जयपुर. राजस्थान कांग्रेस में एक बार फिर से विधायकों के बगावती सुर देखने को मिल रहे हैं. हेमाराम चौधरी के बाद चाकसू से कांग्रेस विधायक वेद प्रकाश सोलंकी ने भी मोर्चा खोल दिया है. कांग्रेस विधायक वेद प्रकाश सोलंकी ने दलितों के काम नहीं होने की बात उठाते हुए कहा कि क्या कारण है कि सीएमएचओ सेकेंड डॉक्टर हंसराज भदलिया से कोविड चार्ज वापस लिया गया? क्या दलित होने की वजह से उनका चार्ज छीना गया?
सोलंकी ने कहा कि इससे पहले भी बाबूलाल बैरवा ने कहा था कि हमारे काम नहीं हो रहे हैं. दलितों के काम नहीं हो रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि हमारे दलित बच्चे जिनके सेलेक्शन हो चुके थे, उनकी सीटें काट ली गई थीं उस मामले में मैंने प्रदेश प्रभारी अजय माकन तक को चिट्ठी लिखी, लेकिन उसके बाद भी अब तक रिजल्ट जारी नहीं किया जा रहा है.
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि हमारे एससी/एसटी के सुप्रीटेंडेंट चाहे जयपुर के हों या फिर बीकानेर के दोनों को हटा दिया गया और जो जनरल के सुपरिटेंडेंट थे उन को बरकरार रखते हुए कोविड-19 से 1 साल का एक्सटेंशन भी दिया गया. उन्होंने पूछा कि जब जनरल कैटेगरी के अधिकारियों को एक्सटेंशन दिया गया तो फिर इनको क्यों नहीं दिया गया? उन्होंने कहा कि कल ही सीएमएचओ सेकंड का चार्ज सीएमएचओ फर्स्ट को दिया गया, जबकि सीएमएचओ फर्स्ट के पास पहले ही काम ज्यादा था.
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सोलंकी ने पूछा कि इन लोगों को क्यों हटाया जा रहा है? क्या इन्हें इस वजह से हटाया जा रहा है कि यह दलित हैं? इनमें क्या कमी है. क्या यह काम करने में कैपेबल नहीं हैं इस बात का जवाब कौन देगा? कौन बताएगा कि इन्हें क्यों हटाया गया? ऐसे आर्डर कौन निकाल रहा है? कौन निकलवा रहा है यह देखने की आवश्यकता है, जो भी गलत ऑर्डर निकले गए हैं उन्हें बदल कर सीएमएचओ सेकंड को वापस चार्ज दिलाया जाए ताकि जो भ्रांतियां फैल रही हैं वह दूर हों. अगर उन्होंने कोई गलती की है तो उन्हें सस्पेंड किया जाए ताकि पता रहे कि इन्होंने गलत काम किया है.