जयपुर. प्रदेश में कोरोना महामारी से उपजी विषम परिस्थितियां और सीमित संसाधनों के बावजूद खाद्य विभाग के अथक प्रयासों से रबी विपणन वर्ष 2021- 22 में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीद क्रय केंद्रों पर सुचारु रुप से की जा रही है. अभी तक खाद्य विभाग की ओर से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर साढ़े दस लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीद कर लगभग एक लाख किसानों को लाभान्वित कर राहत पहुंचाई गई है.
खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के शासन सचिव नवीन जैन ने बताया कि प्रदेश में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीद के लिए 387 क्रय केंद्र स्थापित किए गए हैं. न्यूनतम समर्थन मूल्य पर भारतीय खाद्य निगम ने लगभग 7.30 लाख, तिलम संघ ने 1.35 लाख राजफेड ने 1.8 लाख एवं नैफेड ने 65 हजार मीट्रिक टन गेहूं की खरीद अभी तक की है.
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उन्होंने बताया कि अभी तक मंडियों में 11.50 लाख मीट्रिक टन गेहूं की आवक हुई है. जिसमें से विभाग की ओर से न्यूननतम समर्थन मूल्य पर 10.50 लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीद कर ली गई है. उन्होंने बताया कि कुल खरीद का बड़ा भाग कोटा और बीकानेर संभाग में किया गया है. जैन ने बताया कि इस साल 22 लाख टन गेहूं खरीद का लक्ष्य निर्धारित किया गया है और लगभग आधा लक्ष्य निर्धारित किया जा चुका है. शासन सचिव ने बताया कि कोविड- 19 संक्रमण को रोकने के लिए गेहूं क्रय केंद्रों पर सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन की शत-प्रतिशत पालना की जा रही है.
इसके अलावा उन्होंने कहा कि क्रय केंद्रों पर मास्क पहनने, सामाजिक दूरी, बार-बार सैनिटाइजर करना और थर्मल स्क्रीनिंग आदि पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है. उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार की ओर से प्रदेश में रबी विपणन वर्ष 2021- 22 के तहत न्यूनतम समर्थन मूल्य 1 हजार 975 प्रति क्विंटल के हिसाब से 22 लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीद का लक्ष्य निर्धारित किया है.