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उपचुनावों में प्रचार के लिए कांग्रेस की रणनीति, केवल फोटो अपॉर्चुनिटी और नाम करने के लिए नेता नहीं जाएंगे प्रचार करने

राजस्थान उपचुनावों के मद्देनजर प्रदेश कांग्रेस प्रभारी अजय माकन राजस्थान आए हुए हैं. माकन ने प्रभारी मंत्रियों और प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक ली और उपचुनावों को लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए. बैठक में प्रचार के लिए जाने वाले नेताओं को लेकर रघु शर्मा ने कहा कि इच्छुक नेता अपना नाम दें. लेकिन अंतिम फैसला प्रदेश कांग्रेस और प्रभारी को करना है कि कौन प्रचार करने जाएगा. क्योंकि चुनाव क्षेत्र पर्यटन स्थल नहीं है. जहां कोई भी पहुंच जाए.

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उपचुनावों में प्रचार के लिए कांग्रेस की रणनीति
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Published : Mar 23, 2021, 5:24 PM IST

जयपुर. राजस्थान में 3 विधानसभा सीटों सहाड़ा, राजसमंद और सुजानगढ़ में उपचुनाव होने हैं. उपचुनावों को लेकर कांग्रेस ने तैयारियों का अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है. सोमवार को प्रदेश प्रभारी अजय माकन ने प्रभारी मंत्रियों और प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक ली और उपचुनावों को लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए. हालांकि इस बैठक में जिस तरीके से प्रचार के लिए जाने वाले नेताओं से उनकी पहले इच्छा पूछना और फिर बाद में मंत्री रघु शर्मा का यह कहना कि इच्छुक नेता अपना नाम दें. लेकिन अंतिम फैसला प्रदेश कांग्रेस और प्रभारी को करना है कि कौन प्रचार करने जाएगा. क्योंकि चुनाव क्षेत्र पर्यटन स्थल नहीं है. जहां कोई भी पहुंच जाए.

पढे़ं:राजस्थान में आंधी और ओलावृष्टि से हुए फसलों के नुकसान की होगी विशेष गिरदावरी

ऐसे में जो नेता उपचुनाव में जिस सीट पर प्रचार करना चाहते हैं उन कांग्रेस नेता और कार्यकर्ताओं को बुधवार शाम 5 बजे तक अपने नाम प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में देने होंगे. लेकिन इस बार नया परिवर्तन यह देखने को मिला है कि केवल फोटो छपवाने और वीआईपी सुविधाओं का लाभ उठाने के लिए नेता प्रचार में नहीं भेजे जाएंगे. बल्कि जो नेता अपनी इच्छा जिस विधानसभा क्षेत्र में प्रचार करने के लिए बताएगा. उस नेता को पूरे चुनाव के लिए वहां पर रुकना होगा.

उपचुनावों में प्रचार के लिए कांग्रेस की रणनीति

ऐसे में भले ही नाम बुधवार 5 बजे तक प्रचार के लिए इच्छुक तमाम नेता प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय को भेज देंगे. लेकिन कौनसा नेता किस क्षेत्र में प्रचार के लिए फायदेमंद होगा और कौन नहीं यह प्रदेश कांग्रेस के उपचुनाव के लिए बनाए गए प्रभारी और जिला प्रभारी मंत्री ही तय करेंगे. प्रचार में अपनी इच्छा जताने वाले नेताओं को भी यह सोच समझकर विधानसभा में प्रचार करने जाना होगा कि उन्हें केवल कुछ समय के लिए और नाम करने के लिए प्रचार करने में नहीं जाना है, बल्कि उस सीट पर पूरे चुनाव तक रुक कर प्रचार करना होगा.

बता दें कि कांग्रेस पदाधिकारियों की बैठक में सोमवार को जब पूर्व मंत्री डॉ. जितेंद्र समेत कुछ नेताओं ने उपचुनाव क्षेत्रों में जाकर प्रचार करने की बात कही थी तो मंत्री रघु शर्मा ने उन्हें कहा था कि आप अपने नाम हमें दे दें. अगर हमें जरूरत होगी तो आप को विधानसभा में प्रचार के लिए बुला लिया जाएगा. क्योंकि विधानसभा के उपचुनाव कोई पर्यटन का क्षेत्र नहीं हैं, जहां कोई भी प्रचार करने चला जाए.

जयपुर. राजस्थान में 3 विधानसभा सीटों सहाड़ा, राजसमंद और सुजानगढ़ में उपचुनाव होने हैं. उपचुनावों को लेकर कांग्रेस ने तैयारियों का अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है. सोमवार को प्रदेश प्रभारी अजय माकन ने प्रभारी मंत्रियों और प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक ली और उपचुनावों को लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए. हालांकि इस बैठक में जिस तरीके से प्रचार के लिए जाने वाले नेताओं से उनकी पहले इच्छा पूछना और फिर बाद में मंत्री रघु शर्मा का यह कहना कि इच्छुक नेता अपना नाम दें. लेकिन अंतिम फैसला प्रदेश कांग्रेस और प्रभारी को करना है कि कौन प्रचार करने जाएगा. क्योंकि चुनाव क्षेत्र पर्यटन स्थल नहीं है. जहां कोई भी पहुंच जाए.

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ऐसे में जो नेता उपचुनाव में जिस सीट पर प्रचार करना चाहते हैं उन कांग्रेस नेता और कार्यकर्ताओं को बुधवार शाम 5 बजे तक अपने नाम प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में देने होंगे. लेकिन इस बार नया परिवर्तन यह देखने को मिला है कि केवल फोटो छपवाने और वीआईपी सुविधाओं का लाभ उठाने के लिए नेता प्रचार में नहीं भेजे जाएंगे. बल्कि जो नेता अपनी इच्छा जिस विधानसभा क्षेत्र में प्रचार करने के लिए बताएगा. उस नेता को पूरे चुनाव के लिए वहां पर रुकना होगा.

उपचुनावों में प्रचार के लिए कांग्रेस की रणनीति

ऐसे में भले ही नाम बुधवार 5 बजे तक प्रचार के लिए इच्छुक तमाम नेता प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय को भेज देंगे. लेकिन कौनसा नेता किस क्षेत्र में प्रचार के लिए फायदेमंद होगा और कौन नहीं यह प्रदेश कांग्रेस के उपचुनाव के लिए बनाए गए प्रभारी और जिला प्रभारी मंत्री ही तय करेंगे. प्रचार में अपनी इच्छा जताने वाले नेताओं को भी यह सोच समझकर विधानसभा में प्रचार करने जाना होगा कि उन्हें केवल कुछ समय के लिए और नाम करने के लिए प्रचार करने में नहीं जाना है, बल्कि उस सीट पर पूरे चुनाव तक रुक कर प्रचार करना होगा.

बता दें कि कांग्रेस पदाधिकारियों की बैठक में सोमवार को जब पूर्व मंत्री डॉ. जितेंद्र समेत कुछ नेताओं ने उपचुनाव क्षेत्रों में जाकर प्रचार करने की बात कही थी तो मंत्री रघु शर्मा ने उन्हें कहा था कि आप अपने नाम हमें दे दें. अगर हमें जरूरत होगी तो आप को विधानसभा में प्रचार के लिए बुला लिया जाएगा. क्योंकि विधानसभा के उपचुनाव कोई पर्यटन का क्षेत्र नहीं हैं, जहां कोई भी प्रचार करने चला जाए.

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