ETV Bharat / city

चयनित शिक्षकों का धरना 55वें दिन भी जारी, कहा- नियुक्ति आदेश लेकर ही हटेंगे - आदेश

चयनित शिक्षक संघ 1998 के धरने को 55 दिन पूरे होने के बाद भी सरकार का कोई नुमाइंदा उनसे बात करने के लिए नहीं आया. इसको लेकर चयनित शिक्षकों में सरकार के खिलाफ जबरदस्त आक्रोश है. चयनित शिक्षकों का कहना है कि धरने पर बैठे सभी लोग आने वाले सारे त्यौहार इसी तंबू में मनाएंगे और नियुक्ति का आदेश लेकर ही यहां से हटेंगे.

dharna of rajasthan chayanit shikshak sangh
author img

By

Published : Jul 31, 2019, 6:35 PM IST

जयपुर. राजधानी में जिला कलेक्ट्रेट पर शिक्षक भर्ती 1998 में चयनित शिक्षकों के धरने को 55 दिन पूरे हो चुके हैं. इसके बाद भी सरकार कोई सुनवाई नहीं कर रही है. इसको लेकर चयनित शिक्षकों में सरकार के खिलाफ जबरदस्त आक्रोश है. चयनित शिक्षकों ने मरते दम तक धरना जारी रखने की चेतावनी दी है. उनका कहना है कि कई विधायकों ने इस मामले को विधानसभा में भी उठाया. लेकिन इसके बाद भी नियुक्ति का मार्ग प्रशस्त नहीं हुआ है.

चयनित शिक्षकों के धरने को 55 दिन पूरे, कहा- नियुक्ति आदेश लेकर ही हटेंगे

चयनित शिक्षकों ने आरोप लगाया कि कुछ अधिकारियों ने कम अंक होने के बाद कुछ शिक्षकों को नियुक्ति दे दी. लेकिन अधिक अंक वाले आज भी धरना प्रदर्शन करने पर मजबूर हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट से भी उनके पक्ष में आदेश आ चुका है. इसके बाद भी सरकार नियुक्ति नहीं दे रही है. गहलोत सरकार ने 2003 और 2006 में नियुक्ति का आदेश जारी किया था, लेकिन वह आदेश आज तक क्रियान्वित नहीं हो पाया है.

इसे भी पढ़ें- पद से हटाए गए तहसीलदार और उनकी पत्नी की गाड़ी से 2.84 लाख रुपए जब्त, जांच में जुटी एसीबी

राजस्थान चयनित शिक्षक संघ 1998 के संयोजक जितेंद्र पालीवाल ने बताया कि हमने यहां सर्दी, गर्मी और बरसात का मौसम देख लिया है और अब नियुक्ति आदेश लेकर ही हटेंगे. पालीवाल ने कहा कि अब हम दिल्ली में राहुल गांधी से गुहार लगाएंगे. उन्होंने चुनाव में कहा था कि अब होगा न्याय. अब हम पूछेंगे कब होगा न्याय. न्याय के इंतजार में हमें बर्बाद होते हुए 21 साल हो चुके हैं. वहीं संघ के उपाध्यक्ष जयदेव सिंह फौजदार ने बताया कि धरने के 55 दिन होने के बाद भी सरकार का कोई नुमाइंदा बात करने के लिए नहीं आया. उन्होंने कहा कि अब हम यहीं सारे त्यौहार मनाएंगे और मरते दम तक न्याय के लिए सरकार से लड़ते रहेंगे.

जयपुर. राजधानी में जिला कलेक्ट्रेट पर शिक्षक भर्ती 1998 में चयनित शिक्षकों के धरने को 55 दिन पूरे हो चुके हैं. इसके बाद भी सरकार कोई सुनवाई नहीं कर रही है. इसको लेकर चयनित शिक्षकों में सरकार के खिलाफ जबरदस्त आक्रोश है. चयनित शिक्षकों ने मरते दम तक धरना जारी रखने की चेतावनी दी है. उनका कहना है कि कई विधायकों ने इस मामले को विधानसभा में भी उठाया. लेकिन इसके बाद भी नियुक्ति का मार्ग प्रशस्त नहीं हुआ है.

चयनित शिक्षकों के धरने को 55 दिन पूरे, कहा- नियुक्ति आदेश लेकर ही हटेंगे

चयनित शिक्षकों ने आरोप लगाया कि कुछ अधिकारियों ने कम अंक होने के बाद कुछ शिक्षकों को नियुक्ति दे दी. लेकिन अधिक अंक वाले आज भी धरना प्रदर्शन करने पर मजबूर हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट से भी उनके पक्ष में आदेश आ चुका है. इसके बाद भी सरकार नियुक्ति नहीं दे रही है. गहलोत सरकार ने 2003 और 2006 में नियुक्ति का आदेश जारी किया था, लेकिन वह आदेश आज तक क्रियान्वित नहीं हो पाया है.

इसे भी पढ़ें- पद से हटाए गए तहसीलदार और उनकी पत्नी की गाड़ी से 2.84 लाख रुपए जब्त, जांच में जुटी एसीबी

राजस्थान चयनित शिक्षक संघ 1998 के संयोजक जितेंद्र पालीवाल ने बताया कि हमने यहां सर्दी, गर्मी और बरसात का मौसम देख लिया है और अब नियुक्ति आदेश लेकर ही हटेंगे. पालीवाल ने कहा कि अब हम दिल्ली में राहुल गांधी से गुहार लगाएंगे. उन्होंने चुनाव में कहा था कि अब होगा न्याय. अब हम पूछेंगे कब होगा न्याय. न्याय के इंतजार में हमें बर्बाद होते हुए 21 साल हो चुके हैं. वहीं संघ के उपाध्यक्ष जयदेव सिंह फौजदार ने बताया कि धरने के 55 दिन होने के बाद भी सरकार का कोई नुमाइंदा बात करने के लिए नहीं आया. उन्होंने कहा कि अब हम यहीं सारे त्यौहार मनाएंगे और मरते दम तक न्याय के लिए सरकार से लड़ते रहेंगे.

Intro:जयपुर। शिक्षक भर्ती 1998 में चयनित शिक्षकों के धरने को जयपुर जिला कलेक्ट्रेट पर चलते हुए 55 दिन पूरे हो चुके हैं इसके बावजूद भी सरकार इनकी सुनवाई नहीं कर रही है और इसे लेकर चयनित शिक्षकों में सरकार के खिलाफ जबरदस्त आक्रोश है। चयनित शिक्षकों ने चेतावनी दी है कि उनका यह धरना मरते दम तक जारी रहेगा। कई विधायक इस मामले को विधानसभा में भी उठा चुके हैं इसके बावजूद भी इनकी नियुक्ति का मार्ग प्रशस्त नहीं हुआ है। यह सभी शिक्षक 21 साल से अपने नियुक्ति का इंतजार कर रहे हैं।


Body:चयनित शिक्षकों का आरोप है कि कुछ अधिकारियों ने कम अंक वालों को तो नियुक्ति दे दी लेकिन उनसे अधिक अंक वाले आज भी धरना प्रदर्शन करने पर मजबूर हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट से आदेश भी उनके पक्ष में आ चुका है इसके बावजूद भी सरकार उनको नियुक्ति नहीं दे रही है। गहलोत सरकार ने 2003 और 2006 में इन चयनित शिक्षकों का आदेश जारी किया था लेकिन आज तक वह आदेश क्रियान्वित नहीं हो पाया है। इससे पहले यह चयनित शिक्षक एक विशाल रैली भी निकाल चुके हैं जिसमें सेंकडो शिक्षकों के अलावा उनके परिजन भी शामिल हुए थे। इस रैली में कई महिलाओं की तबीयत भी खराब हो गई थी जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था।


Conclusion:राजस्थान चयनित शिक्षक संघ 1998 के संयोजक जितेंद्र पालीवाल ने बताया कि हमने यहां सर्दी, गर्मी, बरसात का मौसम देख चुके हैं और अब हम नियुक्ति आदेश लेकर ही यहां से हटेंगे। उन्होंने कहा कि विधानसभा में भी 15 विधायक इस मामले को उठा चुके हैं और सभी ने माना है कि उनकी मांग न्यायोचित है। इसके बावजूद भी सरकार हमारी सुनवाई नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि हम दिल्ली में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मोतीलाल वोरा से भी मिले थे उन्होंने भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को हमारी मांग को पूरा करने के लिए निर्देशित किया था। पालीवाल ने कहा कि अब हम दिल्ली में राहुल गांधी से गुहार लगाएंगे कि उन्होंने कहा था कि अब होगा न्याय। हम पूछेंगे अब कब होगा न्याय। न्याय के इंतजार में हमें बर्बाद होते हुए हमें 21 साल हो चुके हैं।
संघ के उपाध्यक्ष जयदेव सिंह फौजदार ने बताया कि धरने के 55 दिन होने के बाद भी सरकार का कोई नुमाइंदा हमसे बात करने के लिए नहीं आया। उन्होंने कहा कि अनियमित रूप से सेंकडो लोगों को नियुक्ति दे दी गई और यह नियुक्तियों उन लोगों को दी गई है जिनके अंक हमारे अंक से कम है। उन्होंने कहा कि अब हम यही सारे त्यौहार मनाएंगे और जब तक हमें दम है, हम सरकार से लड़ते रहेंगे।

बाईट 1. जितेंद्र पालीवाल, संयोजक राजस्थान चयनित शिक्षक संघ 1998
2. जयदेव सिंह फौजदार, उपाध्यक्ष राजस्थान चयनित शिक्षक संघ 1998
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.