जयपुर. देश में एक और कोरोना महामारी ने हाहाकार मचा रखा है तो दूसरी ओर इससे बचाव का एकमात्र रास्ता वैक्सीनेशन ही माना जा रहा है, लेकिन भारत में वैक्सीनेशन की रफ्तार क्या है यह किसी से छुपी नहीं है. बजट में भारत सरकार ने 35000 करोड़ रुपए देश में वैक्सीनेशन के लिए रखे थे, लेकिन उसमे से अब तक केंद्र सरकार ने वैक्सीनेशन कार्यक्रम पर 4744 करोड़ रुपए ही खर्च किए हैं.
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ऐसे में जहां राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और राजस्थान का कांग्रेस संगठन लगातार केंद्र सरकार से सबके लिए फ्री वैक्सीनेशन की मांग कर रहा है और अब राजस्थान सरकार प्रदेश के युवाओं के लिए 3000 करोड़ रुपए फ्री वैक्सीनेशन के लिए इंतजाम करने में जुट गई है. वहीं केंद्र सरकार ने जो आंकड़े जारी किए हैं उस पर सवाल खड़े करते हुए प्रदेश कांग्रेस के सचिव और प्रभारी ललित तूनवाल ने कहा कि वैक्सीनेशन पर केंद्र सरकार ने जो खर्च किए हैं वह 13% ही है. यह केंद्र सरकार की ओर से धीमी गति से किए जा रहे वैक्सीनेशन का प्रत्यक्ष नमूना है. ऐसे में प्रधानमंत्री वैक्सीनेशन की गति को तेज करें और वैक्सीनेशन के जरिए जनता को राहत दिलाएं.
राजस्थान के आंकड़ों को लेकर उन्होंने कहा कि प्रदेश में सवा करोड़ से ज्यादा लोगों का वैक्सीनेशन हो चुका है और राजस्थान वैक्सीनेशन के मामले में नंबर वन है. राजस्थान में वैक्सीनेशन की क्षमता प्रतिदिन की 5 लाख की है लेकिन जब वैक्सीनेशन उपलब्ध ही नहीं हो पा रहा है तो ऐसे में दो लाख से भी कम वैक्सीनेशन हो पा रहा है. ऐसे में केंद्र सरकार राजस्थान के कोटे की वैक्सीन जल्द उपलब्ध करवाएं ताकि ज्यादा से ज्यादा वैक्सीनेशन हो और जनता इस बीमारी से निजात पा सके.