जयपुर. विधानसभा कार्यवाही में भाग लेने पहुंचे कांग्रेस विधायक रफीक खान ने शुक्रवार को मीडिया से रूबरू होते हुए कांग्रेस की हार स्वीकार की. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेता एकजुट होकर चुनाव नहीं लड़ पाए. जो पार्टी एकजुट होकर चुनाव लड़ी और जिन पार्टियों के मुद्दों को जनता ने स्वीकार किया उनको वोट मिला. सभी वोट एक आदमी या एक पार्टी को नहीं मिलते हैं, जिस पार्टी की बात जनता को समझ में आती है जनता उसी को वोट देती है.
रफीक खान ने कहा कि हमे मिलकर कांग्रेस की हार पर चिंतन करने की आवश्यकता है. ऐसे कौन से मुद्दे रहे जिसे लेकर हम जनता के बीच नहीं जा पाए और जनता के मन को नहीं समझ पाए. इसके साथ ही हम एन्टी इंकमबैंसी को भी कैश नही कर पाए. हार को लेकर चिंतन और मनन करने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि हार के लिए नेताओं को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता क्योंकि चुनाव के अपने स्थानीय मुद्दे होते हैं.
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रफीक खान ने कहा कि मैं जहां गया वहां कांग्रेस प्रत्याशी को जीत मिली है. यहां से जाने वाला नेता प्रबंधन का काम कर सकता है समस्या को ढूंढ कर उसका समाधान कर सकता है. लेकिन चुनाव तो उम्मीदवार को ही लड़ना होता है. चुनाव में उम्मीदवार के चयन में कहीं ना कहीं गलती हुई है और इसे समझने की जरूरत है. उन्होंने माना कि कांग्रेस से गलती हुई है और भविष्य में उसे सुधारने की कोशिश की जाएगी.
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रफीक खान ने कहा कि प्रियंका गांधी में ऐब निकालने से बेहतर होगा कि प्रदेश और केंद्रीय नेतृत्व हार के कारणों पर चिंतन करें. उन्होंने कहा कि हार को लेकर मैं निराश नहीं हूं, क्योंकि पतझड़ के बाद बहार जरूर आती है. हम जनता के बीच फिर से जाएंगे और उनकी अपेक्षाओं पर खरा उतरने की पूरी कोशिश करेंगे.