जयपुर. देश भर में जारी कोरोना संक्रमण के बीच सरकार की ओर से आमजन के लिए पब्लिक ट्रांसपोर्ट को खोल दिया गया है. लेकिन राजधानी जयपुर में प्राइवेट बस ऑपरेटर्स की ओर से चक्का जाम करने की चेतावनी दी गई है. साथ ही बुधवार को प्राइवेट बस ऑपरेटर्स ने अपनी बसों को जगतपुरा परिवहन कार्यालय में खड़ा कर दिया.
जिसके बाद वहां पर उन्होंने अपनी आरसी सरेंडर करने के लिए जगतपुरा आरटीओ कार्यालय के आरटीओ मथुरा प्रसाद मीणा पर दबाव बनाया. लेकिन बीते दिनों परिवहन आयुक्त रवि जैन ने एक आदेश जारी किया गया था. जिसके अंतर्गत बस की आरसी सरेंडर करने के नियम भी बताए गए थे. लेकिन उसके बावजूद सभी प्राइवेट बस यूनियन वाले जगतपुरा आरटीओ कार्यालय गए और वहां पर अपनी बसों की आरसी सरेंडर करने को लेकर दबाव बनाने लगे.
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प्राइवेट बस ऑपरेटर्स ने इस सिलसिले में परिवहन आयुक्त रवि जैन और परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास से भी बातचीत की. राजस्थान प्राइवेट बस ऑपरेटर एसोसिएशन स्टेट कैरीज के अध्यक्ष कैलाश चंद शर्मा ने बताया कि पिछले 3 दिन से बस ऑपरेटर्स वाहनों के टैक्स माफ करने की मांग कर रहे हैं. क्योंकि लॉकडाउन के चलते बसों के संचालन नहीं होने से बस मालिकों की ओर से टैक्स चुकाना समस्या बन गई है.
ऐसे में सरकार की ओर से बस ऑपरेटर्स के बसों का 1 साल का टैक्स माफ करने की मांग की गई. जिससे बस ऑपरेटर्स अपनी आर्थिक स्थिति को सुधार सके. वहीं, परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास के साथ प्राइवेट बस ऑपरेटर्स पदाधिकारियों की परिवहन भवन में बैठक हुई.
जहां परिवहन मंत्री ने सभी बस ऑपरेटर्स को आश्वासन दिया है कि मुझे 2 दिन का समय दें. मैं मुख्यमंत्री से बात कर समस्या को दूर करने का प्रयास करूंगा. मंत्री के इस आश्वासन के बाद सभी बस ऑपरेटर्स ने बसों को परिवहन कार्यालय से निकाला और कहा कि अगर सरकार वाहनों के टैक्स को माफ नहीं करती है, तो आगामी दिनों में बस ऑपरेटर्स बड़ा आंदोलन करेंगे.