जयपुर. ईरान से भारत लाए गए भारतीयों के शुरुआती तीन बैच का 14 दिन का क्वॉरेंटाइन समय पूरा हो गया है. लेकिन पहले बैच के 236 लोगों में से 15 पॉजिटिव मरीज सामने आए हैं. वहीं तीसरे बैच के 195 में से भी 2 कॉरोना पॉजिटिव आए हैं. ऐसे में केवल बैच दो के 53 छात्रों को ही घर जाने की अनुमति दी गई है. जैसलमेर में बने सैनिकों के बैरकों में शेष दो बैच 14 दिन तक क्वॉरेंइटन में रहेंगे.
ICMR के निर्देशों के बाद बढ़ाई गई दो बैचों की क्वॉरेंटाइन अवधि
भारतीय नागरिकों को COVID-19 महामारी के प्रकोप से बचाने के लिए, ईरान से अब तक कुल 1,036 भारतीय नागरिकों को भारत में पांच बैचों में लाया गया था. पांच में से तीन बैच को जैसलमेर और दो को जोधपुर लाया गया. इन सभी भारतीय नागरिकों को जैसलमेर और जोधपुर में आर्मी वेलनेस फैसिलिटी में Indian Council of Medical Research (ICMR) प्रोटोकॉल के अनुसार 14 दिनों के लिए सैनिकों के रहने वाले बैरकों में रखा गया था. 14 दिन की क्वॉरेंटाइन अवधि पूरी होने के बाद जब इन शुरुआती तीन बैच का परीक्षण जोधपुर के AIIMS में किया गया. जिसमें पहले बैच में आए 236 में 15 मरीज कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं.
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जिन्हें जोधपुर AIIMS में भर्ती करवाया गया है. इसके बाद 29 मार्च को दूसरे बैच में भारत आए 53 छात्रों का कोरोना टेस्ट किया गया. जिनका कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आया है. जिसके बाद उन्हें घर भेज दिया जाएगा. वहीं तीसरे बैच के 195 भारतीय नागरिकों में भी दो लोग क्वॉरेंटाइन में रहने की अवधि पूरी हो गई है, लेकिन इन दो बैचों की क्वॉरेंटाइन अवधि 14 दिन के लिए और बढ़ा दी गई है.
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अब दोनों बैचों के तमाम भारतीय नागरिक अगले 14 दिनों के लिए क्वॉरेंटाइन रखे जाएंगे. जिससे अगर किसी में कोरोना का कोई संक्रमण हो तो वो सामने आ सके. इस बार इन्हें और छोटे समूह में रखा जायेगा. इन सभी विदेश से आए भारतीय नागरिकों को सेना के वैलनेस सेंटर में रखा जाता है. ये वेलनेस सेंटर सैनिकों के बंकर में बने हैं. वहीं सेना इनकी समय-समय पर जांच कर रही है.