जयपुर. प्रदेश में चल रहे बिजली संकट ने अब सियासी रंग ले लिया है. कोयले की कमी राष्ट्रव्यापी है और बिजली का संकट देश के कई राज्यों में है, लेकिन राजस्थान में विपक्षी दल के रूप में भाजपा ने इसे सियासी हथियार बना लिया और आज अलग-अलग बिजली कार्यालय पर विरोध प्रदर्शन (Rajasthan BJP Protest against power cut) कर सरकार पर जुबानी हमला बोला. जयपुर में मालवीय नगर मंडल में भाजपा कार्यकर्ताओं ने सहायक अभियंता कार्यालय पर प्रदर्शन कर अपना विरोध जाहिर किया. भाजपा जयपुर शहर उपाध्यक्ष अनिल शर्मा और मालवीय नगर मंडल अध्यक्ष शैलेश शाह के नेतृत्व में हुए इस विरोध प्रदर्शन में बड़ी संख्या में भाजपा नेता और कार्यकर्ता जुटे. उन्होंने सहायक अभियंता कार्यालय परिसर में जमकर नारेबाजी की और मुख्य अभियंता के नाम ज्ञापन भी सौंपा.
प्रदर्शनकारी भाजपा कार्यकर्ताओं का आरोप था की राजस्थान में विद्युत विभाग और सरकार बिजली की डिमांड का आकलन कर पूर्व में इसकी व्यवस्था करने में पूरी तरह फेल रही. यही कारण है कि आज आम उपभोक्ताओं को 2 से 8 घंटे तक का पावर कट का सामना करना पड़ रहा है. भाजपा नेताओं के अनुसार राजस्थान में बिजली की दरें अन्य प्रदेशों की तुलना में काफी अधिक है. बावजूद इसके यहां बार-बार बिजली के संकट से आम लोगों को दो-चार होना पड़ता है.
डीग में भाजपा कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन: भाजपा जिला अध्यक्ष डॉ. शैलेश सिंह के निर्देशन पर डीग में भी भाजपा कार्यकर्ताओं ने राज्यपाल कलराज मिश्र के नाम बिजली विभाग के अधिशासी अभियंता को ज्ञापन सौंपा है. ज्ञापन में मांग की गई है कि एक ओर प्रदेश में प्रचंड गर्मी पड़ रही है और आमजन का जीवन अस्त-व्यस्त है. वहीं गर्मी में बिजली कटौती से आमजन और भी परेशान हैं. छात्र-छात्राओं की परीक्षा चल रही है, बिजली कटौती के कारण परीक्षार्थियों की पढ़ाई बाधित हो रही है. लेकिन सरकार इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रही है.
अजमेर में राज्यपाल के नाम सौंपा ज्ञापन: बिजयनगर शहर में भाजपा देहात के कार्यकर्ताओं ने विद्युत कार्यालय तेजा चौक पर जमकर प्रदर्शन किया और विद्युत कटौती का विरोध जताया. साथ ही कार्यकर्ताओं ने राजस्थान सरकार के खिलाफ नारे लगाकर प्रदर्शन किया. धरना प्रदर्शन के बाद भाजपा मंडल बिजयनगर और भाजपा मंडल रामगढ़ के संयुक्त तत्वावधान में राज्यपाल कलराज मिश्र के नाम ज्ञापन सौंपा.
जोधपुर में सड़कों पर भाजपा: प्रदेश में सभी जगहों पर बिजली कटौती की व्यवस्था लागू करने के विरोध में शुक्रवार को जोधपुर में भाजपाई सड़कों पर उतरे. भाजपा नेताओं ने राज्य सरकार पर आरोप लगाया कि जोधपुर में एक घंटे की कटौती के आदेश जारी कर अघोषित रूप से दो से तीन घंटे बिजली काटी जा रही है. कमोबेश यही हाल अन्य क्षेत्रो के हैं. सरकार ने समय रहते कोयले की व्यवस्था नहीं की, जिसके कारण यह हालात हुए हैं. सरकारी अक्षमता की कीमत जनता को उठानी पड़ रही है.
प्रतापगढ़ में भाजपा नेताओं का विरोध-प्रदर्शन: बिजली कटौती सहित विभिन्न मुद्दों को लेकर प्रतापगढ़ में भारतीय जनता पार्टी नगर मंडल की ओर से नारेबाजी करते हुए विरोध प्रदर्शन किया गया. भाजपा की ओर से चेतावनी दी गई है कि यदि सरकार इन मुद्दों पर ध्यान नहीं देती है तो भाजपा कार्यकर्ता विभागीय कार्यालयों पर ताला जड़कर पुतला दहन करेंगे. भाजपा नगर मंडल अध्यक्ष रितेश सोमानी के नेतृत्व में आज बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं ने प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया. अजमेर विद्युत वितरण निगम के कार्यालय पर पहुंचे भाजपा कार्यकर्ताओं ने सरकार पर नाकारा होने का भी आरोप लगाया.
चाकसू में भाजपा का प्रदर्शन: भीषण गर्मी में गांव-शहरों में शुरू हुई घोषित और अघोषित बिजली कटौती के विरोध में चाकसू में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने विद्युत निगम के अधिशासी अभियंता कार्यालय पर प्रदर्शन किया. यहां कार्यकर्ताओं ने बिजली कटौती पर रोष जताते हुए राज्य सरकार के खिलाफ रोष जताया और ज्ञापन भी सौंपा. कार्यकर्ताओं ने कहा कि भीषण गर्मी में भी लोगों को राज्य सरकार पर्याप्त बिजली मुहैया नहीं करवा पा रही है. गांव अघोषित बिजली कटौती से जूझ रही है.
भीलवाड़ा में प्रदर्शनः विद्युत निगम व जिला कलेक्ट्रेट के बाहर भारतीय जनता पार्टी ने अघोषित बिजली कटौती को लेकर प्रदर्शन किया. प्रदर्शन के दौरान गहलोत सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की. बाद में कलक्टर व एसपी को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा गया. जिले के 39 मंडलों में जिला मुख्यालय सहित उपखंड कार्यालय पर धरना प्रदर्शन कर ज्ञापन दिया गया.
गौरतलब है कि प्रदेश भाजपा ने शुक्रवार को सभी जिलों में ग्रिड सब स्टेशन पर बिजली कटौती और बिजली की बढ़ी हुई दरों के विरोध में विरोध प्रदर्शन करने का ऐलान किया था. इसी कड़ी में आज हर जिले में इस प्रकार के विरोध प्रदर्शन किए जा रहे हैं. वर्तमान में प्रदेश में संभाग मुख्यालय से लेकर जिला मुख्यालय और ग्रामीण क्षेत्रों तक एक से 8 घंटे तक की बिजली कटौती चल रही है.