जयपुर. हैदराबाद में 'हम साथ साथ है' का संदेश देने के बाद अब राजस्थान भाजपा के दिग्गज नेता 10 से 12 जुलाई तक माउंट आबू में मंच (Prashikshan Shivir in Mount Abu) साझा करेंगे. प्रदेश स्तरीय प्रशिक्षण शिविर के मौके पर भाजपा नेता, गहलोत सरकार को घेरते हुए आगामी विधानसभा चुनाव में 'बीजेपी फतह' की रणनीति और रोडमैप तैयार करेंगे. तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर में प्रदेश कोर कमेटी सदस्यों के साथ करीब 250 प्रमुख नेता और पदाधिकारी जुटेंगे.
हैदराबाद में भाजपा की राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक के बाद भाजपा के दिग्गज नेताओं के बीच सियासी दूरी और गिले-शिकवे कम होने की उम्मीद जताई जा रही है. ऐसे में तमाम दिग्गज नेता जिनमें भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत शामिल हैं, एक साथ मंच साझा करके गहलोत सरकार को घेरने की रणनीति तैयार करेंगे.
हैदराबाद से लौटने के बाद मिशन में जुटे नेता: पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने सोमवार को उदयपुर पहुंचकर गहलोत सरकार पर जुबानी हमला किया. वहीं सतीश पूनिया भी मंगलवार को उदयपुर पहुंच गए. बताया जा रहा है कि सियासी दूरी कम करने के मकसद से प्रशिक्षण वर्ग में इन दिग्गज नेताओं को आमंत्रित किया गया है.
3 दिन के इस राज्य स्तरीय प्रशिक्षण वर्ग में कुल 15 सत्र होंगे. इनमें संगठनात्मक राजनीतिक और मौजूदा परिस्थितियों के अनुसार अलग-अलग विषयों को शामिल किया जाएगा. वरिष्ठ नेता वी सतीश और महेश शर्मा सहित केंद्र के कई नेता इन छात्रों को संबोधित करने आएंगे. वहीं राजस्थान से इस प्रशिक्षण वर्ग में प्रदेश कोर कमेटी सदस्य, प्रदेश पदाधिकारी, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य, सभी जिला अध्यक्ष और जिलों के प्रभारी मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष के साथ भाजपा के विभाग और प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक शामिल होंगे. कोर कमेटी के प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह के साथ ही वसुंधरा राजे, सतीश पूनिया, गुलाबचंद कटारिया और राजस्थान से आने वाले तीनों केंद्रीय मंत्री साथ ही कई प्रमुख नेता शामिल हैं, जो इस प्रशिक्षण वर्ग में भी मंच साझा करेंगे.
10-11 जुलाई को होंगे अहम सत्र: राज्य स्तरीय प्रशिक्षण शिविर तीन दिन का होगा. जिसके शुरुआती 2 दिन महत्वपूर्ण होंगे. इस दौरान केंद्र और राज्य से जुड़े प्रमुख नेता विभिन्न क्षेत्रों को संबोधित कर, आगामी रणनीति पर चर्चा करेंगे. वहीं 12 जुलाई को राष्ट्रपति पद की प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू के स्वागत को लेकर सभी सांसद और विधायकों को सुबह 10 बजे तक जयपुर आने के निर्देश दिए गए हैं.