जयपुर. वैंलेटाइन डे का असर सोमवार को नेताओं की बयानबाजी में भी नजर आया. सोमवार को विधानसभा की कार्यवाही में भाग लेने के लिए पहुंचे सतीश पूनिया ने अपने बयान में कहा कि हम वैलेंटाइन डे नहीं मनाते. वैलेंटाइन डे कांग्रेस के लोगों का है और कांग्रेस प्यार करने के लायक नहीं है.
विधानसभा के बाहर मीडिया से रूबरू होते हुए सतीश पूनिया ने कांग्रेस पर जुबानी हमला बोला. उन्होंने कहा (Satish Poonia on Valentine Day) कि वैलेंटाइन डे कांग्रेस नेताओं का है और अंग्रेजों के जमाने से ही कांग्रेस पाश्चात्य संस्कृति के हिमायती रहे हैं. नेहरू जी भी गुलाब का फूल लगाते थे. हमारे यहां पॉलिटिकल वैलेंटाइन की जरूरत नहीं है. पूनिया ने कहा कि राजस्थान की सरकार लिहाज और प्रेम करने के लायक नहीं है. इस वैलेंटाइन डे पर तो पॉलिटिकल लड़ाई ही ठीक है.
दूसरी ओर सरकारी उप मुख्य सचेतक महेंद्र चौधरी ने कहा (Mahendra Choudhary on Valentine Day) कि विपक्ष वैलेंटाइन डे पर भी प्यार करने लायक नहीं है. मैं किसान परिवार से हूं और मैं नहीं जानता वैलेंटाइन डे क्या है, लेकिन विपक्ष सदन में सद्भाव नहीं रखना चाहता है. हम चाहते हैं कि सदन सुचारू रूप से चले. हमने विपक्ष से भी इस बारे में बात की है, लेकिन यहां बीजेपी को आरएसएस चला रहा है. बीजेपी के स्थानीय नेता कई धड़ों में बंटे हैं, लेकिन हम तो विपक्ष से भी सद्भाव रखते हैं. विपक्ष प्यार करने के लायक नहीं है, उनके लिए फूल क्या ले जाना.
विपक्ष प्यार करने लायक है या नहीं, इस सवाल के जवाब में उप मुख्य सचेतक ने कहा सदन चलाना पक्ष और विपक्ष दोनों का काम है. सदन में भाजपा की ओर से इस तरह से हंगामा मचाना उनकी मजबूरी है क्योंकि आरएसएस नहीं चाहता कि गहलोत सरकार सुचारू रूप से प्रदेश में काम करें.
सरकार को जेल जाने का है डर- विधानसभा कार्यवाही में भाग लेने के लिए सोमवार को विधानसभा पहुंचे भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने साफ कर दिया है कि इस मामले को लेकर सदन में इसी तरह से हंगामा होता रहेगा. उन्होंने कहा कि रीट पेपर लीक मामला ऐसा पहला मामला है जिसमें मुख्यमंत्री से लेकर उनके मंत्री और अधिकारी शामिल हैं. पूनिया ने कहा कि 4 विधायकों का निलंबन बड़ी बात नहीं, सीबीआई जांच की मांग मानने पर हम पहल कर सकते हैं. इस मामले में मुख्यमंत्री ही क्यों न शामिल हो इसकी जांच होनी चाहिए. इससे पहले भी कई मामलों में सीबीआई जांच की गई है. सीबीआई जांच देने से सरकार डर रही है. उनको डर है कि यदि सीबीआई इस मामले की जांच करती है तो सरकार को जेल जाना पड़ेगा.
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रीट पेपर लीक प्रकरण की सीबीआई जांच की मांग को लेकर मंगलवार को होने वाले भाजपा के प्रदर्शन पर पूनिया ने कहा कि यह आंदोलन जंगी होगा और इसमें कई बड़े नेता भी शामिल होंगे. शांति धारीवाल के रीट पेपर लीक प्रकरण की सीबीआई जांच से इनकार करने के सवाल पर सतीश पूनिया ने कहा कि सरकार पहले घोषणा करती है, फिर आश्वासन देती है और फिर यू-टर्न ले लेती है. सरकार की बात तो भरोसा नहीं है, हो सकता है कि बाद में सीबीआई जांच के लिए मजबूर हो जाए.
रुद्राक्ष की माला पहन कर आए अविनाश गहलोत: विधानसभा की कार्यवाही से निलंबित किए गए भाजपा विधायक अविनाश गहलोत सोमवार को रुद्राक्ष की माला पहन कर आए. उन्होंने कहा कि हमारा विधानसभा में विरोध इसी तरह से जारी रहेगा. रुद्राक्ष की माला पहन कर आने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मैं एक धार्मिक व्यक्ति हूं और सुबह शाम घर में पूजा करता हूं. निलंबन का दौर चल रहा है और इस दौर में सरकार को सद्बुद्धि आनी चाहिए. उन्होंने कहा कि अलोकतांत्रिक तरीके से भाजपा विधायकों को सदन की कार्यवाही से निलंबित किया गया है. युवाओं की आवाज को दबाने की कोशिश की जा रही. हमारी कोई गलती नहीं थी हम लोगों ने तो युवाओं की आवाज उठाई थी.
भाजपा 5 हजार की भीड़ नहीं जुटा पाती है- मंगलवार को रीट परीक्षा की सीबीआई जांच की मांग को लेकर भाजपा विधानसभा का घेराव करेगी. दावा किया जा रहा है इसमें 50 हजार से अधिक लोगों की भीड़ जुटेगी, लेकिन कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने इस पर तंज कसा है. खाचरियावास ने कहा कि भाजपा 50 हजार तो दूर 5 हजार की भीड़ नहीं जुटा पाती. उन्होंने कहा इस मुद्दे पर इनके सांसद किरोड़ी लाल मीणा ही इनके साथ नहीं हैं.
भाजपा विधायक दल की बैठक में हुआ यह निर्णय- सोमवार को विधानसभा के ना पक्ष लॉबी में हुई भाजपा विधायक दल की बैठक में यह तय हुआ कि रीट परीक्षा अनियमितता के मामले में सरकार से सदन में जवाब मांगा जाएगा और सरकार पर भाजपा के 4 विधायकों का निलंबन वापस लेने को लेकर भी दबाव डाला जाएगा.