जयपुर: सब इंस्पेक्टर भर्ती रद्द करने की मांग को लेकर रविवार को दो बेरोजगार युवा पानी की टंकी पर चढ़ गए. बेरोजगारों ने मंत्री केके बिश्नोई और आईएएस अधिकारी शिखर अग्रवाल पर इस भर्ती को रद्द न करने के लिए मुख्यमंत्री पर दबाव बनाने का आरोप लगाया है. साथ ही जब तक उनकी मुलाकात मुख्यमंत्री से नहीं होती, तब तक पानी की टंकी से नहीं उतरने और दबाव बनाने पर जान जोखिम में डालने की चेतावनी दी है.
प्रदेश में पेपर लिखकर खुलासा होने के बावजूद भी सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा को रद्द नहीं करने से आहत दो युवा बेरोजगार विकास बिधूड़ी और लादूराम गोदारा रविवार को पानी की टंकी पर चढ़ गए. जयपुर के ओटीएस चौराहे के पास हिम्मतनगर स्थित पानी की टंकी पर चढ़े युवा बेरोजगारों से करीब 8 घंटे बाद भी कोई भी प्रशासनिक अधिकारी वार्ता के लिए नहीं पहुंचा. एसआई भर्ती रद्द करने की मांग कर रहे विकास बिधूड़ी ने बताया कि सब इंस्पेक्टर भर्ती रद्द की मांग को लेकर सरकार लीपापोती कर रही है. उसी के विरोध में और भर्ती परीक्षा को रद्द करने की मांग को लेकर वो पानी की टंकी पर चढ़े हैं. बावजूद इसके सरकार और प्रशासन सोया हुआ है. कोई भी उन्हें मुख्यमंत्री से मिलाना नहीं चाहता.
उन्होंने मंत्री केके विश्नोई और आईएएस शिखर अग्रवाल पर भी आरोप लगाते हुए कहा कि वो नहीं चाहते कि भर्ती परीक्षा रद्द हो क्योंकि उनके कई चाहने वाले इस भर्ती में लगे हैं. मुख्यमंत्री भी उन्हीं के दबाव में हैं. जबकि बीजेपी को वोट इसीलिए दिया था ताकि वो भर्ती परीक्षा को रद्द करे. कई एजेंसियां भी भर्ती परीक्षा रद्द करने के पक्ष में है. लेकिन सरकार अभी भी हाथ पर हाथ धरे बैठी है. सरकार एक मंत्री और एक अधिकारी के दबाव में झुकी हुई है.
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उन्होंने कहा कि जब तक उनकी सुनवाई नहीं होती, वे इसी तरह टंकी पर चढ़े रहेंगे. उन पर किसी भी तरह का दबाव बनाने की कोशिश की, तो उनकी जान की जोखिम की जिम्मेदारी प्रशासन और सरकार की होगी. वहीं पानी की टंकी पर चढ़े लादूराम ने कहा कि प्रशासन उन्हें बहलाने फुसलाने की कोशिश कर रहा है. लेकिन उनका निवेदन सिर्फ इतना सा है कि उनकी मुलाकात मुख्यमंत्री से कराई जाए या फिर मुख्यमंत्री इस भर्ती परीक्षा को रद्द करने को लेकर एक डेट जारी करें.