जयपुर. राजधानी में जिला कलेक्ट्रेट पर शिक्षक भर्ती 1998 में चयनित शिक्षकों के धरने को 55 दिन पूरे हो चुके हैं. इसके बाद भी सरकार कोई सुनवाई नहीं कर रही है. इसको लेकर चयनित शिक्षकों में सरकार के खिलाफ जबरदस्त आक्रोश है. चयनित शिक्षकों ने मरते दम तक धरना जारी रखने की चेतावनी दी है. उनका कहना है कि कई विधायकों ने इस मामले को विधानसभा में भी उठाया. लेकिन इसके बाद भी नियुक्ति का मार्ग प्रशस्त नहीं हुआ है.
चयनित शिक्षकों ने आरोप लगाया कि कुछ अधिकारियों ने कम अंक होने के बाद कुछ शिक्षकों को नियुक्ति दे दी. लेकिन अधिक अंक वाले आज भी धरना प्रदर्शन करने पर मजबूर हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट से भी उनके पक्ष में आदेश आ चुका है. इसके बाद भी सरकार नियुक्ति नहीं दे रही है. गहलोत सरकार ने 2003 और 2006 में नियुक्ति का आदेश जारी किया था, लेकिन वह आदेश आज तक क्रियान्वित नहीं हो पाया है.
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राजस्थान चयनित शिक्षक संघ 1998 के संयोजक जितेंद्र पालीवाल ने बताया कि हमने यहां सर्दी, गर्मी और बरसात का मौसम देख लिया है और अब नियुक्ति आदेश लेकर ही हटेंगे. पालीवाल ने कहा कि अब हम दिल्ली में राहुल गांधी से गुहार लगाएंगे. उन्होंने चुनाव में कहा था कि अब होगा न्याय. अब हम पूछेंगे कब होगा न्याय. न्याय के इंतजार में हमें बर्बाद होते हुए 21 साल हो चुके हैं. वहीं संघ के उपाध्यक्ष जयदेव सिंह फौजदार ने बताया कि धरने के 55 दिन होने के बाद भी सरकार का कोई नुमाइंदा बात करने के लिए नहीं आया. उन्होंने कहा कि अब हम यहीं सारे त्यौहार मनाएंगे और मरते दम तक न्याय के लिए सरकार से लड़ते रहेंगे.