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किसान संवाद कार्यक्रम: प्रदेश भर में कृषि कानूनों के खिलाफ हुंकार भरेगी कांग्रेस

राजस्थान कांग्रेस 28 दिसंबर से 30 दिसंबर तक प्रदेश भर में किसान संवाद कार्यक्रम आयोजित करेगी. कांग्रेस ने अपने सभी मंत्रियों, नेताओं और पदाधिकारियों को अलग-अलग जिलों की जिम्मेदारी सौंपी है. इस कार्यक्रम के तहत कांग्रेस कृषि कानून के प्रति किसानों को जागरूक करेगी और केंद्र सरकार से कानून वापस लेने की मांग करेगी.

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किसान संवाद कार्यक्रम: 28-30 दिसंबर को प्रदेश भर में कृषि कानून के खिलाफ हुंकार भरेगी कांग्रेस
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Published : Dec 27, 2020, 6:06 PM IST

जयपुर. नए कृषि कानून के खिलाफ राजस्थान कांग्रेस 28 से 30 दिसंबर तक प्रदेश भर में किसान संवाद कार्यक्रम का आयोजन करेगी. जय जवान जय किसान नारे के साथ इस संवाद कार्यक्रम के लिए गहलोत सरकार के मंत्रियों को अलग-अलग जिलों की जिम्मेदारी सौंपी गई है. पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी आंदोलन कर रहे किसानों के साथ आपदा की इस घड़ी में सदैव खड़ी रहेगी.

  • केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीनों किसान विरोधी कानूनों को वापस लेने के लिए कांग्रेस पार्टी आंदोलनरत अन्नदाता के साथ खड़ी है।

    इस आंदोलन को मज़बूती देने के उद्देश्य से @INCRajasthan 28-30 दिसंबर तक #जय_जवान_जय_किसान नारे के साथ विधानसभावार किसान संवाद कार्यक्रम आयोजित कर रही है। pic.twitter.com/RtE4YHN2tK

    — Govind Singh Dotasra (@GovindDotasra) December 27, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि किसान हस्ताक्षर अभियान से जुड़े प्रभारीगण किसानों से भी सामंजस्य स्थापित करेंगे. साथ ही राज्य सरकार की उपलब्धियों को आमजन के बीच रखने के साथ ही काले कृषि कानून के प्रति जागरूक करेंगे. इसके लिए ब्लॉक स्तर पर कार्यकर्ताओं की बैठक, प्रेस वार्ता और जन जागरण अभियान चलाए जाएंगे. डोटासरा ने सभी कांग्रेसी नेताओं और मंत्रियों और पदाधिकारियों से आग्रह किया कि वो पार्टी के इस कार्यक्रम को मजबूती के साथ आगे बढ़ाएं.

मंत्रियों को इस तरह सौंपी गई है जिम्मेदारी

अलवर में श्रम मंत्री टीकाराम जूली और संगठनात्मक दृष्टि से उनके साथ अजीत सिंह महुआ को लगाया गया है. यह दोनों जिले की 5 विधानसभा क्षेत्रों में किसान संवाद कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार करेंगे. वहीं अलवर की बची हुए 6 विधानसभा क्षेत्रों में मंत्री परसादी लाल मीणा के साथ ही वरिष्ठ नेता हंगामी लाल और अजीत सिंह को जिम्मेदारी सौंपी गई है. भरतपुर में मंत्री अशोक चांदना और अर्जुन बामनिया के साथ वरिष्ठ नेता विवेक कटारा और एडवोकेट अब्दुल सगीर खान को जिम्मेदारी दी गई है.

पढ़ें: कांग्रेस में कोई गुट नहीं, आने वाले दिनों में होगा मंत्रीमंडल का विस्तार: अजय माकन

बीकानेर में मंत्री भजन लाल जाटव और भंवर सिंह भाटी के साथ ही वरिष्ठ नेता आंजना मेघवाल और फूल सिंह को दायित्व दिया गया है. चूरू में मुख्य सचेतक महेश जोशी और मंत्री राजेंद्र यादव के साथ ही वरिष्ठ नेता रणबीर और पंकज मेहता को इस कार्यक्रम की जिम्मेदारी सौंपी गई है. गंगानगर में ऊर्जा मंत्री और सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना के साथ ही वरिष्ठ नेता गोदारा और रामविलास चौधरी को इस कार्यक्रम की जिम्मेदारी सौंपी गई है. हनुमानगढ़ में मंत्री लालचंद कटारिया के साथ ही पूसाराम गोदारा को इस कार्यक्रम की बागड़ोर संभालेंगे.

राजधानी जयपुर में नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल और परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास के साथ संगठनात्मक रूप से वरिष्ठ नेता राजेश चौधरी और अजीत सिंह यादव को कार्यक्रम की जिम्मेदारी दी गई है. झुंझुनू में मंत्री सुखराम विश्नोई और सालेह मोहम्मद के साथ वरिष्ठ नेता धूप सिंह पूनिया और सुरेंद्र जाड़ावत को जिम्मेदारी दी गई है. नागौर में मंत्री हरीश चौधरी के साथ उप मुख्य सचेतक महेंद्र चौधरी और वरिष्ठ नेता मंगलाराम गोदारा और मोहन डागर को जिम्मेदारी सौंपी गई है. सीकर में चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा और प्रमोद जैन भाया के साथ ही वरिष्ठ नेता डॉ. के. राम और सुमित भागासरा को किसान संवाद कार्यक्रम को सफल बनाने का जिम्मा सौंपा गया है.

जयपुर. नए कृषि कानून के खिलाफ राजस्थान कांग्रेस 28 से 30 दिसंबर तक प्रदेश भर में किसान संवाद कार्यक्रम का आयोजन करेगी. जय जवान जय किसान नारे के साथ इस संवाद कार्यक्रम के लिए गहलोत सरकार के मंत्रियों को अलग-अलग जिलों की जिम्मेदारी सौंपी गई है. पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी आंदोलन कर रहे किसानों के साथ आपदा की इस घड़ी में सदैव खड़ी रहेगी.

  • केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीनों किसान विरोधी कानूनों को वापस लेने के लिए कांग्रेस पार्टी आंदोलनरत अन्नदाता के साथ खड़ी है।

    इस आंदोलन को मज़बूती देने के उद्देश्य से @INCRajasthan 28-30 दिसंबर तक #जय_जवान_जय_किसान नारे के साथ विधानसभावार किसान संवाद कार्यक्रम आयोजित कर रही है। pic.twitter.com/RtE4YHN2tK

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गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि किसान हस्ताक्षर अभियान से जुड़े प्रभारीगण किसानों से भी सामंजस्य स्थापित करेंगे. साथ ही राज्य सरकार की उपलब्धियों को आमजन के बीच रखने के साथ ही काले कृषि कानून के प्रति जागरूक करेंगे. इसके लिए ब्लॉक स्तर पर कार्यकर्ताओं की बैठक, प्रेस वार्ता और जन जागरण अभियान चलाए जाएंगे. डोटासरा ने सभी कांग्रेसी नेताओं और मंत्रियों और पदाधिकारियों से आग्रह किया कि वो पार्टी के इस कार्यक्रम को मजबूती के साथ आगे बढ़ाएं.

मंत्रियों को इस तरह सौंपी गई है जिम्मेदारी

अलवर में श्रम मंत्री टीकाराम जूली और संगठनात्मक दृष्टि से उनके साथ अजीत सिंह महुआ को लगाया गया है. यह दोनों जिले की 5 विधानसभा क्षेत्रों में किसान संवाद कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार करेंगे. वहीं अलवर की बची हुए 6 विधानसभा क्षेत्रों में मंत्री परसादी लाल मीणा के साथ ही वरिष्ठ नेता हंगामी लाल और अजीत सिंह को जिम्मेदारी सौंपी गई है. भरतपुर में मंत्री अशोक चांदना और अर्जुन बामनिया के साथ वरिष्ठ नेता विवेक कटारा और एडवोकेट अब्दुल सगीर खान को जिम्मेदारी दी गई है.

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बीकानेर में मंत्री भजन लाल जाटव और भंवर सिंह भाटी के साथ ही वरिष्ठ नेता आंजना मेघवाल और फूल सिंह को दायित्व दिया गया है. चूरू में मुख्य सचेतक महेश जोशी और मंत्री राजेंद्र यादव के साथ ही वरिष्ठ नेता रणबीर और पंकज मेहता को इस कार्यक्रम की जिम्मेदारी सौंपी गई है. गंगानगर में ऊर्जा मंत्री और सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना के साथ ही वरिष्ठ नेता गोदारा और रामविलास चौधरी को इस कार्यक्रम की जिम्मेदारी सौंपी गई है. हनुमानगढ़ में मंत्री लालचंद कटारिया के साथ ही पूसाराम गोदारा को इस कार्यक्रम की बागड़ोर संभालेंगे.

राजधानी जयपुर में नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल और परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास के साथ संगठनात्मक रूप से वरिष्ठ नेता राजेश चौधरी और अजीत सिंह यादव को कार्यक्रम की जिम्मेदारी दी गई है. झुंझुनू में मंत्री सुखराम विश्नोई और सालेह मोहम्मद के साथ वरिष्ठ नेता धूप सिंह पूनिया और सुरेंद्र जाड़ावत को जिम्मेदारी दी गई है. नागौर में मंत्री हरीश चौधरी के साथ उप मुख्य सचेतक महेंद्र चौधरी और वरिष्ठ नेता मंगलाराम गोदारा और मोहन डागर को जिम्मेदारी सौंपी गई है. सीकर में चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा और प्रमोद जैन भाया के साथ ही वरिष्ठ नेता डॉ. के. राम और सुमित भागासरा को किसान संवाद कार्यक्रम को सफल बनाने का जिम्मा सौंपा गया है.

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