जयपुर. शहर की बदहाल सफाई व्यवस्था और लाइटिंग व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए ग्रेटर नगर निगम में सफाई और विद्युत को तीन-तीन हिस्सों में बांटते हुए 6 चेयरमैन बनाए गए हैं. ग्रेटर नगर निगम में 17 समितियों के 21 चेयरमैन बनाए गए हैं. इसके अलावा महापौर ने 7 और समितियां बनाने के लिए राज्य सरकार को प्रस्ताव भेजा है.
राजस्थान नगरपालिका अधिनियम 2009 की धारा 55(3)(vii) के अंतर्गत निर्धारित समितियों के अतिरिक्त निगम में जनप्रतिनिधियों के अधिक से अधिक प्रभावी पर्यवेक्षण को ध्यान में रखते हुए, आवश्यकता अनुसार 7 अतिरिक्त समिति का गठन करने के लिए बोर्ड से अनुमोदन के बाद प्रकरण राज्य सरकार को स्वीकृति के लिए भेजा गया है.
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राज्य सरकार को भेजी गई समितियां और उनके चेयरमैन...
- नगरीय विकास कर - विकास बारेठ
- सामाजिक सहायक एवं लोक कल्याण - गजेंद्र सिंह चिराणा
- वर्षा जल पुनर्भरण एवं संरक्षण - शंकर लाल शर्मा
- फुटकर व्यवसाय पुनर्वास - अरुण शर्मा
- सीवरेज संधारण - अक्षत खूंटेटा
- अतिक्रमण निरोधक समिति - लक्ष्मण लूणीवाल
- अवैध भवन निर्माण निरोधक समिति - नरेंद्र सिंह
राज्य सरकार को भेजी गई समितियों में सर्वाधिक तीन चेयरमैन झोटवाड़ा विधानसभा से हैं. इनमें विकास बारेठ और गजेंद्र सिंह चिराणा निर्दलीय पार्षद हैं. इसके अलावा सांगानेर से दो, मालवीय नगर और विद्याधर नगर से एक-एक पार्षद को चेयरमैन बनाने के लिए प्रस्ताव भेजा गया है.
राज्य सरकार को भेजी गई सभी 7 समितियों में अध्यक्ष के अलावा 6 सदस्य और 3 सदस्य धारा 56 के अंतर्गत तय करते हुए प्रस्ताव भेजा गया है. उधर, कांग्रेस ने मेयर पर खुद के वार्ड 87 से कमेटियों में 8 सदस्य बनाने का आरोप लगाया है. इनमें से तीन सदस्यों को दो-दो कमेटियों में जगह दी गई है यानी अकेले वार्ड प्रत्याशी से 11 प्रतिनिधित्व दिए गए हैं.