जयपुर. बर्ड फ्लू की दस्तक के बाद प्रदेश में झालावाड़, नागौर, बारां और जोधपुर में पक्षियों की मौत का सिलसिला जारी है. जिसके बाद वन विभाग ने अलर्ट जारी कर दिया है. वन विभाग के चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन मोहन लाल मीणा ने अलर्ट जारी करते हुए पक्षियों के वास करने वाले स्थानों पर विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं.
वन्यजीव अभ्यारण, नेशनल पार्क, कंजर्वेशन रिजर्व और वन क्षेत्रों के आसपास पक्षियों के रहने वाले स्थानों पर विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश जारी किए गए हैं. मृत पक्षियों के पोस्टमार्टम के लिए नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ हाई सिक्योरिटी एनिमल डिजिज लैब भोपाल भेजने के निर्देश दिए हैं. इसके साथ ही जिले के संयुक्त निदेशक पशुपालन विभाग को भी अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए हैं.
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मोहन लाल मीणा ने अलर्ट जारी करते हुए बताया कि झालावाड़ में मृत पक्षियों में एच-5 एवियन एन्फ्लुएंजा वायरस पाया गया है. इस वायरस से गंभीर संक्रमण वाले रोग होते हैं. इसके संक्रमण को रोकना ही सबसे बड़ा निदान है. पक्षियों में इस रोग की पहचान कर सतर्कता बरतना अति आवश्यक है. इस संबंध में भारत सरकार पशुपालन विभाग की तरफ से पहले ही दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं.
सभी फील्ड अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वन्यजीव अभ्यारण, नेशनल पार्क, बाघ परियोजना, कंजर्वेशन रिजर्व, वन क्षेत्र और उनके बाहर ऐसे स्थान जहां पक्षी वास करते हैं या प्रवास पर आते हैं, उन स्थानों पर विशेष सतर्कता बरती जाए. बता दें कि नागौर में करीब 53 मोरों की मौत हुई है. जिसमें शिकारियों की गतिविधियों की भी आशंका जताई जा रही है. वहीं झालावाड़ में भी काफी संख्या में कौवों की मौत हुई है. कौवो की मौत के पीछे कारण बर्ड फ्लू को बताया जा रहा है.