं पर बिजली की कीमत बढोतरी का "करंट"~"क्या हुआ कांग्रेस तेरा वादा-वो कसम वो ईरादा
— Satish Poonia (@SatishPooniaBJP) February 6, 2020
फिर जन घोषणा पत्र के वायदों से मुकरी राजस्थान सरकार; बिजली टैरिफ में 11% की वृद्धि;60 लाख उपभोक्ताओं पर बिजली की कीमत बढोतरी का "करंट"~
गौरतलब है कि गुरुवार को राजस्थान में विद्युत विनियामक आयोग ने डिस्कॉम की ओर से दायर की गई टैरिफ पिटिशन को मंजूरी दे दी जिसके बाद प्रदेश में बिजली की दरों में 10 से 11 फ़ीसदी तक बढ़ोतरी कर दी गई है. हालाकि बढ़ी हुई दरों का भार 50 फीसदी उपभोक्ताओं पर पड़ेगा. वहीं, नए टैरिफ में उद्योगों को राहत प्रदान की गई है.