जयपुर. सवाई मानसिंह अस्पताल के लाइफ लाइन में लगी आग और उसके बाद भ्रष्टाचार के आरोप में कमेटी रिपोर्ट के बाद एसएमएस अस्पताल के फार्मासिस्ट सुनील मीणा और लिपिक मदन बैरवा के खिलाफ कार्रवाई की गई. दोनों आरोपियो को निलंबित कर दिया गया. जिसके विरोध में गुरुवार को फार्मासिस्ट और कर्मचारियों ने प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की.
एसएमएस हॉस्पिटल के इन कर्मचारियों का कहना है कि प्रशासन ने बिना जांच रिपोर्ट जारी किए यह कार्रवाई की है. और जो दोषी लोग है, उन्हें बचाया जा रहा है. कर्मचारियों का यह भी कहना था कि इसमें कुछ वरिष्ठ चिकित्सकों के नाम भी शामिल थे लेकिन उनको सिर्फ कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है जबकि एक फार्मासिस्ट और एक लिपिक को निलंबित कर दिया गया है. जिसे उन लोगों ने जो एक तरफा कार्रवाई बताया.
मामले को लेकर कर्मचारियों ने अस्पताल के अधीक्षक डॉक्टर डी एस मीणा के ऑफिस का घेराव किया और ज्ञापन दिया. साथ ही चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर जो कार्रवाई प्रशासन की ओर से की गई है उसे वापस नहीं लिया गया तो कर्मचारी और फार्मासिस्ट अनिश्चितकालीन हड़ताल करेंगे.
दरअसल मामले को लेकर जहां दो कर्मचारियों को निलंबित किया गया है. वहीं राजस्थान मेडिकल काउंसिल रजिस्ट्रार डॉ एसएस राणावत, मेडिकल ऑफिसर डॉ प्रभात सराफ, ललित कुमार मरोडिया, देवकीनंदन शर्मा, अमर चंद जाट और अशोक चौधरी को सिर्फ कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. हालांकि अस्पताल प्रशासन का कहना है कि अस्पताल फार्मासिस्ट और कर्मचारियों ने मामले को लेकर ज्ञापन दिया है और उनकी मांगे विभाग के उच्चाधिकारियों तक पहुंचाई जाएगी.