जयपुर. कांग्रेस के प्रभारी महासचिव अजय माकन मंगलवार को जयपुर दौरे पर थे, जो निकाय और पंचायत चुनाव के लिए होने वाली कार्यशाला में शामिल होने आए थे. लेकिन मंत्री मास्टर भंवर लाल मेघवाल के निधन के चलते उस कार्यशाला को स्थगित कर दिया गया. ऐसे में वह अपना दौरा बीच में छोड़कर ही दिल्ली चले गए.
वहीं, इस अल्प दौरे में भी समाज के विभिन्न वर्ग अपनी-अपनी शिकायतें प्रभारी अजय माकन तक पहुंचाने में नहीं चूके. जहां अल्पसंख्यक मुस्लिम समाज ने अपनी शिकायतें अजय माकन के सामने रखी, तो वहीं दूसरी ओर राजस्थान बार काउंसिल के चेयरमैन सैयद शाहिद हसन भी अधिवक्ताओं के साथ अजय माकन से मिलने पहुंचे. इस दौरान उन्होंने अजय माकन से कांग्रेस के घोषणा पत्र के उस वादे को अमल में लाने की मांग की जिसके अनुसार अधिवक्ताओं को सरकार बनने पर विभिन्न राजनीतिक नियुक्तियां देने का वादा किया गया था.
इन पदों पर अधिवक्ताओं को ही नियुक्त किया जाना चाहिए
उन्होंने कहा कि अब तक 3 महत्वपूर्ण पदों पर सेवानिवृत्त प्रशासनिक अधिकारियों को बैठाया गया है, जो नीति विरुद्ध है. उन्होंने सूचना आयोग के चेयरमैन और सदस्यों के लिए वकीलों को राजनीतिक नियुक्ति देने की मांग करते हुए कहा कि जिन पदों पर विधिक बिंदुओं को ध्यान में रखकर प्रकरणों का निस्तारण किया जाता है, वहां अधिवक्ता कानून के विषय पर कड़ी पकड़ रखते हैं. ऐसे में ऐसे पदों पर अधिवक्ताओं को ही नियुक्त किया जाना चाहिए.
राजनीतिक नियुक्तियां पूरी तरीके से अनुचित
सैयद शाहिद हसन ने कहा कि उच्च न्यायालय का इस संदर्भ में निर्देश है कि एक्ट की भावना के अनुसार सूचना आयोग एवं अन्य महत्वपूर्ण आयोगों में सेवारत एवं सेवानिवृत्त प्रशासनिक अधिकारियों की बजाय वकील समुदाय में से ही नियुक्तियों का अवसर दिया जाना चाहिए. ऐसे में अब तक 3 पदों पर जो राजनीतिक नियुक्तियां हुई हैं, उनमें सेवानिवृत्त प्रशासनिक अधिकारियों की नियुक्ति हुई है जो पूरी तरीके से अनुचित है.
राजस्थान बार काउंसिल के चेयरमैन ने कहा कि अभी 2 पदों पर सेवानिवृत्त प्रशासनिक अधिकारियों की नियुक्ति हो गई है. अब बाकी के अन्य 3 पदों पर अधिवक्ता और अन्य वर्गों को मौका दिया जाए.