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गहलोत सरकार को कोई खतरा नहीं...साल के आखिर तक गठित हो जाएगी नई राज्य इकाई : माकन

कांग्रेस महासचिव और राजस्थान प्रभारी अजय माकन ने सोमवार को नई प्रदेश कांग्रेस कमेटी के गठन को लेकर कहा कि इस साल के आखिर तक नई राज्य इकाई का गठन हो जाएगा. इस दौरान माकन ने राजस्थान में सियासी संकट को लेकर कहा कि कांग्रेस एकजुट है और भाजपा फिर से सरकार गिराने की कोशिश करेगी तो उसे मुंह की खानी पड़ेगी.

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अजय माकन इंटरव्यू
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Published : Dec 7, 2020, 9:56 PM IST

जयपुर. कांग्रेस महासचिव और राजस्थान प्रभारी अजय माकन ने सोमवार को कहा कि राजस्थान में पार्टी पूरी तरह एकजुट है और इस साल के आखिर तक नई प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) का गठन हो जाएगा और 31 जनवरी तक विभिन्न बोर्डों एवं निगमों के अध्यक्षों की नियुक्तियों का काम भी संपन्न हो जाएगा.

गहलोत सरकार को कोई खतरा नहीं...

राजस्थान के कांग्रेस प्रभारी माकन ने इस बात पर भी जोर दिया कि राजस्थान में अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली सरकार को कोई खतरा नहीं है. उनकी यह टिप्पणी इस संदर्भ में महत्वपूर्ण है कि मुख्यमंत्री गहलोत ने हाल ही में कहा था कि भाजपा द्वारा एक बार फिर से उनकी सरकार को अस्थिर करने का प्रयास शुरू किया जा रहा है. माकन ने कहा कि गहलोत कांग्रेस के ईमानदार नेता और अनुभवी सिपाही हैं तो सचिन पायलट भी पार्टी के लिए उपयोगी हैं.

पढ़ें: किसान आंदोलन पर CM गहलोत ने की PM मोदी से सीधे हस्तक्षेप करने की अपील...

कुछ महीने पहले पायलट के नेतृत्व में 19 विधायकों के बागी रुख अपनाने के बाद राजस्थान की कांग्रेस सरकार संकट में आ गई थी. हालांकि पार्टी नेतृत्व और बागियों के बीच लंबी वार्ता के बाद पायलट एवं उनके समर्थक विधायक वापस लौटे. उसी राजनीतिक संकट के दौरान कांग्रेस आलाकमान ने पायलट को उप मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद से हटा दिया था. गोविंद सिंह डोटासरा को नया पीसीसी अध्यक्ष नियुक्त किया गया था.

साल के आखिर तक गठित होगी नई राज्य इकाई...

माकन ने कहा, "हमने आगे उठाए जाने वाले कदमों के बारे में विस्तृत रूप रेखा तैयार की है. हमने कुछ समय-सीमा तय की है, जिसके बारे में मुख्यमंत्री, पीसीसी अध्यक्ष, पायलट और अन्य लोगों को अवगत करा दिया गया है". उन्होंने बताया, "राजस्थान में स्थानीय निकाय के चुनावों का मौजूदा चरण 20 दिसंबर को संपन्न हो जाएगा. इसके तत्काल बाद 10 दिनों के भीतर (महीने के आखिर तक) पीसीसी अध्यक्ष पीसीसी की कार्यकारी इकाई गठित करने के प्रस्ताव को मंजूरी के लिए एआईसीसी को भेज देंगे".

पढ़ें: संसद में जिन पार्टियों ने कृषि कानूनों का समर्थन किया, अब वे ही भारत बंद का समर्थन कर रही हैं : कटारिया

माकन के मुताबिक, बोर्डों और निगमों के अध्यक्षों की नियुक्तियों के वास्ते कांग्रेस अध्यक्ष की स्वीकृति के लिए 31 जनवरी की समयसीमा तय की गई है. उन्होंने कहा, "राज्य नेताओं को इन प्रस्तावों को अंतिम रूप देने के लिए समूह के स्तर से ऊपर उठकर समुचित हिस्सेदारी और व्यापक विचार-विमर्श का मंत्र दिया गया है’’. कांग्रेस महासचिव ने प्रदेश के सभी नेताओं और विधायकों से मुलाकात की है तथा पायलट के भी संपर्क में हैं.

राजस्थान में भाजपा बुरी तरह विफल...

भाजपा पर सरकार को अस्थिर करने का फिर से प्रयास करने संबंधी गहलोत के आरोप पर माकन ने कहा कि यह पहले देखा जा चुका है कि भाजपा ने जनादेश को पलटने के लिए क्या-क्या किया था. उन्होंने कहा, "गुजरात और मध्य प्रदेश समेत कई प्रदेशों में अनैतिक और अलोकतांत्रिक तरकीबों का इस्तेमाल करके भाजपा सफल हो गई, लेकिन राजस्थान में बुरी तरह विफल रही. इसका कारण यह है कि सरकार के साथ खड़े हमारे 123 विधायकों में कोई भी इनके जाल में नहीं फंसा".

कांग्रेस नेता कहा, "मुझे सरकार को कोई खतरा नहीं दिखाई देता, अगर वो फिर कोशिश करेंगे तो फिर बुरी तरह विफल होंगे. हम अपने विधायकों और कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को एकजुट रखने में सफल रहे तथा हालिया निकाय चुनावों में यह एकजुटता दिखी, जिनमें हमने अब तक सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया".

उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री गहलोत ने शनिवार को आरोप लगाया था कि भाजपा ने कुछ महीने पहले उनकी सरकार को गिराने का प्रयास किया था और वह 'यह गेम फिर शुरू कर रही है. हालांकि, भाजपा नेताओं ने गहलोत के आरोपों को मर्यादाहीन बताते हुए खारिज कर दिया था. पायलट से जुड़े एक सवाल पर उन्होंने कहा कि पूर्व उप मुख्यमंत्री शुरू से कहते आ रहे हैं कि वह भाजपा में कभी शामिल नहीं होंगे और वह हमेशा से कांग्रेस परिवार के महत्वपूर्ण सदस्य रहे हैं. पायलट ने हाल के कुछ चुनावों में पार्टी के लिए प्रचार भी किया है.

जयपुर. कांग्रेस महासचिव और राजस्थान प्रभारी अजय माकन ने सोमवार को कहा कि राजस्थान में पार्टी पूरी तरह एकजुट है और इस साल के आखिर तक नई प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) का गठन हो जाएगा और 31 जनवरी तक विभिन्न बोर्डों एवं निगमों के अध्यक्षों की नियुक्तियों का काम भी संपन्न हो जाएगा.

गहलोत सरकार को कोई खतरा नहीं...

राजस्थान के कांग्रेस प्रभारी माकन ने इस बात पर भी जोर दिया कि राजस्थान में अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली सरकार को कोई खतरा नहीं है. उनकी यह टिप्पणी इस संदर्भ में महत्वपूर्ण है कि मुख्यमंत्री गहलोत ने हाल ही में कहा था कि भाजपा द्वारा एक बार फिर से उनकी सरकार को अस्थिर करने का प्रयास शुरू किया जा रहा है. माकन ने कहा कि गहलोत कांग्रेस के ईमानदार नेता और अनुभवी सिपाही हैं तो सचिन पायलट भी पार्टी के लिए उपयोगी हैं.

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कुछ महीने पहले पायलट के नेतृत्व में 19 विधायकों के बागी रुख अपनाने के बाद राजस्थान की कांग्रेस सरकार संकट में आ गई थी. हालांकि पार्टी नेतृत्व और बागियों के बीच लंबी वार्ता के बाद पायलट एवं उनके समर्थक विधायक वापस लौटे. उसी राजनीतिक संकट के दौरान कांग्रेस आलाकमान ने पायलट को उप मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद से हटा दिया था. गोविंद सिंह डोटासरा को नया पीसीसी अध्यक्ष नियुक्त किया गया था.

साल के आखिर तक गठित होगी नई राज्य इकाई...

माकन ने कहा, "हमने आगे उठाए जाने वाले कदमों के बारे में विस्तृत रूप रेखा तैयार की है. हमने कुछ समय-सीमा तय की है, जिसके बारे में मुख्यमंत्री, पीसीसी अध्यक्ष, पायलट और अन्य लोगों को अवगत करा दिया गया है". उन्होंने बताया, "राजस्थान में स्थानीय निकाय के चुनावों का मौजूदा चरण 20 दिसंबर को संपन्न हो जाएगा. इसके तत्काल बाद 10 दिनों के भीतर (महीने के आखिर तक) पीसीसी अध्यक्ष पीसीसी की कार्यकारी इकाई गठित करने के प्रस्ताव को मंजूरी के लिए एआईसीसी को भेज देंगे".

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माकन के मुताबिक, बोर्डों और निगमों के अध्यक्षों की नियुक्तियों के वास्ते कांग्रेस अध्यक्ष की स्वीकृति के लिए 31 जनवरी की समयसीमा तय की गई है. उन्होंने कहा, "राज्य नेताओं को इन प्रस्तावों को अंतिम रूप देने के लिए समूह के स्तर से ऊपर उठकर समुचित हिस्सेदारी और व्यापक विचार-विमर्श का मंत्र दिया गया है’’. कांग्रेस महासचिव ने प्रदेश के सभी नेताओं और विधायकों से मुलाकात की है तथा पायलट के भी संपर्क में हैं.

राजस्थान में भाजपा बुरी तरह विफल...

भाजपा पर सरकार को अस्थिर करने का फिर से प्रयास करने संबंधी गहलोत के आरोप पर माकन ने कहा कि यह पहले देखा जा चुका है कि भाजपा ने जनादेश को पलटने के लिए क्या-क्या किया था. उन्होंने कहा, "गुजरात और मध्य प्रदेश समेत कई प्रदेशों में अनैतिक और अलोकतांत्रिक तरकीबों का इस्तेमाल करके भाजपा सफल हो गई, लेकिन राजस्थान में बुरी तरह विफल रही. इसका कारण यह है कि सरकार के साथ खड़े हमारे 123 विधायकों में कोई भी इनके जाल में नहीं फंसा".

कांग्रेस नेता कहा, "मुझे सरकार को कोई खतरा नहीं दिखाई देता, अगर वो फिर कोशिश करेंगे तो फिर बुरी तरह विफल होंगे. हम अपने विधायकों और कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को एकजुट रखने में सफल रहे तथा हालिया निकाय चुनावों में यह एकजुटता दिखी, जिनमें हमने अब तक सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया".

उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री गहलोत ने शनिवार को आरोप लगाया था कि भाजपा ने कुछ महीने पहले उनकी सरकार को गिराने का प्रयास किया था और वह 'यह गेम फिर शुरू कर रही है. हालांकि, भाजपा नेताओं ने गहलोत के आरोपों को मर्यादाहीन बताते हुए खारिज कर दिया था. पायलट से जुड़े एक सवाल पर उन्होंने कहा कि पूर्व उप मुख्यमंत्री शुरू से कहते आ रहे हैं कि वह भाजपा में कभी शामिल नहीं होंगे और वह हमेशा से कांग्रेस परिवार के महत्वपूर्ण सदस्य रहे हैं. पायलट ने हाल के कुछ चुनावों में पार्टी के लिए प्रचार भी किया है.

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